Sarojini Naidu Biography in Hindi – सरोजिनी नायडू (कोकिला) की जीवनी

इस बायोग्राफी लेख में आप भारत की कोकिला कही जाने वाली, और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष श्रीमती सरोजिनी नायडू के जीवन परिचय (Sarojini Naidu Biography in Hindi) से जुड़ी जानकारी प्राप्त करेंगे, तो चलिए जानतें है की कौन थीं सरोजनी नायडू? (sarojini naidu poems in hindi, sarojini naidu mother name, सरोजिनी नायडू की मृत्यु कब हुई थी, सरोजिनी नायडू का जन्म कहां हुआ था, sarojini naidu awards list)

जीवन परिचय –

सरोजनी नायडू भारत की एक महान महिला और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष रहीं थी, यह पहली महिला राज्यपाल भी थीं। यह बच्चों को ऊपर कविता लिखती थीं, जिसकी वजह से इनको एक अच्छी कवित्री के रूप में भी जाना जाता था। इनकी सभी कविताओं में चुलबुलापन होता था, ऐसे लगता था की इनके अन्दर का बच्चा अभी भी जीवित है इसलिए इन्हें ‘भारत की बुलबुल’ कहा जाता था। इनको भारत की महान और सफल महिलाओं की केटेगरी में जाना जाता है।

सरोजनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को आंध्र प्रदेश, हैदराबाद में एक बंगाली परिवार में हुआ था। इनके पिता एक वैज्ञानिक और डॉक्टर थे, जो हैदराबाद में रहते थे और हैदराबाद कॉलेज के प्रमुख अधिंकारी भी थे। बाद में इनके पिता ने नौकरी छोड़ दी और आजादी की लड़ाई में कूद पड़े। इनकी माता का नाम वरद सुन्दरी देवी था, जो एक बंगाली लेखिका थीं। सरोजनी नायडू अपने 8 भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं। इनके भाईसाहब वीरेन्द्रनाथ एक क्रन्तिकारी थे, जिन्होने बर्लिन कमिटी बनाने में मुख्य भूमिका निभाई थी।

Sarojini Naidu Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

वास्तविक नाम – सरोजनी चटोपाध्य
उपनाम – कोकिला
जन्म – 13 फरवरी 1879
जन्म स्थान – हैदराबाद, आंध्र प्रदेश
माता-पिता – वारद सुन्दरी देवी , डॉ अघोरनाथ चटोपाध्या
पति – डॉ गोविन्द राजुलू नायडू (1897)
पद्मजा, रणधीर, लिलामानी, निलावर, जयसूर्या नायडू
मृत्यु – 2 मार्च 1949 लखनऊ

सरोजनी नायडू की शिक्षा –

बचपन से ही सरोजनी नायडू जी एक अच्छी विद्यार्थी रहीं थी, इनको उर्दू, तेलगु, इंग्लिश, बंगाली सभी भाषा का अच्छा ज्ञान था। इनके बारे में इतिहास गवाह है की इन्होने 12 साल की उम्र में ही मद्रास यूनिवर्सिटी में मैट्रिक की परीक्षा में टॉप किया था। इस समाचार को सुनकर इनके पिता बहुत खुश हुए थे, वो चाहते थे की सरोजनी नायडू एक वैज्ञानिक बने या फिर मैथ में आगे जाय, मगर सरोजनी जी की रूचि कविता लिखने में थी जिसकी वजह से वो एक अच्छी कवित्री बनीं।

बाद में सरोजनी नायडू जी लन्दन के किंग कॉलेज में पढाई करने चली गयीं, वहीं इन्होने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से अपनी आगे की पढाई पूरी की थी, कॉलेज के समय में भी इनको कविता लिखने का शौक रहा जो इनको विरासत में मिला था।

शिक्षा में रोचक –

  • इनके बारे में कहा जाता है की इन्होने एक बार अपनी मैथ की कॉपी में 1300 लाइन की एक कविता लिख डालीं थीं।
  • यह कॉपी उनके पिता ने हैदराबाद के नबाब को भी दिखाया था।

प्रेम और विवाह –

ये उन दिनों की बात है जब सरोजनी नायडू कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के कॉलेज में पढ़ती थीं, उन्हीं दिनों इनकी मुलाकात डॉ गोविन्द राजुलू नायडू से हुई थी, दोनों लोग कॉलेज ख़त्म होने तक एक दूसरे के करीब आये और 19 साल की उम्र में पढाई ख़त्म करके सरोजनी नायडू ने अपनी पसंद से वर्ष 1897 में दूसरी कास्ट में शादी कर ली। उस समय अन्य जाति में शादी करना एक गुनाह से कम नहीं हुआ करता था, समाज की चिंता न करते हुए इनके पिता ने भी इनकी शादी को स्वविकार कर लिया, बाद में इनके 4 बच्चे हुए, जिसमें उनकी बेटी पद्मजा जो सरोजनी जी की तरह कवित्री बनी और साथ ही राजनीति में उतरी और 1961 में पश्चिम बंगाल की गवर्नर भी बनी थीं।

सरोजनी नायडू का राजनितिक सफर –

बताया जाता है की नायडू जी ने शादी के बाद भी अपनी सुंदर सुंदर कविता लिखा करती थीं, जिसे लोग गाने के तौर पर गया करते थे। वर्ष 1905 में उनकी एक कविता बुल बुले हिन्द प्रकाशित हुई, जिसके बाद सरोजनी नायडू बहुत प्रसिद्ध हो गयीं, उसके बाद इन्होने लगातार कवितायेँ प्रकाशित करवाने लगीं और काफी अच्छी प्रसिद्धि हासिल करने लगीं। बताया जाता है की इनकी कवितायेँ इतनी अच्छे हुआ करती थीं, की जवाहरलाल नेहरु, रवीन्द्रनाथ टैगोर जैसे महान लोग भी इसको पढ़ते थे। वे इंग्लिश में भी कवितायेँ लिखती थीं।

बात उन दिनों की है जब सरोजनी जी की मुलाकात गोपाल कृष्ण गोखले से हुई थी , उस समय उन्होंने सरोजनी जी को बोला, कि वे अपनी कविताओं में क्रांतिकारीपन लायें ताकि स्वतंत्रता की लड़ाई में साथ देने में छोटे छोटे गाँव के लोगों को प्रोत्साहित किया जा सके। वर्ष 1916 में सरोजनी नायडू महात्मा गाँधी के सम्पर्क में आयीं, उसके बाद इनकी सोच में पूरी तरह से बदलाव आया, और इन्होने अपनी पूरी ताकत देश को आजाद कराने में लगा दी।

बाद में इन्होने पुरे देश में भ्रमण किया मानो ऐसा लगता था की यह किसी सेना का सेनापति निरक्षण कर रही हैं। इन्होने देश की आजादी के लिए लोगों में एक ललक जगाई थी, खासकर देश की उन औरतों को उनके अधिकार के बारे में बताया चर्चा किया जो महिलाएं केवल रसोईघर तक ही सिमित रहती थीं। यह देश के अलग अलग प्रदेश, शहर, गाँव में जाकर औरतों को समझाती थीं।

रोचक जानकारी –

  • वर्ष 1925 की बात है जब सरोजनी नायडू को कानपूर से इंडियन नेशनल कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया।
  • बाद में वर्ष 1930 में इन्होने गुजरात में गांधीजी के नमक सत्याग्रह में मुख्य भूमिका निभाई थी।
  • उन दिनों की बाद है जब वर्ष 1930 में गांधीजी को गिरफ्तार कर लिया गया था, तब सरोजनी जी ने ही गांधीजी की जगह काम किया।
  • 1942 में गाँधीजी के भारत छोड़ो आन्दोलन में इनकी मुख्य भूमिका काफी अच्छी रही थी।

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Jannat Zubair Biography in Hindi – टिकटॉक स्टार जन्नत जुबैर का जीवन परिचय

Jannat Zubair Biography in Hindi – इंडिया बायोग्राफी ब्लॉग में आपका स्वागत है, इस बायोग्राफी लेख में आप भारत की मशहूर टिकटॉक स्टार और भारतीय फिल्म और टेलीविजन अभिनेत्री जन्नत जुबैर रहमानी के जीवन परिचय से जुड़ी जानकारी प्राप्त करेंगे। तो चलिए आप को बतातें हैं Tik Tok Star Jannat Zubair के ब्यक्तिगत और ब्यवसायिक जीवन परिचय के बारे में। (Tik Tok Star Jannat Zubair Wiki, Family, Age, Boyfriend, Bio, Height, Weight, Actress, Education & more)

सामान्य परिचय (जन्म और परिवार)

जन्नत जुबैर रहमानी का जन्म 29 अगस्त 2002 को महाराष्ट्र की राजधानी मायानगरी मुम्बई में हुआ था, इनके पिता का नाम जुबैर रहमानी और माता का नाम नाजनीन रहमानी है। आयन जुबैर रहमानी इनके भाई हैं, जो एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर काम कर चुके हैं। बचपन से ही इनके पिता इनको एक अच्छी अभिनेत्री बनने की सलाह देते थे, बाद में इन्होने अपने को टिक टॉक के जरिये पहचान दिलाई, भी यह टीवी और फिल्मों की दुनिया में आयीं।

Jannat Zubair Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

Jannat Zubair Biography in Hindi

वास्तविक नाम – जन्नत जुबैर रहमानी
जन्म – 29 अगस्त 2002 को महाराष्ट्र, मुम्बई में
प्रोफेशन – टिकटॉक स्टार, यूटूबेर, फैशन ब्लॉगर, गायिका, और अभिनेत्री
माता पिता – नाजनीन और जुबैर रहमानी
भाई – आयन जुबैर रहमानी
शिक्षा – मुंबई के कांदिवली (ऑक्सफ़ोर्ड पब्लिक स्कूल) से
धर्म – इस्लाम
राशि – कन्या
वैवाहिक जीवन – अविवाहित
टीवी डेब्यू – दिल मिल गए
पहली डेब्यू फिल्म – आगाह दी बर्निंग
सम्पति – लगभग 7 करोड महीने की कमाई 20 लाख से ज्यादा
इंस्टाग्राम प्रोफइल – jannatzubair29

जन्नत जुबैर रहमानी की शिक्षा –

जन्नत ने अपनी शुरुआती शिक्षा मुम्बई से ली थी, इन्होने ऑक्सफ़ोर्ड पब्लिक स्कूल कांदिवली से शिक्षा ली है, यह ग्रेजुएट हैं और अभी टीवी, फिल्मों, यूट्यूब और ब्लॉग्गिंग की दुनिया में कार्यरत हैं।

जन्नत जुबैर का कैरियर –

जन्नत जुबैर रहमानी ने अपने कैरियर को यूट्यूब से शुरू किया था, बाद में वर्ष 2010 में इन्होने पहली बार लोकप्रिय धारावाहिक “दिल मिल गए” में अभिनय किया था, मगर उस समय इनको ज्यादा पॉपुलरिटी नहीं मिल पायी थी, बाद में इन्होने वर्ष 2011 में टीवी सीरियल “फुलवा” में अभिनय किया जो काफी पॉपुलर रहा, यहीं से यह पॉपुलर होने लगीं, बाद में इन्होने टिकटोक पर वीडियो बनाया जिसके बाद इनको इतनी प्रसिद्धि मिली की यह पुरे भारत में फेमस हो गयीं।

इन्होने यूट्यूब पर एक गाना अपलोड किया था जिसकी धुन “Ishq Farzi” थी, काफी पॉपुलर रहा था।

रोचक जानकारी –

  • वैसे तो जन्नत जुबैर सिंगल हैं, मगर अफवाहों की माने तो यह Mr. Faisu को डेट कर रही हैं।
  • करीना कपूर, कैटरीना कैफ और ऐश्वर्या रॉय इनकी पसंदीदा अभिनेत्री हैं।
  • सलमान खान और शाहिद कपूर इनके पसंद के अभिनेता हैं।
  • फैशन, मेकअप, तैराकी, ब्लॉग्गिंग, और स्कैटिंग करना इनका शौक है।
  • एक बार यह ताजमहल देखने गयीं थीं, उस समय इनको देखने के लिए काफी भीड़ उमड़ी थी।
  • वर्तमान में यह मुम्बई में रहती हैं, और टीवी और फिल्मों की दुनिया में सक्रीय हैं।
  • आने वाले समय में यह और भी पॉपुलर होगीं, जब यह पूरी तरह से फिल्मों में आने लगेगीं।
  • इनको पॉपुलर होने में इंटरनेट का भी बहुत योग्यदान रहा है।

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जन्नत जुबैर की सोशल मीडिया प्रोफाइल:

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Twitter
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Maharana Pratap Ki Jivani – महाराणा प्रताप सिंह की जीवनी

इस जीवनी लेख में आप भारत के प्रतापी राजा महाराणा प्रताप के जीवन परिचय (Maharana Pratap Ki Jivani) से जुड़ी जानकारी प्राप्त करेंगे, तो चलिए जान लेते हैं की कौन थे महाराणा प्रताप? वैसे तो भारत हमेशा से ही राजा महाराजओं की भूमि रही हैं, यहाँ एक से बढ़कर एक राजा हुआ करते थे, इसी कड़ी में एक राजा महाराणा प्रताप भी थे जिनके बारे में कहा जाता है की वो मुगल सम्राट अकबर के साथ संघर्ष किये थे।

महाराणा प्रताप से जुड़े सवाल जो इंटरनेट पर हमेशा सर्च किये जाते हैं

महाराणा प्रताप कौन थे ?
महाराणा प्रताप का जन्म कहाँ हुआ था?
राणा प्रताप के घोड़े का नाम क्या था?
महाराणा प्रताप कैसे मरे?
महाराणा प्रताप और अकबर की कहानी?
महाराणा प्रताप की कितनी बिवी थी?

जीवन परिचय –

Maharana Pratap Ki Jivani

महाराणा प्रताप का जन्म 09 मई 1540 को उदयपुर के मेवाड में शिशोदिया राजवंश में हुआ था।  इनके पिता का नाम राणा उदय सिंह था, और माता का नाम महाराणी जयवंता कँवर था, जो पाली के राजा सोनगरा अखैराज की बेटी थीं। महाराणा जी को बचपन में लोग कीका के नाम से पुकारा करते थे। बचपन से ही महाराणा प्रताप साहसी, वीर, स्वाभिमानी एवं स्वतंत्रताप्रिय थे। इनका राज्याभिषेक गोगुन्दा में हुआ था।

Maharana Pratap Ki Jivani – संछिप्त परिचय

वास्तविक नाम – महाराणा प्रताप
बचपन का नाम – कीका
जन्म – 09 मई 1540 कुम्भलगढ़ दुर्ग में
पिता का नाम – महाराजा राणा उदय सिंह
माता का नाम – जैवन्ताबाई
कहाँ के राजा थे – मेवाड़ के
जीवन में – मुगल सम्राट अकबर के साथ संघर्ष
घोड़े का नाम – चेतक
युद्ध लड़े थे – हल्दी घाटी का
तलवार चलाने में माहिर थे राणाप्रताप
युद्ध के समय इन्होने पहाङों और जंगलों में जीवन बिताया था।

महाराणा प्रताप का राज्याभिषेक –

राणाप्रताप ने अपने पिता की अंतिम इच्छा के अनुसार अपने सौतेले भाई जगमाल को राजा बनाने का निश्चय किया था, मगर मेवाड़ के विश्वासपात्र चुंडावत राजपूतो ने जगमाल को सिंहासन बैठना गलत बताया जिसकी वजह से जगमाल को राजगद्दी छोड़ने के लिए बाध्य कर दिया गया था। बाद में जगमाल बदला लेने के लिए अजमेर जाकर अकबर की सेना में शामिल हो गया, बदले में उसको जहाजपुर की जागीर मिली थी।

उसी दौर में मेवाड़ के 54वे शासक के रूप में महाराणा प्रताप मेवाड़ का राजा बनते हैं, उस समय दिल्ली पर अकबर का शासन चल रहा था। अकबर की निति थी की वो अपनी शक्ति से हिन्दू राजाओ का जीत ले, 1567 में जब राजकुमार को उत्तराधिकारी बनाया गया था तब इनकी उम्र महज 27 वर्ष ही थी, उस समय मुगल सेनाओ ने चित्तोड़ को चारो से घेरा हुआ था। बाद में महाराणा प्रताप ने मुगलों से संघर्ष करके इसको सही किया था।

महाराणा प्रताप के बारे में कहा जाता है की इन्होने आजीवन विशाल मुग़ल सेनाओ से संघर्ष किया था।

हल्दीघाटी का युद्ध:

1576 में हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा प्रताप ने 20,000 राजपूतों के साथ मुगल सरदार राजा मानसिंह के 80,000 सैनिकों का सामना किया था। शत्रु सेना बुरी तरह से घिर चुके महाराणा प्रताप को झाला मानसिंह ने आपने प्राण दे कर बचाया था, और युद्ध भूमि छोड़ने के लिए बोला था।

18 जून 1576 को लगभग 4 घंटों के लिए ही मेवाड और मुगलों में घमासान युद्ध हुआ था। इतने में ही कई हजार सैनिक मारे गए थे। हल्दीघाटी के युद्ध में किसी की विजय नहीं हुई परन्तु देखा जाय तो महाराणा प्रताप की ही विजय मानी जाती है। छोटी सेना के साथ होने के बावजूद महाराणा ने अकबर की विशाल सेना के छक्के छुड़ा दिए थे।

रोचक जानकारी –

  • महाराणा प्रताप भारत के एक प्रतापी राजा थे।
  • इतिहास इनकी वीरता और दृढ प्रण को हमेशा याद रखेगा।
  • राणा प्रताप की लम्बाई साढ़े सात फुट और उनका वजन 110 किलो था।
  • इतिहास में यह एकमात्र ऐसे योद्धा थे, जो युद्ध में 200 किलोग्राम से भी ज्यादा का वजन उठाए लड़ते थे।
  • 19 जनवरी 1597 को चावंड में महाराणा प्रताप की मृत्यु हुई थी, (कारण: शिकार के दौरान लगी चोट )
  • इनका घोड़ा चेतक, इतिहास में काफी प्रसिद्ध रहा है, हल्दीघाटी में आज भी इसका मंदिर है।

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देवकीनंदन जी का जीवन परिचय

Kumar Vishwas Hindi (Biography) – मशहूर कवि कुमार विश्वास की जीवनी

Kumar Vishwas Hindi (Biography) – डॉ कुमार विश्वास भारत के एक मशहूर कवि और राजनीतिज्ञ हैं, इन्होने “कौरवी लोकगीतों में लोकचेतना” विषय पर पीएचडी भी की है, आज के समय में यह भारत के सबसे महंगे कवि हैं, इनका कवि सम्मलेन इतना पॉपुलर होता है की लोग इनको सुनने के लिए बहुत दूर – दूर से चले आते हैं। “कोई दीवाना कहता हैं”, इनकी सबसे पॉपुलर कविता है, जिसको लोग हमेशा सुनना चाहते हैं। (कुमार विश्वास की फीस, लव स्टोरी, बच्चे, कविता, शायरी हिंदी)

इन्टरनेट और सोशल मिडिया पर इनकी कवितायें बहुत देखी जाती है, इनके फोल्लोवर भी लाखों करोड़ों की संख्या में हैं, यह भारत के सबसे पॉपुलर और महंगे कवि हैं, एक शो का लगभग डेढ़ से दो लाख रुपया चार्ज लेते है कुमार विश्वास।

कुमार विश्वास का परिवार –

इनके पिता का नाम डॉ. चंद्र पाल शर्मा (व्याख्याता) है, माता का नाम श्रीमती. राम शर्मा (गृहिणी) है, भाई – बहन के बारे में जानकारी ज्ञात नहीं है, डॉ. मंजू शर्मा (व्याख्याता) इनकी पत्नी हैं, अग्रता विश्वास और कुहू विश्वास इनकी बेटियां हैं।

Kumar Vishwas Hindi (Biography) – संछिप्त परिचय

Kumar Vishwas Hindi

  • वास्तविक नाम – कुमार विश्वास
  • प्रोफेशन – कवि और नेता
  • पार्टी – आम आदमी पार्टी
  • पसंदीदा पॉलिटिशियन – अरविंद केजरीवाल
  • पसंदीदा कवि – रामधारी सिंह दिनकर
  • पसंदीदा खेल – क्रिकेट
  • जन्म – 10 फरवरी 1970
  • जन्म अस्थान – पिलखुवा, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश, भारत
  • राशि – कुंभ
  • राजनितिक सफर की शुरुआत – नवंबर 2012
  • Kumar Vishwas net worth – 3.75 Cr.
  • Kumar Vishwas Height – 173 Cm
  • Kumar Vishwas Weight – 65 Kg
  • Kumar Vishwas Age – 50 Years (2020)
  • जाति – गौर ब्राह्मण
  • शौक – पढ़ना, लिखना

कुमार विश्वास को अभी तक विभिन्य अवार्ड से सम्मानित किया जा चूका हैं।

  • वर्ष 1994 में ‘काव्य-कुमार अवार्ड
  • वर्ष 2004 में ‘डॉ. सुमन अलंकरण’ अवार्ड
  • वर्ष 2006 में ‘साहित्य श्री’ अवार्ड
  • वर्ष 2010 में डॉ. उर्मिलेश ‘गीत-श्री’ अवार्ड

कुमार विश्वास का राजनितिक सफर –

इन्होने आम आदमी पार्टी से उत्तर प्रदेश के अमेठी विधानसभा क्षेत्र से 2014 में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था, मगर यह उस चुनाव में हार गए थे। यह आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी रह चुके हैं, वर्तमान में कवि और नेता दोनों हैं कुमार।

Kumar Vishwas Educational Qualification –

कुमार विश्वास ने अपनी शुरुआती शिक्षा लाला गंगा सहाय स्कूल, पिलखुवा, गाजियाबाद और राजपूताना रेजिमेंट इंटर कॉलेज, पिलखुवा, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश से की थी, उसके बाद इन्होने मेरठ विश्वविद्यालय, मेरठ से स्नातकोत्तर (हिंदी) और “कौरवी लोकगीतों में लोकचेतना” विषय पर पीएचडी किया, उसके बाद प्रोफेसर बन गए, उसके बाद इन्होने कविता और कवि की दुनिया में कदम रखे और आज देश के सबसे बड़े कवि बन गए, इन्होने दुनिया में और भी कई देश जैसे दुबई, गूगल ऑफिस अमेरिका में भी शो कर चुके हैं।

इनके पिता इनको इंजीनियरिंग में दाखिला दिलाना चाहते थे, मगर कविता के प्रति उनके रुझान को देखते हुए इनके पिता ने इनको उन्होंने हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री प्राप्त करने के लिए सलाह दी थी,

आज कुमार विश्वास कविता और कवि की दुनिया में बुंलदियों पर हैं, इनके आगे कोई भी कवि दूर – दूर तक नहीं दिखता है।

विवाद – इन्होने एक कवि सम्मेलन में इमाम हुसैन और हिंदू देवी-देवताओं के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसकी वजह से देश में इनकी काफी आलोचना हुई थी।

कुमार विश्वास से जुडी रोचक जानकारी –

  • कुमार विश्वास ने वर्ष 1994 में राजस्थान में एक व्याख्याता के रूप में काम करना शुरू किया था।
  • इन्होने अपने को दुनिया का एक श्रृंगार-रस (रोमांटिक शैली) का कवि माना है।
  • यह टीवी धारावाहिकों के लिए शीर्षक गीत भी गाते हैं।
  • आज तक टीवी शो पर इनका कई कार्यक्रम होता रहता है।
  • यह कई टीवी न्यूज़ चैनल पर कवि सम्मलेन भी करते हैं।
  • देश दुनिया में लोग इनको कवि सम्मेलन के लिए बुलाया करते हैं।
  • कुमार काफी अच्छी फीस लेकर कवि सम्मेलन करते है।
  • वर्ष 2011 में कुमार ने अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिफाल एक आंदोलन में शामिल थे, इस दौरान 16 अगस्त 2011 को इनको गिरफ्तार भी किया गया था।
  • कुमार आज के समय में देश के सबसे अच्छे कवि माने जाते हैं।

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Narendra Singh Tomar Biography Hindi – नरेंद्र सिंह तोमर का परिचय

इस लेख में आप भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ श्री नरेंद्र सिंह तोमर के जीवन परिचय (Narendra Singh Tomar Biography Hindi) से जुड़ी जानकारी प्राप्त करेंगे, तो चलिए जान लेते हैं की कौन हैं नरेंद्र सिंह तोमर? (नरेंद्र तोमर, आयु, जीवनी, शिक्षा, पत्नी, जाति, संपत्ति, भाषण)

जीवन परिचय –

नरेन्द्र सिंह तोमर भारत के एक राजनेता हैं, इनका जन्म 12 जून 1957 को मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में पोरसा विकासखंड के तहत ग्राम ओरेठी में मुंशी सिंह तोमर नामक किसान के यहाँ हुआ था। इनके परिवार को तोमर गुर्जर परिवार भी कहा जाता है, इनका निवास स्थान ग्वालियर में है, वर्तमान में यह दिल्ली में रहते हैं।

Narendra Singh Tomar Biography Hindi – संछिप्त परिचय

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वास्तविक नाम – नरेंद्र सिंह तोमर
उपनाम – तोमर जी
जन्म – 12 जून 1957 को, मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में
पिता का नाम – मुंशी सिंह तोमर
माता का नाम – शारदा देवी तोमर
पत्नी का नाम – किरण तोमर
सन्तान – 2 पुत्र और एक पुत्री
प्रोफेशन – राजनेता
पार्टी – बीजेपी
महाविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे हैं तोमर जी
लोकसभा सांसद भी
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री, भारत सरकार
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, भारत सरकार
कुल सम्पति – 1 करोड़ से ज्यादा की

नरेन्द्र सिंह तोमर की शिक्षा –

तोमर जी की शिक्षा की बात करें तो इन्होने अपनी शुरुआती शिक्षा मध्य प्रदेश से ही ली हुई हैं, यहीं से इन्होने ग्रेजुएशन भी किया है, पढाई के समय कॉलेज में यह महाविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे थे। शिक्षा पूरी होने के बाद यह ग्वालियर नगर निगम के पार्षद चुने गए थे।

तोमर जी का राजनितिक सफर –

नरेन्द्र सिंह तोमर जी का राजनितिक सफर वर्ष  1991-96 के बीच में शुरू हुआ था जब ये बीजेपीवाईएफ, मध्य प्रदेश के राज्य उपाध्यक्ष बने थे। इसके पहले यह कॉलेज में अध्यक्ष भी रहे थे। बाद में यह वर्ष 1998 से 2008 के बीच मध्य प्रदेश विधानसभा (द्वितीय अवधि) के सदस्य भी रहे। वर्ष 2003 का वो समय जब यह सक्रिय राजनीति में आये जब इनको सरकार में कैबिनेट मन्त्री बनने का मौका मिला, यह 2007 तक इस पद पर बने रहे थे।

वर्ष 2009 में तोमरजी ने दिल्ली कुछ करने की सोची और मध्य प्रदेश के मोरेना लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 15 वीं लोकसभा में चुनाव लड़ा और कांग्रेस पार्टी के रामनिवास रावत को हराया। यहीं से तोमर जी दिल्ली का सफर शुरू किये थे। वर्ष 2014 का वो समय जब देश में नरेंद्र मोदी को प्रधानमन्त्री पद के लिए उम्मीदवार चुना गया था और उस समय मोदी की लहर चल रही थी, ऐसे में तोमर जी ने फिर से ग्वालियर से चुनाव लड़ा और 16 वीं लोक सभा (द्वितीय अवधि) में फिर से निर्वाचित हुए। यहीं से इनको केन्द्र में कैबिनेट मन्त्री बनने का अवसर मिला था।

रोचक जानकारी –

  • नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध राजनेता हैं।
  • वर्तमान में यह मोदी सरकार में मन्त्री हैं।
  • इनको एक कुशल रणनीतिकार के रूप में भी जाना जाता है।
  • यह अपने काम को तवज्जो देने वाले नेताओं में जाने जाते हैं।
  • यह राज्यसभा सदस्य भी रह चुकें हैं।
  • वर्ष 1996 में इनको युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष भी बनाया गया था।
  • यह सुश्री उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में भी कार्य किये हैं।
  • वर्ष 2008 में इनको तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष, सोमनाथ चटर्जी के द्वारा उत्कृष्ट मंत्री के रूप में सम्मानित किया था।
  • यह 15 जनवरी 2009 को निर्विरोध राज्यसभा सदस्य चुने गए थे।

नरेंद्र सिंह तोमर Contact Details !!

सम्पर्क स्थाई पता –

बी-144, प्रोफेसर कॉलोनी, भोपाल, मध्य प्रदेश

टेलीः (0755) 2660416, 09013180134 (एम)

वर्तमान पता 3, कृष्णा मेनन मार्ग, नई दिल्ली -110011

सम्‍पर्क नंबर 9425012698, 09013180134

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Kiren Rijiju Biography in Hindi – किरेन रिजिजू पश्चिम कामेंग वाले मंत्रीजी (जीवनी)

इस बायोग्राफी लेख में आप उत्तर पूर्व भारत के मशहूर नेता और भारतीय वकील किरेन रिजिजू के जीवन परिचय से जुड़ी जानकारी प्राप्त करेंगे, तो चलिए जान लेते हैं की कौन हैं किरेन रिजिजू ? ( Kiren Rijiju Biography in Hindi, age, family, education, wife, son, books & more….)

सामान्य जीवन परिचय

किरेन रिजिजू पूर्वोत्तर भारत के एक प्रसिद्ध नेता और राजनीतिज्ञ माने जाते हैं, यह राजनीति के साथ एक अच्छे वकील भी हैं, वर्तमान में यह बीजेपी पार्टी से मन्त्री हैं, और कई सामाजिक कार्यों में अपना योग्यदान करते हैं। यह बीजेपी के पूर्वोत्तर के फायरब्रांड नेता माने जाते हैं, इनको लोगों द्वारा युवा मन्त्री भी कहा जाता है, इनका जन्म 19 नवंबर 1971 को नफरा, पश्चिम कामेंग जिला, अरुणाचल प्रदेश, भारत में हुआ था। इनके पिता का नाम Rinchin Kharu और माता का नाम Chirai Rijiju है। नखू गांव, डाकघर नफरा बोडीला, जिला पश्चिम कामेंग, अरुणाचल प्रदेश इनके घर का पता है, मगर वर्तमान में यह ज्यादातर दिल्ली में ही रहते हैं।

Kiren Rijiju Biography in Hindi – संछिप्त में

Kiren Rijiju Biography in Hindi

इस सेक्शन में आप किरेन रिजिजू की जीवनी, Body Measurement, शिक्षा, परिवार (family), और कैरियर से जुड़ी बातों की जानकारी प्राप्त करेंगे। यहाँ पर मैंने किरण रिजिजू साहब के बारे में संछिप्त में बातों को सजाया है।

  • वास्तविक नाम – किरेन रिजिजू
  • उपनाम – ज्ञात नहीं
  • जन्म – 19 नवंबर 1971 नफरा, पश्चिम कामेंग
  • पार्टी – बीजेपी
  • प्रोफेशन – राजनेता और वकील
  • राशि का नाम – वृश्चिक
  • धर्म – हिन्दू
  • राष्ट्रीयता – भारतीय
  • शौक – पढ़ना, और साइकिलिंग करना
  • पसंदीदा नेता – नरेंद्र मोदी
  • खाने की आदत – मांसाहारी
  • लम्बाई (Height) – 5’9”
  • बजन – 72 Kg
  • बालों का रंग – काला
  • आँखों का रंग – काला
  • Net Worth – 1.31 Cr.
  • कॉलेज/ यूनिवर्सिटी – “हंस राज कॉलेज, नई दिल्ली, भारत”, “दिल्ली विश्वविद्यालय”
  • शैक्षिक योग्यता – बी.ए., एल.एल.बी. (B.A, LLB)
  • वैवाहिक स्थिति – शादीशुदा
  • पत्नी (Wife) – जोरम रीना रिजिजू
  • बच्चे – सांचो रिजिजू, (और एक बेटा), नाथी रिजिजू, जाजे रिजिजू (बेटियां)

किरेन रिजिजू की शिक्षा –

किरेन रिजिजू के बारे में कहा जाता है की इन्होने ग्रेजुएशन किया है साथ में वकीली की पढाई भी इन्होने किया है, इनकी प्रारभिक शिक्षा इनके घर के पास नफरा, पश्चिम कामेंग जिला में ही हुई थी, बाद में इन्होने हंस राज कॉलेज, नई दिल्ली से BA. LLB किया था, फिलहाल राजनीति में हैं और मन्त्री हैं।

किरेन रिजिजू का राजनितिक सफर –

किरेन रिजिजू ने अपने कैरियर को वर्ष 2000 से शुरू किया था जब वो 2000 से 2005 तक खादी और ग्रामोद्योग आयोग के सदस्य बने थे और 5 वर्ष तक उस पद पर कार्य भी किया था। बाद में इन्होने काफी लम्बे समय को सामाजिक कार्यों में लगाया था, फिर वर्ष 2004 में यह लोकसभा चुनाव में, आये और अरुणाचल पश्चिम के निर्वाचन क्षेत्र से सांसद के रूप में चुने गए। 2014 के आम चुनावों में इन्होने फिर से अरुणाचल पश्चिम से चुनाव लड़ा और जीत हासिल किया, इसके बाद तो इनकी किस्मत ही बदल गयी ये केन्द्र में मन्त्री बन गए और दिल्ली की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने लगे।

मई 2014 में इनको केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बनाया गया था। इन्होने अपने अभी तक के जीवन में कई सामाजिक आंदोलनों का नेतृत्व किया है, यह एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं, इन्होने काफी लोगों की हेल्प भी की हैं। यह कई राष्ट्रीय खेलों में भी भाग ले चुके हैं, बताया जाता है की यह वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में हार गए थे, फिर बाद में अगले ही चुनाव में इनकी किस्मत ने काफी अच्छा कमाल किया और आज यह एक मशहूर नेता के रूप में देखे और जाने जाते हैं।

रोचक जानकारी –

  • किरेन रिजिजू बचपन से भी सामाजिक कार्य करना शुरू कर दिए थे।
  • इन्होने अपने जीवन में कई सामाजिक आंदोलनों का नेतृत्व किया है।
  • यह एक युवा नेता के रूप में भी देखे गए थे वर्ष 2014 में
  • यह युवा और सांस्कृतिक टीम के सदस्य भी रहा चुके हैं।
  • वर्ष 1987 में यह मास्को में आयोजित यूएसएसआर में भारत महोत्सव में भाग लिए थे।
  • रिजिजू ने अपने कॉलेज के समय में कई राष्ट्रीय खेलों में भाग लिया करते थे।
  • कई राष्ट्रीय दैनिक और अंग्रेजी पत्रिकाओं में इनको सर्वश्रेष्ठ युवा सदस्य के रूप में प्रचारित किया है।
  • वर्ष 2012 में, रिजिजू ने फिर से भाजपा को ज्वाइन किया था।
  • अरुणांचल प्रदेश में इन्होने काफी काम किये हैं, अपने प्रदेश के विकास के लिए इन्होने केन्द्र सरकार से काफी हेल्प ली।
  • आज के समय में इनको पूर्वोत्तर का काफी प्रभावशाली नेता माना जाता है।

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Manmohan Singh Biography in Hindi – पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का परिचय

Manmohan Singh Biography in Hindi – डॉ मनमोहन सिंह वर्ष 2004 से 2014 तक भारत के भारत के प्रधानमन्त्री रहे, राजनीति के साथ – साथ यह एक महान विचारक, विद्वान और बुद्धिमान अर्थशास्त्री भी है। राजनीति में आने से पहले डॉ मनमोहन सिंह भारत के कई बड़े संस्थानों में काम कर चुके है किसी ज़माने में वो भारत की आर्थिक मुद्रा स्फीति पर कार्य किये थे। (Manmohan Singh Age, Wife, Children, Family, Biography & More)

मनमोहन सिंह को भारत के आर्थिक नवीनीकरण का आधारभूत निर्माता भी कहा जाता है क्योंकि जो कुछ विकास आज भारत में हुआ है उसकी आधारशिला तो मनमोहन सिंह के शासन काल में हो चुकी थी मोदी जी उसको सही से आगे ले गए जिसकी वजह से आज भारत का दुनिया में नाम हुआ है, इसमें मनमोहन सिंह का भी योग्यदान रहा है।

डॉ मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितम्बर, 1932 को गाह, पाकिस्तान में हुआ था। इनके पिता का नाम गुरुमुख सिंह था, और माता का नाम अमृत कौर, इनके तीन भाई भी है जिनके नाम सुरजीत सिंह कोहिल, दलजीत सिंह कोहिल और सुरिंदर सिंह कोहिल। बहन के बारे में कहें तो Gyan Kaur, Nirman Kaur, Narinder Kaur and Gobind Kaur इनकी बहनें है। गुरशरण कौर मनमोहन सिंह की पत्नी है।

Manmohan Singh Biography in Hindi – (संछिप्त परिचय)

Manmohan Singh Biography in Hindi

  • नाम – डॉ मनमोहन सिंह
  • उपनाम – मोहन
  • धर्म – सिख
  • जन्म – 26 सितम्बर, 1932 गाह, पाकिस्तान
  • गृहनगर – अमृतसर, पंजाब, भारत
  • Profession(s) – Economist, Bureaucrat, Politician
  • Doctoral Advisor – Ian Malcolm David (I.M.D.) Little
  • मनमोहन सिंह के दादा – दादी – संत सिंह और जमना देवी
  • पिता का नाम – गुरुमुख सिंह (a Clerk)
  • माता का नाम – अमृत कौर
  • पत्नी का नाम – गुरशरण कौर
  • संतानें – 3 बेटी Amrit Singh (Human Rights Lawyer),Daman Singh (Writer),Upinder Singh (Historian)
  • कुल सम्पति – लगभग 15 करोड़
  • देश के प्रधानमंत्री रहे – 2004 से 2014 तक
  • इनका जन्म British India में हुआ था
  • वर्तमान पता – 9, Safdarjung Lane, New Delhi
  • शुद्ध शाकाहारी ब्यक्ति
  • कोई नशा नहीं करते है
  • अच्छे पढ़े लिख ब्यक्ति है मनमोहन सिंह
  • मनमोहन सिंह 21 June 1991 से 16 May 1996 तक देश के वित् मंत्री भी रहे है।
  • P. V. Narasimha Rao की सरकार में Yashwant Sinha के बाद यह वित्तमंत्री बने थे।
  • वर्तमान (2020) उम्र – 87 Years

डॉ मनमोहन सिंह की पसंदीदा चीजें –

  • पसंदीदा भोजन – मिसी रोटी, वादियां, पुलाओ और छोले
  • पसंदीदा नेता – महात्मा गाँधी
  • पसंदीदा कवि – इक़बाल
  • शौख – किताबें लिखना, पढ़ना और गाने सुनना

डॉ मनमोहन सिंह की योग्यता Educational Qualification(s)

  • डॉ मनमोहन सिंह की प्रारभिक शिक्षा उनके गावं गाह, पेशावर में हुई थी।
  • बाद में इन्होंने खालसा बॉय स्कूल से हाई स्कूल की परीक्षा पास की थी।
  • बाद में ये हिन्दू कॉलेज अमृसतर से कॉलेज की पढाई ले लिए गए
  • होशिअरपुर (अब चण्डीगढ़) पंजाब यूनिवर्सिटी से वर्ष 1952 में Economics में B.A. (Hons.)
  • होशिअरपुर (अब चण्डीगढ़) पंजाब यूनिवर्सिटी से वर्ष 1955 में Economics में M.A Degree
  • वर्ष 1957 में त्रिपोस कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से इकनोमिक में डिग्री
  • वर्ष 1960 में ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट (P.hD) की उपाधि ली

मनमोहन सिंह का राजनितिक कैरियर (Political Career) –

  • सर्वप्रथम डॉ मनमोहन सिंह वर्ष 1991 में असम से राज्यसभा के सांसद चुने गए थे।
  • उसी दौरान यह वित् मंत्री भी बने थे।
  • वर्ष 1995 में यह एक फिर से असम से ही राज्यसभा के लिए फिर से चुने गए थे।
  • वर्ष 1998-2004 तक यह राज्यसभा में ओप्पोसिशन पार्टी के लीडर रहे।
  • वर्ष 1999 में साउथ दिल्ली से लोक सभा के लिए चुनाव लड़े थे मगर बीजेपी के कैंडिडेट विजय कुमार मल्होत्रा से हार गए थे।
  • वर्ष 2001 में फिर से असम से राज्यसभा सांसद चुने गए।
  • साल 2004 में 22 May को यह देश के 13th Prime Minister चुने गए तब से 2014 तक यही देश के प्रधानमन्त्री रहे।
  • वर्ष 2007 में यह चौथी बार फिर से असम से राज्यसभा सांसद चुने गए।
  • साल 2009 में 22 मई को फिर से देश के प्रधानमन्त्री बने।
  • वर्ष 2013 में पांचवी बार असम से राज्यसभा सांसद चुने गए।
  • वर्ष 2014 में 17 May को इन्होंने प्रधानमन्त्री पद से इस्तीपा दिया था।
  • वर्ष 2019 में इनको राजस्थान से राज्यसभा का सांसद चुना गया।
  • वर्तमान में डॉ मनमोहन सिंह राजस्थान से राज्यसभा के सांसद है।
  • Indian National Congress (INC) के बहुत पुराने सदस्य है डॉ मनमोहन सिंह।

पद और उपलब्धि – Major Designation(s) –

  • वर्ष 1966 से 1969 तक United Nations Conference on Trade and Development (UNCTAD) में काम किये।
  • वर्ष 1969 में यह Ministry of Foreign Trade by Lalit Narayan Mishra द्वारा एडवाइजर के रूप में चुने गए थे।
  • वर्ष 1969 से 1971 तक International Trade at the Delhi School of Economics, University of Delhi में प्रोफेसर रहे।
  • वर्ष 1972 में मनमोहन सिंह Ministry of Finance में चीफ इकनोमिक Adviser रहे।
  • वर्ष 1976 में फाइनेंस मिनिस्ट्री में Secretary के पद पर रहे।
  • वर्ष 1980 से 1982 तक डॉ मनमोहन सिंह Planning Commission के सदस्य रहे।
  • वर्ष 1982 से 1985 तक मनमोहन सिंह रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के गवर्नर भी रहे।
  • वर्ष 1985 से 1987 तक Planning Commission (India) के डिप्टी चेयरमैन भी रहे।
  • वर्ष 1987 से 1990 तक मनमोहन सिंह Secretary General of the South Commission, an independent economic policy think tank headquartered in Geneva, Switzerland में रहे।
  • वर्ष 1990 में यह Prime Minister of India के Advisor भी रहे।
  • वर्ष 1991 यह University Grants Commission (UGC) के चेयरमैन रहे।
  • आगे चलकर वो देश के प्रधानमन्त्री भी बने और 10 साल तक देश में शासन किया।

डॉ मनमोहन सिंह – पुरस्कार और सम्मान – (Manmohan Singh Biography in Hindi)

  • वर्ष 1952 में Panjab University के द्वारा B.A. (Honors Economics) में पहला स्थान आने पर मैडल मिला था।
  • वर्ष 1954 में Panjab University के द्वारा M.A. (Economics) में पहला स्थान आने पर Uttar Chand Kapur Medal मिला था।
  • वर्ष 1956 में Adam Smith Prize by the University of Cambridge, UK
  • वर्ष 1983 में पंजाब यूनिवर्सिटी की तरफ से Doctor of Letters की उपाधि मिली थी।
  • वर्ष 1987 में भारत सरकार की तरफ से Padma Vibhushan सम्मान मिला था।
  • वर्ष 2009 में पंजाब यूनिवर्सिटी इकनोमिक डिपार्टमेंट से सम्मान मिला था।
  • वर्ष 2002 में मनमोहन सिंह को Outstanding Parliamentarian Award से सम्मानित किया गया था।
  • वर्ष 2005 में The University of Oxford की तरफ से इनको Doctor of Civil Law degree से सम्मानित किया गया।
  • साल 2005 में ही इनको Top 100 Influential People in the World by Time Magazine में जगह मिली।
  • वर्ष 2006 में मनमोहन सिंह को The University of Cambridge की तरफ से Doctor of Civil Law Degree की उपाधि मिली।

मनमोहन सिंह द्वारा लिखी पुस्तकें – (Manmohan Singh Biography in Hindi)

  • Karan Singh – A Tryst with History
  • Artifical Intelligence for GTU
  • Demonetisation the Economists Speak
  • Changing India
  • Shree Gurugranath Sahib
  • Learn to Speak and Write Italian
  • Yayawar
    Yadan Vaghio Par Diyan
  • Theories of Sociology
  • Guruvani Guru Granth Saahib Hindi
  • Kudrat Soon Kuchmad
  • Vimuktakesha
  • Pooja Ke Prasun
  • महब्बत ऐ दर्शन
  • Vo Bite Din
  • Post Conflict Humanitarian Impact
  • Numerical Methods for Simulation of Diffusion and Wave Propagation
  • Toad Tragedy
  • Reproduction of Buffalo
  • In Ghost’s Den

डॉ मनमोहन सिंह ने भारत को बहुत कुछ दिया इनके कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता है हालांकि इनके शासन काल में बहुत बहुत सारे घोटाले भी हुए मगर इनके काम ने देश को तरक्की करने का अवसर भी दिया।

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Giriraj Singh Biography in Hindi – गिरिराज सिंह का जीवन परिचय

इंडिया बायोग्राफी ब्लॉग में आपका स्वागत है इस बायो लेख में आप भारत के मशहूर नेता गिरिराज सिंह के जीवन परिचय से जुड़ी जानकारी प्राप्त करेंगे, तो चलिए जान लेते हैं की कौन है गिरिराज सिंह? (Giriraj Singh biography in hindi, Wiki, Age, Caste, Wife, Family, Biography & More)

गिरिराज सिंह का जीवन परिचय

गिरिराज सिंह बिहार (भारत) के एक मशहूर राजनेता हैं, इनका जन्म 8 सितम्बर 1952 को लखीसराय जिले (बिहार) के बड़हिया, में हुआ था, मगर इनकी शिक्षा-दीक्षा और राजनीति सब बेगूसराय में ही शुरू हुई थी। इनका ननिहाल बेगूसराय के मंझौल में है, साथ में इनकी बुआ का घर भी वहीँ बलिया में है, इसलिए ये ज्यादातर वहीँ रहें थे, उन दिनों की बात है जब बड़हिया में अपराध चरम पर था, उनके पिता जी इनको यहाँ से कहीं और पढ़ने के लिए भेज दिए थे।

Giriraj Singh Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

giriraj singh biography in hindi

वास्तविक नाम – गिरिराज सिंह
जन्म – 8 सितम्बर 1952 को बड़हिया, बिहार में
वर्तमान में – मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री (केन्द्र में )
चुनाव-क्षेत्र – बेगूसराय
पार्टी – बीजेपी
वेबसाइट – girirajsingh.in

गिरिराज सिंह की शिक्षा –

गिरिराज से अपनी शुरुआती शिक्षा सदानंदपुर से किये थे मगर परीक्षा देने के लिए बड़हिया जाया करते थे, बाद में इन्होने मगध विश्वविद्यालय, बोधगया से इंटर एवं स्नातक की डिग्री हासिल की थी। समय के साथ इन्होने बेगूसराय में नामी गिरामी कंपनी की पंप सेट की एजेंसी खोली थी, वहीँ पर अपने बिज़नेस स्टार्ट किया था।

राजनितिक सफर –

ये उन दिनों की बात है जब गिरिराज सिंह बेगूसराय में बिज़नेस करते थे, तभी एक विवाह समारोह में इनकी मुलाकात बीजेपी के नेता कैलाशपति मिश्र से हुई थी। उन्हीं से प्रेरित व प्रोत्साहित होकर इन्होने भाजपा ज्वाइन कर लिया था। इसके बाद गिरिराज वर्ष 1985-86 में पटना चले गए, जहाँ यह भाजयुमो से जुड़ गए।

समय के साथ इनका पावर और कद पार्टी में बढ़ने लगा, और कुछ समय बाद भाजयुमो ने इनको बेगूसराय, समस्तीपुर व खगडिय़ा के संगठन का प्रभारी बना दिया, साथ में वर्ष 1990 में इनको भाजयुमो की टीम का महासचिव भी बनाया गया था। इनके बारे में बात करी जाती है की इनकी सेवा और संघर्ष का सरोकार बेगूसराय से ही रहा है, यही इनकी कर्मभूमि और राजनीतिक जीवन की भूमि रही है।

वर्ष 2014 में जब मोदी सरकार बनी तो इनको सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय मिला था, वर्तमान में यह मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री, भारत सरकार के मन्त्री हैं।

रोचक जानकारी –

  • यह बात – बात पर लोगों को पाकिस्तान भेजने की बात करते हैं।
  • बीजेपी के जाने माने नेता है, इनकी छवि कट्टर हिंदूवादी है।
  • अभी यह केन्द्र में मन्त्री हैं और दिल्ली में रहते हैं।
  • गिरिराज काफी दिनों में नेता है इसलिए इनको राजनीति का काफी अनुभव है।
  • बिहार की राजनीति में भी काफी लोग इनको जानतें है।
  • इनकी छवि एक भड़काऊ नेता के रूप में भी है।
  • गिरिराज को राजनितिक जीवन से काफी लगाव रहता है।
  • अपने इलाके के शेर कहे जाते हैं गिरिराज सिंह काफी नाम है इनका।
  • इनके बारे में और अधिक जानकारी के लिए विकिपीडिया और गूगल में देखें साथ में यूटूएब पर भी।

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Prakash Javadekar Biography in Hindi – प्रकाश जावड़ेकर की जीवनी

Prakash Javadekar Biography in Hindi – प्रकाश जावड़ेकर उर्फ़ जावड़ेकर प्रकाश केशव भारत के एक राजनेता हैं, इनका जन्म 30 जनवरी 1951 को पुणे, बॉम्बे (वर्तमान में महाराष्ट्र), भारत में हुआ था। इन्होने अपने राजनितिक जीवन को वर्ष 1990 से शुरू किया था तब यह महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य बने थे। इनके पिताजी का नाम केशव कृष्ण जावड़ेकर (पत्रकार) है और माताजी का नाम रजनी जावड़ेकर (अध्यापिका) है। इनका कोई भाई नहीं है एक बहन हैं। (Prakash Javadekar Wiki, Height, Age, Net Worth, Family, wife, son, bio & more)

Prakash Javadekar Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

Prakash Javadkar biography in hindi

वास्तविक नाम – जावड़ेकर प्रकाश केशव
उपनाम – प्रकाश जावड़ेकर
जन्म – 30 जनवरी 1951
जन्म अस्थान – पुणे, बॉम्बे (वर्तमान में महाराष्ट्र), भारत
पार्टी – बीजेपी
राजनितिक यात्रा की शुरुआत – वर्ष 1990 से
गृहनगर – 11, सुवन अपार्टमेंट, मयूर कॉलोनी, कोथरूड, पुणे
शिक्षा – स्नातक (वाणिज्य)
पहली बार राजनीति में प्रवेश – वर्ष 1981 में, जब वे बीजेपी के सदस्‍य बने
धर्म – हिन्दू
जाति – मराठी
वर्तमान पता – 24, महादेव रोड, नई दिल्ली और 6, कुशक रोड, नई दिल्ली
शौक – पुस्तकें पढ़ना, पुस्तकें लिखना
विवाद – वर्ष 2004 में, मानहानि का आरोप
पसंदीदा राजनेता – श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी
पसंदीदा नेता – महात्मा गाँधी, स्वामी विवेकानंद
पसंदीदा लेखक – प्रेमचंद, गुरुचरण दास, रामगणेश गडकरी, खाण्डेकर
वैवाहिक स्थिति – विवाहित
विवाह तिथि – 18 दिसंबर 1977
पत्नी – डॉ. प्राची प्रकाश जावड़ेकर
पुत्र – डॉ. आशुतोष जावड़ेकर (दंत चिकित्सक), अपूर्व जावड़ेकर (सीए)
कुल सम्पति – लगभग 8 करोड़

प्रकाश जावड़ेकर की शिक्षा –

प्रकाश जावड़ेकर ने अपनी शुरुआती शिक्षा जिला परिषद स्कूल, महाड, महाराष्ट्र से की थी, उसके बाद इन्होने महाराष्ट्र एज्युकेशन सोसायटीच्या गरवारे कॉलेज ऑफ कॉमर्स, पुणे से कॉमर्स में ग्रेजुएट की पढाई किये थे, उसके बाद समय बितने के साथ यह राजनितिक दुनिया में चले आये तब से अभी तक यह राजनीति में सक्रिय है फिलहाल यह राज्य सभा के सदस्य हैं पहले मन्त्री भी रह चुके हैं।

प्रकाश जावड़ेकर का राजनितिक सफर –

प्रकाश जावड़ेकर के राजनितिक कैरियर की बाद करें तो इन्होने सबसे पहले वर्ष 1981 में, भारतीय जनता पार्टी के सदस्‍य बने थे, उसके बाद यह वर्ष 1990 से 2002, तक महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रहें। कुछ दिनों के लिए यह महाराष्ट्र के राज्य नियोजन बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे थे। समय के साथ इनको महाराष्ट्र सरकार में Task Force on IT के अध्यक्ष का पद भी मिला था।

बाद में 27 मई 2014 को इनको मोदी सरकार में सूचना और प्रसारण, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया था। बाद में 5 जुलाई 2016 को, इनको फिर से मानव संसाधन विकास मंत्री नियुक्त किया गया था। यह बीजेपी पार्टी के प्रवक्ता भी रह चुके हैं, शायद अभी भी हैं, इनको आपने कई बार न्यूज़ चैनल पर देखा होगा, काफी डिबेट में भाग लेते रहते हैं जावेड़कर जी।

रोचक जानकारी –

  • स्नातक करते हुए जावड़ेकर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के साथ जुड़े थे।
  • यह राजनीति में आने से पहले “बैंक ऑफ महाराष्ट्र” में कार्य किया करते थे।
  • जब यह बैंक में नौकरी करते थे तो छात्र आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेते थे।
  • वर्ष 1975 में, इमरजेंसी के समय इन्होने विरोध किया था।
  • इन्होने 11 दिसंबर 1975 को सुबह 11 बजे सभी 11 कॉलेजों के साथ मिलकर सत्याग्रह का आयोजन किया था।
  • उस समय इनको 3 माह की सजा भी हुई थी।
  • जेल में इनकी मुलाकात आरएसएस अध्यक्ष श्री बालासाहेब देवरस से हुई थी, जिससे यह बहुत प्रभावित हुए।
  • वर्ष 1980 में जिला दौंड़, पुणे में इन्होने अटलजी के साथ काम किया था।
  • इनकी पत्नी प्राची जावड़ेकर इंदिरा इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट, पुणे की डायरेक्टर भी रह चुकीं हैं।

जावेड़कर की कई मराठी पुस्तकें भी हैं जैसे

बीकरिचा ज्वालामुखी (बेरोजगारी की समस्या, 1986)
नैनिनीडिच करज़ (आईएमएफ लोन 1987)
शेट्कानानी करज़्मक्ति (फार्म लोन माफी 1988)
महागीका भास्समोर (मुद्रास्फीति की समस्या 1999)

जावेड़कर जी के बारे में कहा जाता है की इन्होने दुनिया के कई बड़े देशों में सफर किया है जैसे USA, यूरोप, बेल्जियम, जापान, चीन, दक्षिण अफ्रिका, इटली, डेनमार्क, इज़रायल, फिनलैंड एवं आईसलैंड, ताइवान, ब्राजील और UK.

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Sarbananda Sonowal Biography Hindi – सर्बानंद सोनोवाल असम वाले की जीवनी

Sarbananda Sonowal Biography Hindi – सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) असम के रहने वाले एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, इनका जन्म 31 अक्टूबर, 1962, डिब्रुगढ़, असम में हुआ था। यह असम के 14वें मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। फिलहाल (2021) में यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में ‘पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री’ और ‘आयुष मंत्री’ हैं। इन्होने वर्ष 2012 से 2014 तक तथा वर्ष 2015 से 2016 तक बीजेपी के असम राज्य अध्यक्ष के रूप में भी रहे हैं।

Sarbananda Sonowal Biography Hindi – संछिप्त परिचय

Sarbananda Sonowal biography hindi

वास्तविक नाम – सर्बानंद सोनोवाल
जन्म – 31 अक्टूबर, 1962, डिब्रुगढ़, असम
पार्टी – बीजेपी
प्रसिद्धि – असम के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में
अभिभावक – जीवेश्वर सोनोवाल और दिनेश्वरी सोनोवाल
नागरिकता – भारतीय
शिक्षा – ग्रेजुएट हैं
योग्यदान – अवैध स्थानांतरण के लिए काम किये थे।

सर्बानंद सोनोवाल की शिक्षा –

सर्बानंद सोनोवाल ने अपनी शुरुआती शिक्षा असम से ली थी, बाद में इन्होने डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय, गुवाहाटी विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट किया, उसी समय इन्होने कानून की पढाई भी शुरू की थी, मगर किसी कारणवश यह राजनीति की दुनिया में चले आये और पढाई वहीँ छूट गयी।

राजनीतिक सफर –

सर्बानन्द सोनोवाल ने अपने राजनितिक जीवन को वर्ष 1992 से शुरू किया था जब वो ऑल असम स्टूडेंट यूनियन के प्रेसीडेंट रहे थे। इन्होने वर्ष 2001 में असम गण परिषद को ज्वाइन किया था, उसी साल यह MLA बन गए थे। ऐसे समय का पहिया चलता रहा फिर वर्ष 2004 में इन्होने डिब्रूगढ़ में पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन सिंह को हराकर पहली बार लोकसभा में कदम रखा। असम गढ़ परिषद में कुछ गड़बड़ी होने की वजह से इन्होने वर्ष 2011 में बीजेपी ज्वाइन कर लिया था।

भारतीय भाजपा जनता पार्टी ने वर्ष 2012 में इनको पहली बार असम यूनिट का प्रेसीडेंट बनाया था, सोनोवाल साल 2014 तक असम BJP के चीफ भी रहे थे। बाद में इनको नरेंद्र मोदी की सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया था। वर्ष 2015 में इनको फिर से एक बार असम यूनिट का चीफ चुन लिया गया। इन्होने उस गैरकानूनी प्रवासी अधिनियम को सफलतापूर्वक चुनौती दिया था जिसको सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में असंवैधानिक बताया था।

इनके सहयोग से इल्लीगल माइग्रैंड्स डिटर्मिनेशन बाई ट्राइब्युनल एक्ट 1983 अस्तित्व में आया था जो बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में आने से रोकने के लिए था। इस अधिनियम के अनुसार असम में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी लोगों को असम में रहने की अनुमति दी गयी थी।

रोचक जानकारी –

  • सोनोवाल अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट ले गये थे।
  • कोर्ट ने इस क़ानून को गलत ठहराया और बांग्लादेशी लोगों को अवैध ठहराया था।
  • वर्तमान में यह पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री- 7 जुलाई, 2021 से
  • पूर्व में यह आयुष मंत्री- 7 जुलाई, 2021 से
  • 14वें मुख्यमंत्री, असम- 24 मई, 2016 से 10 मई, 2021 तक
  • खेल और युवा मामलों के मंत्री भी रहे हैं सोनोवाल
  • कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री का पद भी इन्होने कार्य किया है।

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