Jasprit Bumrah Biography Hindi – क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह का जीवन परिचय

Jasprit Bumrah Biography Hindi – होनहार क्रिकेटर खिलाड़ी जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) का जन्म 6 दिसंबर 1993 को अहमदाबाद गुजरात में हुआ था। इनके पिता का नाम स्वर्गीय जसबीर सिंह और माता का नाम दलजीत कौर (प्रिंसिपल) है। इनकी एक बहन भी है, जिसका नाम जुहिका बुमराह है, भाई नहीं है। यह भारतीय क्रिकेटर (मध्यम गति के तेज गेंदबाज) है।

Jasprit Bumrah Biography Hindi – क्रिकेटर जसप्रीत जीवन परिचय

Jasprit Bumrah Biography Hindi

नाम – जसप्रीत बुमराह
उपनाम – जेबी
जन्म – 6 दिसंबर 1993
जन्म स्थान – अहमदाबाद गुजरात भारत
पिता का नाम – स्वर्गीय जसबीर सिंह
माता नाम – दलजीत कौर (प्रिंसिपल)
बहन – जुहिका बुमराह
निर्माण हाई स्कूल, अहमदाबाद से पढ़ाई किये है कॉलेज के बारे में ज्ञात नहीं है।
पेशा – भारतीय क्रिकेटर (मध्यम गति के तेज गेंदबाज)
यह सिख धर्म के है।
संगीत के शौकीन है जसप्रीत बुमराह।
लम्बाई (लगभग) – 175Cm
पहला वनडे (एकदिवसीय ODI) – 23 जनवरी 2016 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में (10 ओवर में 40 रन देकर 2 विकेट झटके)
T20 टी-20- 26 जनवरी 2016 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में
इनके क्रिकेट कोच – किशोर त्रिवेदी
घरेलु /स्टेट टीम – मुंबई इंडियंस, गुजरात, वेस्ट जोन, India A
मैच में मैदान पर आक्रामक दिखते है।
पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच खेलना इनको बहुत अच्छा लगता है ।
रिकॉर्ड्स (मुख्य) Grade A मैच में 7 विकेट लिए।
कैरियर टर्निंग प्वाइंट – 2013-14 में जब विदर्भ के खिलाफ अपने Grade A Match में 7 विकेट लिए।
इस समय (May 2020) यह 26 साल के है।

क्रिकेटर जसप्रीत (Jasprit Jasbirsingh Bumrah) से जुडी और जानकारी –

  • जब ये 7 वर्ष के थे , तभी इनके पिता की मृत्यु हो गयी थी।
  • इनके पसंदीदा क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, एबी डी विलियर्स और वीरेंद्र सहवाग, गेंदबाज के रूप में यह कोलिन क्रॉफ्ट, लसिथ मलिंगा और जहीर खान को पसंद करते है।
  • ढोलका बजाना बहुत पसंद करते है।
  • अमिताभ बच्चन इनके पसंदीदा हीरो है।
  • अभी इनका विवाह नहीं हुआ है यह अविवाहित है।
  • गेदबाजी में महारथ हासिल करना इनके जीवन का लक्ष्य है।
  • खास तरह की गेंदबाज़ी शैली की वजह से बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए जाने जाते हैं।
  • 2013 में सैयद मुश्ताक अली ट्राफी के समय कोच जॉन राइट ने इनकी प्रतिभा को पहली बार पहचाना।
  • कहा जाता है की जसप्रीत बुमराह ने एक बार श्रीलंका के क्रिकेटर लसिथ मलिंगा को यॉर्कर्स गेंदबाजी करना सिखाया था।
    विजय हजारे ट्रोफी ट्रॉफी में भी इन्होंने बहुत अच्छा परफॉर्मेंस किया था।
  • जसप्रीत बुमराह ने अपना डेब्यू मैच 4 अप्रैल 2013 को मुंबई इंडियन्स की तरफ से रॉयल चैलेंजर बंगलौर के खिलाफ खेला

Awards –

Polly Umrigar Award (2019-20)
ICC ODI Team of the Year (2017, 2018)
ICC Test Team of the Year (2018)

26 वर्षीय जसप्रीत बुमराह के खेल के अंदाज ने कई दिलो में अपनी जगह बनाई, हालाँकि इन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक्स्ट्रा में रखा गया था लेकिन मोहम्मद शमी को चोट लगने के कारण जसप्रीत को टीम में जगह मिली, अपने पहले IPL Match के कारण इन पर Selector की नजर पहले से ही थी जिस कारण उन्हें मौका मिला और इसी के कारण ये लगातार MI के लिए IPL खेले।

आने वाले वर्षों में जसप्रीत बुमराह कैसा प्रदर्शन करते हैं इसे जानने के लिए सभी क्रिकेट प्रेमी की निगाहे इन पर टिकी रहेगी। इनके अच्छे परफॉरमेंस को देखकर उम्मीद लगायी जाती है की ये आने वाले मैचों में जबदस्त परफॉर्मेस देंगे।

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Hardik Pandya Biography Hindi – क्रिकेटर हार्दिक पंड्या का जीवन परिचय

Hardik Pandya Biography Hindi – भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते खिलाडी हार्दिक पंड्या का जन्म 11 Oct 1993 में सूरत, गुजरात भारत में हुआ था, इनका पूरा नाम हार्दिक हिमांशु पण्ड्या है। इनके पिता का नाम हिमांशु पाण्ड्या है जो एक कार का बिज़नेस करते थे। इनकी माता का नाम नलिनी पंड्या है। इनका एक भाई भी है जिसका नाम क्रुणाल पंड्या है, कहा जाता है की क्रुणाल कंधे की चोट के कारण 2015 के बाद कोई मैच नहीं खेल पाए। वैसे तो हार्दिक को आलराउंडर कहा जाता है मगर यह बॉलिंग के लिए ज्यादा मशहूर है।

Hardik Pandya Biography Hindi – संछिप्त जीवन परिचय

Hardik Pandya Biography Hindi

नाम – हार्दिक हिमांशु पण्ड्या
उपनाम – हैरी
जन्म – 11 Oct 1993
जन्म स्थान – सूरत, गुजरात भारत
गृहनगर – बड़ौदा, गुजरात, भारत
माता का नाम – नलिनी पंड्या
पिता का नाम – क्रुणाल पंड्या
भाई का नाम – क्रुणाल पंड्या
कुल सम्पति – (Hardik Pandya Net Worth) – $1.5 million
(लगभग 12 से 13 करोड़ रुपया)
व्यवसाय – भारतीय क्रिकेटर (आल राउंडर)
इस समय हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya Latest Age) 27 वर्ष के है।

बताया जाता है की हार्दिक पंड्या और इनके भाई दोनों ही क्रिकेट के बहुत बड़े जुनूनी आशिक थे। इनके जूनून को देखकर इनके पिता ने सूरत में अपने कार बिजेनेस को छोड़कर बरौदा में शिफ्ट हो गए थे। जहाँ पर इनके पिता ने अपने दोनों बेटों को इंडिया के पूर्व क्रिकेटर Kiran More के Cricket Academy भर्ती करा दिया।

उनके भाई क्रुणाल पंड्या बताते है की बचपन से ही हार्दिक में गजब का कोन्फ़िडेंस और प्रैशर में अच्छा खेलने की अदभुद क्षमता है, जिसके कारण वो कई Club Cricket Matches को अकेले अपने दम पर cricket जीता देते थे।

Hardik Pandya Qualification – (शिक्षा)

बताया जाता है की हार्दिक पंड्या MK High School, Baroda से अपनी पढाई किये थे, यह भी कहा जाता है की उन्होंने केवल 9th क्लास पास किया है। कॉलेज यूनिवर्सिटी की पढाई नहीं किये है पंड्या।

Hardik Pandya ‘s Personal Life & Girlfriend

अच्छे और शांत स्वाभाव के पंड्या कोलकाता में जमशेदपुर की 21 वर्षीय Model Lisha Sharma से प्यार करते है। (यह बात केवल खबरों में ही आयी है इसके बारे में पूरी जानकारी ज्ञात नहीं है।

Hardik Pandya ODI Cricket Career –

हार्दिक पंड्या ने अपने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत 2016 में न्यूज़ीलैंड के साथ धरमशाला में किया था। उसके बाद ये आईपीएल में खेलना शुरू किये आज भी यह भारतीय क्रिकेट टीम के प्लेयर है। हार्दिक ने अपने (ODI) क्रिकेट कैरियर में अभी तक 4 अर्धशतक लगाए है, शतक एक भी नहीं है।

हार्दिक हिमांशु पण्ड्या से जुडी रोचक जानकारी – (Hardik Pandya Biography Hindi)

  • अंतर्राष्ट्रीय शुरुआत – न्यूज़ीलैंड के साथ धरमशाला में 2016।
  • T20 टी-20 – 26 Jan 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में।
  • टेस्ट मैच – 26 July 2017 v Sri Lanka।
  • ये भारतीय क्रिकेट टीम, बड़ौदा क्रिकेट टीम तथा मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हैं।
  • खेलना पसंद करते हैं – ऑस्ट्रेलिया के साथ।
  • संगीत सुनने के बहुत शौकीन है।
  • रिकॉर्ड्स (मुख्य) – वर्ष 2016 में सैयद मुश्ताक अली ट्राफी मे 377 रन बना कर सर्वोच्च स्कोर बनाया और 10 विकेट भी लिए।
    क्रिकेट मैदान में इनका प्रदर्शन बहुत आक्रामक होता है।
  • हार्दिक हिमांशु पण्ड्या अभी अविवाहित है।
  • गर्लफ्रेंड व अन्य मामले – लीशा शर्मा (मॉडल)
  • अपने बड़े शार्ट के लिए जाने जाते है।
  • आईपीएल (IPL) में यह मुंबई इंडियंस टीम के खिलाड़ी है।
  • दाहिने हाथ के माध्यम तेज गेंदबाज
  • दाहिने हाथ के बल्लेबाज है।
  • बताया जाता है की किरण मोरे ने अपनी अकादमी में हार्दिक पांड्या से पहले 3 वर्षों में कोई शुल्क नहीं लिया।
  • महेंद्र सिंह धोनी की तरह हार्दिक पंड्या भी शांत स्वभाव में माने जाते है।
  • बताया जाता है की हार्दिक पांड्या टैटू के बहुत शौकीन हैं और उनका पसंदीदा बॉडी टैटू “टाइम इज़ मनी” है।
  • इरफान पठान और यूसुफ पठान इनके अच्छे दोस्त है।
  • सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह इनके पसंदीदा खिलाड़ी है।

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Dipika Chikhlia Biography in Hindi – रामायण की सीता (दीपिका चिखलिया) का जीवन परिचय

Dipika Chikhlia Biography in Hindi – रामायण की सीता दीपिका चिखलिया का जन्म 29 अप्रैल 1965 को मुम्बई में हुआ था, इनके पिता का नाम राजेश है। माता का नाम ज्ञात नहीं है। इनकी दो बेटियां है, जूही टोपीवाला और निधि टोपीवाला (Juhi Topiwala and Nidhi Topiwala) धर्मिक ग्रन्थ रामायण सीरियल में आने से पहले यह फिल्मों में एक अभिनेत्री थी। वर्ष 1983 में आयी मूवी Sun Meri Laila (सुन मेरी लैला) में इन्होंने जबरदस्त अभिनय किया था यह फिल्म इतनी हिट हुई की सारे रिकॉर्ड तोड़ दिया था। इन्होंने कन्नड़, मलयालम, तमिल बंगाली भाषा के फिल्मो में भी अच्छा अभिनय किया है इस समय (May 2020) यह 55 वर्ष की है।

Dipika Chikhlia Biography in Hindi – संछिप्त जीवन परिचय

Dipika Chikhlia Biography in Hindi

नाम – दीपिका चिखलिया
उपनाम – चिखलिया टोपीवाला
प्रसिद्ध नाम – रामायण की सीता, देवी सीता
(“Sita” in Ramanand Sagar’s “Ramayan”)
जन्म – 29 अप्रैल 1965
जन्म स्थान – मुम्बई महाराष्ट्र, भारत
पिता का नाम – राजेश
माता का नाम – ज्ञात नहीं है
Height (approx.) – 158Cm
टीवी सीरियल – Rishte-Naate (1980)
पहली मूवी – Bollywood Film: Sun Meri Laila (1983)
पहली मलयालम मूवी – Ithile Iniyum Varu (1986)
पहली भोजपुरी मूवी – Sajanwa Bairi Bhaile Hamar (1987)
वडोडरा से पार्लियामेंट मेंबर (1991)
वर्तमान पता – 46, Presidency Society, Kashivishwanath, N.S. Road No. 7, Juhu Scheme, Mumbai-400049
धर्म – हिंदी
राष्ट्रीयता – भारतीय
पसंदीदा – पढ़ना, लिखना, गाना गुनगुना और पेंटिंग करना
शादी – 22 November 1991
पति – Hemant Topiwala (Businessman)
इनके पास केवल दो बेटी ही है।
पसंदीदा भोजन – कढ़ी
राजनेता पसंद करती है – अटल बिहारी बाजपेयी और सुसमा स्वराज
खेल में इनको Badminton, Swimming बहुत पसंद है।
जाना पसंद करती है – Canada, Maldives, Mauritius, Nepal, U.K & U.S.A

दीपिका चिखलिया (रामायण की सीता) की कुल सम्पति $5 million लगभग 38Cr. करोड़ है।

रामायण की सीता दीपिका चिखलिया की शिक्षा – (Deepika Chikhalia Education)

बताया जाता है की इन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से बेचलर ऑफ़ आर्ट (BA) की डिग्री हासिल की थी। कहने का मतलब सीता जी बी ए पास है।

दीपिका चिखलिया का परिवार – (Deepika Chikhalia Family)

वर्तमान में सीता जी के परिवार में इनके पति (हेमंत) और दो बेटी है। पति हेमंत का कास्मेटिक कंपनी है जिसकी देख रेख और मार्केटिंग का काम दीपिका चिखलिया (सीता जी) ही देखती है।

दीपिका चिखलिया (सीता जी) का रामायण कैरियर –

Deepika Chikhalia Ramayan Career (1986-90) – फिल्मों में अच्छा अभिनय करने के बाद दीपिका चिखलिया का बहुत नाम हुआ अभिनेत्री के रूप में यह इतनी फेमस हो गयी थी लोग इनको खूब पसंद करने लगे थे, इसी बीच रामानंद द्वारा रामायण सीरियल बनाने की बात चल रही थी उसके लिए रामानंद को सीता का रोल करने के लिए एक अच्छी कलाकार की जरुरत होने लगी थी, तब किसी के द्वारा उनको दीपिका चिखलिया के बारे में पता चला उसके बाद रामायण के प्रोडूसर रामानंद ने इनसे रामायण में सीता का रोल अदा करने के लिए कहा।

वर्ष 1986-87 में दीपिका चिखलिया (सीता जी) ने धार्मिक सीरियल रामायण में सीता का रोल किया था। इस अभिनय से दीपिका चिखलिया इतनी पॉपुलर हो गयी थी की लोग इनको सच में सीता माँ कहकर पुकारते थे, ये जहां भी जाती थी लोग इनके चरण में गिर जाते थे। इतना मान सम्मान इनको रामायण से मिला था आज भी जब कभी रामायण की चर्चा चलती है तो इनके अभिनय के बारे में बात जरूर होती है।

बताया जाता है की जिस रामायण में इन्होंने अभिनय किया था उसका पहला एपिसोड 25 January 1987 को टीवी पर प्रसारित हुआ, और अंतिम एपीसोड 31 July 1988 को प्रसारित किया गया।

बाद में इन्होंने लवकुश लीला उत्तर रामायण में भी वर्ष 1990 में अभिनय किया। रामानंद ने पहली बार लंका खण्ड तक ही रामायण बनाया था बाद में लोगों ने बाल्मीकि द्वारा लिखी गयी रामायण को भी उत्तर रामायण के नाम से बनाने के लिए उनपर दबाव बनाया उसके बाद उन्होंने उत्तर रामायण बनाया जिसमे दीपिका (सीताजी) ने काम किया।

दीपिका चिखलिया (सीता) की फ़िल्में – (Deepika Chikhalia Movies)

  • Sun Meri Laila (1983)
  • Ithile Iniyum Varu (1986) (Malayalam)
  • Sajanwa Bairi Bhaile Hamar (1987) (Bhojpuri)
  • Indrajith (1989) (Kannada)
  • Asha O Bhalobasha (1989) (Bengali)
  • Yamapasam (1989) (Telugu)
  • Jode Rahejo Raj (1989) (Gujarati)
  • Idathu Pillai (1990) (Tamil)

दीपिका चिखलिया (सीता) टीवी सीरियल (धारावाहिक) –

रामानंद सागर (रामायण) 1986-90
रिश्ते नाते (1980) इसी से इन्होंने अपने जीवन की शुरुआत की थी।

Deepika Chikhalia Political Career –

वर्ष 1991 में यह बीजेपी ज्वाइन कर ली उसके बाद ये बड़ोदरा, गुजरात से सांसद में चुनाव लड़ी थी जिसमे इनकी जीत हुई थी, इस तरह से यह राजनीति में आयी।

Deepika Chikhalia Now (रामायण की सीता इस समय) –

यह इस समय अपने पति की कॉस्मेटिक कंपनी चलाती है, साथ में बेटियों की पढ़ाई लिखाई पर ध्यान देती है और अपने घर मुंबई में रहती है, घर की सारी जिम्मेदारी भी यह बखूबी निभाती है।

वैसे इनको रामायण के बाद कई फिल्मों के लिए ऑफर आया मगर इन्होने छवि बनाये रखने के लिए फिल्मो में काम करना कम कर दिया, कुछ दिनों पहले ये बाला मूवी (फिल्म Bala 2020 आयुष्मान खुराना) में दिखी थी। जिसमे इन्होंने माँ का रोल अदा किया था। अब यह कभी कभार ही फिल्मों में छोटे मोठे रोल किया करती है।

दीपिका चिखलिया (रामायण की से जुडी रोचक जानकारी –

  • यह एक अभिनेत्री, नेता, और टीवी कलाकार रह चुकी/है।
  • पेंटिंग करना बहुत पसंद है इन्होंने कुछ समय पहले अपनी पेंटिंग प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट की थी।
  • इनकी दो बेटियां है।
  • पति की कॉस्मेटिक कंपनी है।
  • इनकी एक बेटी मेकअप अर्टिस्ट भी है।
  • दूरदर्शन पर इनके धारावाहिक रामायण का प्रसारण हुआ था।
  • बताया जाता है की इनका निरमा सुपर डिटरजन पाउडर का ऐड दूरदर्शन पर काफी लोकप्रिय रहा।

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Rohit Sharma Biography in Hindi – रोहित शर्मा का जीवन परिचय (जीवनी)

Rohit Sharma Biography in Hindi – क्रिकेट की दुनिया का धुआंधार बल्लेबाज रोहित शर्मा का जन्म 30 April 1987 को बनसोद, नागपुर, महाराष्ट्र के ब्राह्मण परिवार में हुआ था इनके पिता का नाम गुरुनाथ शर्मा है उनके माता का नाम पूर्णिमा शर्मा है। यह विशाखापट्टनम से हैं, इनके पिता परिवहन विभाग में नौकरी करते हैं, बचपन से ही रोहित शर्मा अपने Grandfather और अंकल के साथ मुंबई के बोरीवली में रहते थे। वीकेंड में वो अपने माता पिता से मिलने जाया करते थे। जो डोमविबली में एक सिंगल रूम घर में रहते थे। उनका छोटा भाई विशाल अपने मम्मी पापा के साथ रहता था।

Rohit Sharma Biography in Hindi

रोहित शर्मा बचपन से ही क्रिकेट के बहुत बड़े शौकीन थे, टीवी पर आने वाले कोई भी क्रिकेट मैच छोड़ते नहीं थे, वे गली क्रिकेट में भी बहुत अच्छे माने जाते थे। इस कारण वह अपनी बिल्डिंग में बहुत मशहूर थे, लोग उनको क्रिकेट के लिए बुलाया करते थे कई बार उन्होंने लोगों की खिड़कियों के शीशे भी अपने क्रिकेट खेल से तोड़ दिए थे। बताया जाता है कि वर्ष 1999 में रोहित शर्मा अपने अंकल के पैसे से क्रिकेट कैंप में दाखिला लिया था। कोच दिनेश लाड़ ने उन्हें स्कूल चेंज कर स्वामी विदेकानंद इंटरनेशनल स्कूल में दाखिला लेने के लिए बोले थे, जहां वह खुद ही क्रिकेट कोच थे जहां पर बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध थी।

Rohit Sharma Biography in Hindi – संछिप्त जीवन

नाम – रोहित शर्मा
उपनाम – हिटमैन ,शान, ब्रोथमैन
माता पिता – पूर्णिमा शर्मा, गुरुनाथ शर्मा
जन्म – 30 April 1987
गृहनगर – बनसोद, नागपुर, महाराष्ट्र
वर्तमान पता (rohit sharma address) – 29th Floor, Ahuja Apartments, Worli, Mumbai
वर्तमान उम्र (rohit sharma age) – 33 Years (2020)
बल्लेबाजी – दाएँ हाथ से
गेंदबाजी – दाएँ हाथ से ऑफ़ ब्रेक
क्रिकेट में इनकी भूमिका – बल्लेबाज
6 नवंबर 2013 को पहला क्रिकेट टेस्ट मैच खेला
23 जून 2007 को पहला अंतरराष्ट्रीय मैच आयरलैंड के खिलाफ
भारतीय टीम से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं
रोहित शर्मा की कुल संपत्ति (rohit sharma net worth) 227 करोड़ है
Batting Career Summary – Test 32, ODI 224, T20I 108 & IPL 188
ICC Rankings (May 2020) – Test – 16 ODI 2 T20 11
उप-कप्तान भी रह चुके है रोहित शर्मा (Rohit Sharma)

शुरुवाती दिनों में रोहित शर्म के कोच / संरक्षक (Mentor) दिनेश लाड थे।

रोहित शर्मा के पसंदीदा अभिनेता – ऋतिक रोशन, अक्षय कुमार, सैफ अली खान
रोहित शर्मा की पसंदीदा अभिनेत्री – करीना कपूर, विद्या बालन, दीपिका पादुकोण, मेगन फॉक्स, ब्लेक लाइवली

महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में रोहित शर्मा के बहुत अच्छे प्रदर्शन किये कई बार मैच में यह कप्तान भी रहा चुके है।

रोहित शर्मा की शिक्षा के बारे में कहें तो इन्होंने स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल और ज्युनियर कॉलेज मुंबई ,आवर लेडी वेलांकन्नी हाई स्कूल, मुंबई से 12वी की परीक्षा पास की है। कॉलेज की पढ़ाई के बारे में ज्ञांत नहीं है।

रोहित शर्मा क्रिकेट कैरियर (Cricket Career) –

वनडे (ODI) – 23 जून 2007 बेलफास्ट में आयरलैंड के खिलाफ
टेस्ट (Test Match) – 6 नवंबर 2013 कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ
T20 Match – 19 सितम्बर 2007 डरबन में इंग्लैंड के खिलाफ

यादगार रिकॉर्ड्स –

  • One Day (ODI Match) में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर (264 रन)
  • पहले खिलाड़ी जिन्होंने एकदिवसीय मैच में दोहरे शतक लगाए
  • उन्होंने ODI Matches में एबी डिविलियर्स और क्रिस गेल से अधिक छक्के (16 छक्के) का रिकॉर्ड बनाए
  •  सुरेश रैना के बाद वह दूसरे भारतीय खिलाड़ी है जिन्होंने 3 प्रारूपों में (टेस्ट, ODI T20 20) में एक – एक शतक जड़ा है
  •  ऑस्ट्रेलिया में, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय ODI Match में उन्हों ने सर्वाधिक स्कोर बनाए (171 रन)
  •  वह तीसरे भारतीय खिलाड़ी बने जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ International ODI Matches में 1,000 से ज्यादा रन सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी के साथ मिल कर बनाए

रोहित शर्मा से जुडी रोचक जानकारी –

रोहित कहते है की अगर वो क्रिकेटर नहीं होते तो ये रियल स्टेट कारोबारी होते।
रोहित शर्मा ने रितिका से 2015 में शादी की।
रोहित शर्मा इंडियन प्रीमियर लीग में सफल खिलाड़ियों में से एक है।
ODI International मैच में भी इनका प्रदर्शन काफी अच्छा है।
बताया जाता है की वो क्रिकेटर वीरेंदर सहवाग में मिलने के लिए स्कूल से गोला मार दिया करते थे।
रोहित शर्मा भगवान गणेश के भक्त है।
रोहित शर्मा 6 वीं कक्षा में थे, तभी वो वह अपनी गर्मी की छुट्टियों के दौरान एक स्थानीय क्लब में शामिल हो गए थे।
रोहित शर्मा तेलुगू परिवार से संबध रखते है।

Rohit Sharma Biography in Hindi, से जुडी जानकारी कैसी लगी ?

Virendra Sehwag Biography in Hindi – क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग की जीवनी

Virendra Sehwag Biography in Hindi – सहवाग का जीवन परिचय, इतिहास व पुरस्कार (Sehwag Biography, Records, Awards net worth in Hindi) – क्रिकेट की दुनिया के सुलतान पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर 1978 को दिल्ली के एक अनाज व्यापारी के घर हुआ था। इन्होंने अपना जीवन जॉइंट परिवार में बिताया था। हरियाणा, दिल्ली की गलियों से निकले सहवाग एक दिन इतने बड़े क्रिकेटर बनेगे ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं था। यह एक बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक थे। इन्होंने क्रिकेट की दुनिया में खूब नाम कमाया था आज ये दिल्ली में रहते है और अपनी क्रिकेट अकादमी चलाते है। इस पोस्ट में आप Virendra Sehwag Biography in Hindi से जुडी सभी जानकारी प्राप्त करेंगे।

कहा जाता है की उनके पिता बचपन से ही उनको समझ गए थे, इसलिए वो उनके बचपन में ही उनको बैटबॉल लाया करते थे। हरियाणा में जन्में सहवाग के पिता का नाम किशन सहवाग और माता का नाम कृष्णा सहवाग है। इनकी पत्नी का नाम आरती अहलावत है इनके दो बच्चे है, आर्यवीर सहवाग और वेदांत सहवाग है इनके एक भाई और दो बहनें भी है।

Virendra Sehwag Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

Virender Sehwag Biography in Hindi

वीरेन्द्र सहवाग की निजी जानकारी संछिप्त में (Virender Sehwag Personal Details In Short):

नाम – वीरेंद्र सहवाग
उपनाम – वीरू
नाम का मतलब – लीडर ऑफ हीरोज,नायक
जन्म – बीस अक्टूबर उन्नीस सौ अठतर (20 Oct 1978)
अलंकृत नाम (Decorate Name) – नजफगढ़ के नवाब,जेन मास्टर ऑफ मार्डन क्रिकेट
गृहनगर – हरियाणा
वर्तमान निवास – 14/5 लक्ष्मी गार्डन,नजफगढ़, New Delhi
Virendra Sehwag Current Age – 42-43 Years
स्कूल/कॉलेज – अरोरा विध्या स्कूल/ जामिया मिलिया इस्मलिया कालेज, दिल्ली
शिक्षा (Educational Qualification) – ग्रेजुएट
भाषा(Languages) का ज्ञान – हिंदी, इंग्लिश
Virendra Sehwag Best Friend’sसचिन तेंदुलकर, हरबजन सिंह
टीम के खिलाडी – इंडिया, एशियन क्रिकेट काउंसिल XI, ICC World XI, Delhi डेयरडेविल्स, Kings XI Panjab
पसंदीदा – किशोर कुमार, रफी, लताजी के गाने सुनना, थ्रिलर मूवी देखना
Virendra Sehwag Coach/Mentor – एएन शर्मा (विकासपूरी क्रिकेट सेंटर)
Sehwag Batting Style – राईट-हैण्ड बैटमेन

सम्पति 40 मिलियन

इंटरनेट पर सहवाग –

Official Website

Virendra Sehwag Twitter Page
Virendra Sehwag Facebook
Virendra Sehwag Instagram Profile

वीरेंद्र सहवाग का बचपन

वैसे तो कहा जाता है की जब सहवाग सात साल के थे तभी उनके पिता उनको बैटबॉल खेलने के लिए लिए लगा करते थे, बाद में जैसे – जैसे वीरेंदर सहवाग बड़े होते गए इनकी रूचि क्रिकेट में बढ़ने लगी, उस समय एक बार ऐसा भी हो गया था की क्रिकेट खेलते समय सहवाग के दाँत टूट गए थे, यह देख उनके पिता उनको क्रिकेट खेलने से मना कर दिए थे, बाद में उनकी रूचि को देखते हुए उनको फिर से खेलने के अनुमति मिल गयी। इन्होंने अपने पहली बार वर्ष 1997-1998 मे दिल्ली क्रिकेट में शामिल होकर अपना कैरियर स्टार्ट किया था। अब तो ये अंतरास्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास भी ले चुके है।

वीरेंद्र सहवाग की शिक्षा (पढाई लिखाई) –

उन दिनों की बात है जब सहवाग पढ़ने लायक हो रहे थे तब वो हरियाणा से दिल्ली आ गए वहां पर इन्होने अरोरा विद्यालय स्कूल में एडमिशन लिया था जहाँ से इन्होने अपनी प्रारंभिक पढाई पूरी की थी। उसी समय से ये क्रिकेट में ज्यादा जोर देने लगे और एक आक्रामक बल्लेबाज के रूप में अपनी पहचान बनाने लगे, फिर बाद में ये स्टेडियम से क्रिकेट खेलने लगे जहाँ इनको कोच अमर नाथ शर्मा मिले यही बाद में सहवाग के क्रिकेट कोच बने। बाद में सहवाग ने जामिया मिलिया इस्लामिया से ग्रेजुएशन की पढाई पूरी की।

वीरेंद्र सहवाग का क्रिकेट कैरियर –

वर्ष 1997-1998 में सहवाग ने अपने कैरियर की शुरुआत दिल्ली में की थी। वर्ष 1998 मे इनका सिलेक्शन डुलेप ट्राफी के लिये North Zone Cricket Team से हुआ, लिस्ट में इनका नाम पांचवें स्थान पर था। इसके बाद इन्होंने खूब मेहनत करके अगले साल अपना नाम चौथे स्थान पर हासिल किया, जिसमे इन्होंने 274 का स्कोर किया, उसके बाद इनका मैच पंजाब के खिलाफ South Zone मे अगरतला मे 327 बाल्स मे 175 रनों मे रणजी ट्राफी खेला, इसके बाद इनका चयन Under-19 Team में हुआ, जो की साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला गया था।

वन डे इंटरनेशनल कैरियर – (Virendra Sehwag ODI Career)

सहवाग वर्ष 1999 में अपना पहला अंतरास्ट्रीय मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला, जिसमे वो एक रन बनाकर शोएब अख्तर की बाल पर एलबीडब्ल्यू हो गए थे। इस मैच में उनकी बॉलिंग भी अच्छी नहीं थी, इसलिए इन्हें लगभग 20 महीने तक कोई इंटरनेशनल मैच खेलने को नहीं मिला। वर्ष 2000 में भी इनको जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलने का मौका नही दिया गया, लगातार असफल होने के बाद वर्ष 2001 में इनको फिर से बेंगलौर मे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच खेलने का मौका मिला जहाँ इन्होने 54 गेंद मे 58 रन बनाये तथा मैन ऑफ़ थे मैच रहे, तब जाकर ये राष्ट्रीय टीम में चुने गए। यहीं से सहवाग के क्रिकेट जीवन का असली कैरियर शुरू हुआ।

उसी साल पुनः सहवाग ने अपनी सफलता का परचम श्रीलंका मे लहराया जहाँ उनको T20 सीरीज मे न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच के लिए चुना गया था। इस मैच में सचिन चोटिल होने की वजह से नहीं खेल रहे थे , इस मैच में सहवाग ने शतक लगाया यह कारनामा सहवाग ने केवल उनसत्तर गेंदों पर ही कर दिया जो तीसरी ओडीआई में पहली सबसे तेज शतक थी। बाद में यह सचिन के साथ खेलने लगे इन दोनों क्रिकेटर की जोड़ी आज भी लोगों को याद आती है। ऐसे ही अच्छे प्रदर्शन की वजह से सहवाग ओडीआई में नियमित खिलाडी के रूप मे चुन लिए गए।

फिर क्या था जनवरी 2002 में क्रिकेटर गांगुली को चोट लगने के कारण सहवाग को फिर से चांस मिल गया, जिसमे सहवाग ने कानपुर मे इंग्लैंड के खिलाफ चौसठ गेंद मे बयासी रन बना कर एक अच्छी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया।

इसके बाद वर्ष 2003 में सहवाग ने क्रिकेट वर्ल्ड कप (Cricket World Cup) खेला जिसमे इन्होंने 299 रन बनाये, इसी मैच के दौरान इन्होने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल कर 82 रन बनाये परंतु दुर्भाग्यवश इसमे India हार गई, लगातार एक के बाद एक मैच खेलते हुए उन्होंने 2003 मे Hyderabad मे न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच खेला जिसमे Sachin Tendulkar और उनकी साझेदारी रही, जिसमे 130 रन बना कर एक सौ बयास्सी रन की पारी खेली तथा चौथी शतक बनाई।

वर्ष 2004 के ODI में तीन MOM Award जीते जो कि श्रीलंका, पाकिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ खेले गये थे, इनका सबसे अच्छा प्रदर्शन कोच्ची मे रहा जब इन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ खेला उसमे 95 मे 180 रन बना कर शानदार जीत हासिल की।

वर्ष 2009 मे ODI मे न्यूजीलैंड के खिलाफ सबसे तेज शतक बनाया, जो कि 60 पर लगाया था, यह न्यूजीलैंड के खिलाफ फर्स्ट सीरीज थी जिसमे उन्होंने इंडिया का नेतृत्व किया था, यह इनकी एक बड़ी जीत थी।

वर्ष 2011 में MP Indore में सहवाग ने West Indies के खिलाफ खेल कर अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिये, इस मैच में सहवाग ने 149 गेंदों में 229 रन बनाये तथा ODI Cricket मे 8000 का रिकार्ड पार किया, यहाँ वह इंडियन टीम के लिये मजबूत खिलाडी साबित हुए।

इंग्लैंड श्रंखला मे South Africa के पहले दौरे मे 4 Half Centuries के साथ 426 रन बनाये, England दौरे से वापस आने के बाद ICC चैम्पियन ट्रॉफी मे 271 रन बनाये जिसमे इनको दो बार मेन ऑफ दी मैच मिला, यहाँ गांगुली के साथ उनकी साझेदारी अच्छी रही, जिसमे 104 गेंदों मे 126 रन बनाये तथा 8 विकेट से इंग्लेंड के खिलाफ जीत दर्ज कराई।

ODI Records – अर्द्धशतक – 37 शतक 16

Career Highlights

पहला वनडे मैच 1 April 1999 खेला था
आखिरी वनडे मैच 3 Jan 2013 खेला था
पहला टी-20 मैच 1 Dec 2006 को खेला था
आखिरी टी-20 मैच 02 Oct 2012 को खेला था
पहला टेस्ट मैच 3 Nov 2001 को खेला था
आखिरी टेस्ट मैच 5 March 2013 को खेला था

Virendra Sehwag Biography in Hindi  – T20 मे सहवाग का कैरियर

अच्छे प्लेयर होने के नाते बाद में सहवाग ने टी-20 इंटरनेशनलस मैच भी खेलने शुरू किये इसमें भी इन्होने खूब अच्छा प्रदर्शन किया खूब रन बनाये। टी-20 वर्ल्डकप के रिकॉर्ड्स (T-20 World Cup Records) इनिंग्स 7

Virendra Sehwag Biography in Hindi – टेस्ट मैच का कैरियर

  • साल 2001 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला तथा 105 रन बनाये
  • वर्ष 2002 में इंग्लैंड और जिम्बाब्वे के खिलाफ होम सीरीज़ खेली तथा 84 रन बनाये, तथा दूसरे टेस्ट मैच मे शतक बनाया
  • वर्ष 2003 में फर्स्ट होम सीरीज खेली जो कि वेस्टइंडीज के खिलाफ थी, जिसमे इन्होंने 137 रन बना कर शतक बनाया
  • वर्ष 2004 के प्रारंभ मे मुल्तान मे पाकिस्तान के खिलाफ 309 रन बना कर मुल्तान के सुलतान कहलाएं।
  • वर्ष 2005 मे ही इनको ICC सुपर सीरीज मे आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला, जिसमे फर्स्ट इनिंग कर 76 रन बनाये
  • वर्ष 2006 में लाहौर पहला टेस्ट मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया, जिसमे 254 रन बनाये तथा सबसे ज्यादा टेस्ट रन बना कर डबल सेंचुरी बनाई, उसके बाद राहुल द्रविड़ के साथ साझेदारी कर पाकिस्तान के खिलाफ 410 बना कर टेस्ट मैचों के अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिये।
  • वर्ष 2008 में फिर से होम सीरीज मे इन्होंने वापसी की तथा South Africa के खिलाफ अच्छा मैच खेला, तीसरे दिन उन्होंने 257 रन बनाये
  • टेस्ट मैच – अर्द्धशतक 31, शतक 23

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Albart Einstein Biography in Hindi – अल्बर्ट आइंस्टीन का जीवन परिचय

अल्बर्ट आइंस्टीन, दुनिया के महान वैज्ञानिक, जिन्होंने बिज्ञान को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाया इन्होंने लोगों में बिज्ञान के प्रति रूचि पैदा की, इनके अविष्कारों को आज भी दुनिया याद करती है। आइंस्टीन ने थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी का सिद्धांत दिया था। साइंस सेक्टर में अभूतपूर्व योग्यदान के लिए उन्हें 1921 में फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार दिया गया था, इस पोस्ट में आप Albart Einstein Biography in Hindi से जुडी जानकारी प्राप्त करेंगे।

Albart Einstein Biography in Hindi – जीवन परिचय

Albart Einstein Biography in Hindi

अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म (Albert Einstein Birthday) 14 March 1879 को जर्मनी के उल्मा में हुआ था, इनका पूरा नाम अल्बर्ट हेमर्न आइन्स्टीन था। बताया जाता है की जब इनका जन्म हुआ था तब इनके सिर का आकार कुछ अजीब सा था, मगर समय के साथ वो ठीक हो गया। इनके बारे में कहां जाता है की ये बचपन में दूसरे बच्चों की अपेक्षा थोड़ा टाइम बाद बोल पाए थे, बताया जाता है की 4 वर्ष के हो जाने के बाद ही ये बोल पाए थे। आइंस्टीन क्लासिकल म्यूजिक के बहुत बड़े फेन थे, उन्होंने एक बार कहा था की अगर मैं बैज्ञानिक नहीं होता तो एक अच्छा म्यूजिशियन जरूर होता।

अल्बर्ट आइंस्टीन का परिवार – (Albert Einstein Family)

अल्बर्ट का जन्म एक मध्यम वर्गीय यहूदी परिवार में हुआ था, इनके पिता का नाम हेमर्न आइन्स्टीन और माँ का नाम पौलिन कोच था। बताया जाता है की इनके पिताजी सैल्मन और इंजीनियर थे जिन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर इलेक्ट्रिक उपकरण बनाने की कंपनी खोली थी। उनकी माताजी एक गृहणी थी, इनके बहन का नाम माजा था जो अल्बर्ट आइंस्टीन से 2 वर्ष छोटी थी।

वैवाहिक जीवन (Albert Einstein Marriage Life)

बताया जाता है की अल्बर्ट आइंस्टीन ने 2 शादी की थी, उनकी पहली शादी वर्ष 1903 में मिलेना मरिक से हुई थी, जिससे वो अपने स्कूल के दिनों में मिले थे, वर्ष 1902 में पिता की मृत्यु के बाद ही अल्बर्ट ने मिलेना मरिक से शादी की थी। उसके बाद इस शादी से अल्बर्ट को एक बेटी और दो बेटे पैदा हुए, उसके बाद वर्ष 1919 में इनका तलाक हो गया, इसके बाद अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपनी कजिन से शादी कर ली।

Albert Einstein Inventions and Discoveries in Hindi – अल्बर्ट आइंस्टीन के आविष्कार

बताया जाता है की अल्बर्ट ने अपने जीवन में कई अविष्कार किये, लेकिन थॉयरी ऑफ़ रिलेटिविटी (सापेक्षता का सिद्धांत) के कारण उन्हें बहुत याद किया जाता है। यही वो सिद्धांत था जिसके वजह से परमाणु ऊर्जा और परमाणु बॉम्ब दुनिया के आधार में आया।

Albart Einstein Biography in Hindi  – थॉयरी ऑफ़ रिलेटिविटी

अल्बर्ट ने वर्ष 1905 में स्पेशल थॉयरी ऑफ़ रिलेटिविटी का सिद्धांत दुनिया को दिया, उसके बाद वो वर्ष 1915 में जनरल थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी का सिद्धांत दिया, इस थ्योरी की मदद से उन्होंने ग्रहों की सूर्य की परिक्रमा की कक्षाओं की सही भविष्यवाणी की थी, गुरत्वाकर्षण बल कैसे काम करता इसमें इन्होंने अच्छे से बताया है। इसके बाद दो ब्रिटिश वैज्ञानिकों (British Scientist) सर फ्रैंक डयसन और सर आर्थर एड्डिंगटन ने 1919 में सूर्य ग्रहण के दौरान इनकी पुष्टि की थी।

E=MC2 सिद्धांत

वर्ष 1905 में अपने एक रिसर्च में अल्बर्ट ने E=MC2 का सिद्धांत बताया था, जो आगे चलकर दुनिया का सबसे प्रसिद्ध फार्मूला बन गया इस फार्मूला में E एनर्जी है जो कि वस्तु के मास (m) और स्पीड ऑफ़ लाइट (C) की पावर 2 के बराबर माना गया।

Albert Einstein Facts in Hindi – रोचक तथ्य

  • बताया जाता है की अल्बर्ट आइंस्टीन बहुत कम उम्र (महज 16 वर्ष) की आयु में अपना पहला रिसर्च पेपर पब्लिश किये थे, जिसका शीर्षक ” द इन्वेस्टीगेशन ऑफ़ द स्टेट ऑफ़ ऐथेर इन मेग्नेटिक फ़ील्ड्स” था।
  • जब अल्बर्ट अपने स्कूल (स्विस फ़ेडरल पॉलिटेक्निक स्कूल) में एडमिशन के लिए टेस्ट देने गए थे तब उनका प्रदर्शन मैथ और फिजिक्स को छोड़कर बाकी सब्जेक्ट्स में बहुत बुरा था।
  • बताया गया है की अल्बर्ट के दिमाग में पैरिटल लोब का आकार सामान्य ब्रेन के मुकाबले 15 % बड़ा था।
  • जन्म से ही अल्बर्ट आइंस्टीन अनलिटिकल और क्यूरियस माइंड वाले थे लेकिन उनकी मेमोरी बहुत वीक थी वो डेट और फ़ोन नंबर याद नहीं कर पाते थे।
  • आइंस्टीन को मोजा पहनना बिलकुल भी पसंद नहीं था।
  • यह एक यहूदी समाज से सम्बन्ध रखते थे और इजरायल में रहते थे, जो की एक यहूदी देश है बताया ज्यादा है की इनको वर्ष 1952 में इज़रायल का राष्ट्रपति बनने का अवसर दिया गया था लेकिन आइंस्टीन ने उसे ठुकरा दिया था।
  • इन्होंने अलकोहल गैस से चलने वाले रेफ्रिजरेटर का अविष्कार भी किया था, मगर नयी टेक्नोलॉजी आने के कारण इसपर आगे कभी काम नहीं हो पाया।
  • आइंस्टीन की मृत्यु के बाद जिस डॉक्टर ने उनके शव का परीक्षण किया उसने उनके दिमाग को निकाल कर एक जार में रख लिया था, जिसके लिए उसको नौकरी से निकाल दिया गया था फिर भी उसके वो जार नहीं लौटाया, बाद में कुछ दिन बाद उसके वह जार स्वतः लौटा दिया।
  • अल्बर्ट को जिस e=mc2 फार्मूला से पहचान मिली वो फार्मूला सबसे पहले फ्रेड्रिच के द्वारा इस्तेमाल किया था।
  • जब हिटलर जर्मनी का वाईस चांसलर बना, उसके ठीक एक महीने बाद आइंस्टीन ने जर्मनी छोड़ दिया और स्थाई रूप से अमेरिका में जाकर बस गए, उसके बाद वो कभी भी जर्मनी नहीं आये। कहा जाता है की अमेरिका में बहार से आये दिमाग ने ऐसी तरक्की की, जिसकी वजह से आज अमेरिका नंबर वन बना है अमेरिकी लोग ऐसे लोगों की कदर भी बहुत करते है।
  • प्राइज फोटोइलेक्ट्रिक इफ़ेक्ट के लिए आइंस्टीन को नॉवल पुरस्कार दिया गया था, जबकि बहुत लोग यह मानते है की इनको यह पुरस्कार “अवार्ड थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी” के लिए मिला था।

Albert Einstein दुनिया के महान बैज्ञानिक थे, आज भी लोग उनको याद करते है, जब तक यह दुनिया रहेगी लोग उनको याद करते रहेंगे।

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Tulsidas – महान कवि तुलसीदास का जीवन परिचय (जीवनी)

Tulsidas – गोस्वामी तुलसीदास (हिंदी साहित्य के महान कवि और साहित्यकार) का जन्म 1511 ई० (सम्वत्- 1568 वि०) में राजापुर, कासगंज उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था। (जन्म को लेकर एक राय नहीं है ) इनके पिता का नाम आत्माराम दुबे था, माता का नाम हुसली था, पत्नी रत्नावली थी। यह एक अच्छे कवि और समाजसुधारक भी थे। इनके गुरु का नाम आचार्य रामानंद था। यह हिन्दू धर्म से तालुक रखते थे, गोस्वामी तुलसीदास भक्तिकाल के कवि कहें जाते है।

तुलसीदास (Goswami Tulsidas) की प्रमुख रचनाएं – रामचरितमानस, दोहावली, कवितावली, गीतावली, विनय पत्रिका, हनुमान चालीसा आदि

Tulsidas Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

tulsidas

नाम – गोस्वामी तुलसीदास
जन्म – सन 1532 or 1511 (संवत – 1589), राजापुर, उत्तर प्रदेश
पिता का नाम – आत्माराम दुबे
माता का नाम – हुलसी
पत्नी का नाम – रत्नावली
कार्यक्षेत्र – कवि, समाज सुधारक
मृत्यु – सन 1623 (संवत- 1680), काशी
कर्मभूमि – बनारस (वाराणसी)
काल – भक्ति काल
विधा – कविता, दोहा, चौपाई
विषय – सगुण भक्ति
भाषा का ज्ञान – संस्कृत, अवधी, हिंदी

Tulsidas ka Jivan Parichay – तुलसीदास का बचपन –

कहा जाता है की भगवान शिव की प्रेरणा से प्रभावित होकर रामशैल पर रहने वाले श्री अनन्तानन्द जी महाराज के प्रिय चेले श्रीनरहर्यानन्द जी (नरहरि बाबा) ने रामबोला नाम से चर्चित तुलसीदास को बचपन में खोज निकाला था। उसके बाद उन्हीं लोगों ने मिलकर रामबोला को तुलसीदास बना दिया यानि उनका नाम तुलसीदास रखा गया। उसके बाद उन गुरुओं ने तुलसीदास को अयोध्या ले गए जहां माघ शुक्ला पंचमी (शुक्रवार) को उसका यज्ञोपवीत-संस्कार सम्पन्न कराया। संस्कार के समय तुलसीजी ने बिना बताएं गायत्री मंत्र जप डाला था। जिसको देखकर वहां बैठे सभी लोग आश्चर्य में पड़ गए थे।

तुलसीदास के जन्म को लेकर बिद्वानों में कई तरह की भ्रांतियाँ है, कुछ लोग इनके जन्म के बारे में कहते है की इनका जन्म 1497 ई./ 1511 ई./ या 1532 ई. में श्रावण मास के शुक्लपक्ष की सप्तमी तिथि को हुआ था. जबकि इनकी मृत्यु को लेकर सबके मत एक जैसे है। उनकी मृत्यु 1623 ई. में हुई थी, ऐसा माना जाता है की तुलसीदास की मृत्यु 1623 ई. में हुई थी।

Tulsidas ke dohe – तुलसीदास के दोहे

चित्रकूट के घाट पर, भइ सन्तन की भीर।
तुलसिदास चन्दन घिसें, तिलक देत रघुबीर॥

अस्थि चर्म मय देह यह, ता सों ऐसी प्रीति !
नेकु जो होती राम से, तो काहे भव-भीत ?

प्रेम पाट पटडोरि गौरि-हर-गुन मनि।
मंगल हार रचेउ कवि मति मृगलोचनि।।

तुलसीदास  के सर्वाधिक लोकप्रिय रचनाएँ व ग्रन्थ

तुलसीदास ने अपने जीवनकाल में इतनी प्रमुख रचनाएँ और ग्रन्थ लिखे है जिसमे रामचरितमानस तुलसीदास जी का सर्वाधिक लोकप्रिय ग्रन्थ रहा है। गुरुस्वामी तुलसीदास की प्रमुख रचनाएँ इस प्रकार है।

  • रामचरितमानस
  • हनुमान चालीसा
  • छप्पय रामायण
  • रामललानहछू
  • वैराग्य-संदीपनी
  • बरवै रामायण
  • पार्वती-मंगल
  • जानकी-मंगल
  • रामाज्ञाप्रश्न
  • दोहावली
  • कवितावली
  • गीतावली
  • श्रीकृष्ण-गीतावली
  • विनय-पत्रिका
  • सतसई
  • छंदावली रामायण
  • कुंडलिया रामायण
  • राम शलाका
  • संकट मोचन
  • करखा रामायण
  • रोला रामायण
  • झूलना
  • कवित्त रामायण
  • कलिधर्माधर्म निरूपण

तुलसी के मानस के पूर्व वाल्मीकि रामायण की कथा ही लोक प्रचलित थी। काशी के पंडितों से मानस को लेकर तुलसीदास का मतभेद और मानस की प्रति पर विश्वनाथ का हस्ताक्षर संबंधी जनश्रुति प्रसिद्ध है।

रामचरितमानस की रचना – (संवत्‌ 1631)

संवत्‌ 1631 में रामनवमी के दिन त्रेतायुग में राम-जन्म दिन प्रातःकाल तुलसीदास जी ने श्रीरामचरितमानस की रचना प्रारम्भ की। दो वर्ष, सात महीने और छ्ब्बीस दिन में यह अद्भुत ग्रन्थ तुलसीदास के द्वारा सम्पन्न हुआ। संवत्‌ 1633 के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में राम-विवाह के दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये, बताया जाता है की इसके बाद भगवान् की आज्ञा से तुलसीदास काशी चले गए। काशी पहुंचने के बाद तुलसीदास ने भगवान विश्वनाथ और माता अन्नपूर्णा को श्रीरामचरितमानस सुनाया। रात को पुस्तक विश्वनाथ-मन्दिर में रखकर सो गए, प्रात:काल जब मन्दिर के पट खोले गये तो पुस्तक पर लिखा हुआ पाया गया-सत्यं शिवं सुन्दरम्‌ जिसके नीचे भगवान शंकर की सही (पुष्टि) थी। उस समय वहाँ उपस्थित लोगों ने “सत्यं शिवं सुन्दरम्‌” की आवाज भी कानों से सुनी।

ये सब चमत्कारी बातें होने और देखने के बाद काशी के सभी साधु संतों में तुलसीदास के प्रति ईर्ष्या की भावना उत्पन होने लगी, सभी साधु दल बनाकर तुलसीदास की निंदा पर उतर आये थे कहा जाता है की वो लोग तुलसीदास की किताब रामचरितमानस को चुराना चाहते थे उसके लिए उनलोगों ने तुलसीदास की कुटिया में किताब चोरी करवाने का भी प्रयास किया था।

बाद में जब चोरों ने तुलसीदास को देखा तो उनके मन और बुद्धि में परिवर्तन आ गया और वो लोग उसी दिन से चोरी करना छोड़ दिए। और भगवान् के भजन कीर्तन में अपना मन लगाने लगे।

Tulsidas से जुडी रोचक जानकारी –

  • तुलसीदास एक रामभक्त, कवि, तथा एक समाज सुधारक, तीनों रूपों में एक साथ मान्य है।
  • Tulsidas Jayanti हर साल 20 जुलाई को होती है।
  • Tulsidas ke pad ? कवि, समाज सुधारक
  • Tulsidas Ramcharitmanas की रचना संवत्‌ 1631 में की गयी थी।
  • तुलसीदास जी की हस्तलिपि अत्यधिक सुन्दर थी।
  • बताया जाता है की तुलसीदास के गावं में आज भी श्रीरामचरितमानस के अयोध्याकाण्ड की एक प्रति सुरक्षित रखी हुई है।

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Rishi Kapoor Biography in Hindi – ऋषि कपूर का जीवन परिचय (जीवनी)

Rishi Kapoor Biography in Hindi – बॉलीवुड के सदाबहार अभिनेता ऋषि कपूर जिन्होंने अपने जीवन में सौ से ज्यादा फिल्में की, का जन्म 4 September 1952 को मुंबई के चेंबूर में हुआ था। यह पंजाबी हिन्दू परिवार में जन्में थे। इनको भारतीय सिनेमा के चॉकलेटी हीरो, भी कहा जाता है यह फ़िल्म निर्माता और निर्देशक भी थे और अभिनेता राज कपूर के मंझले बेटे थे। इनका उपनाम चिंटू था, इनके दो भाई है रणधीर कपूर और राजीव कपूर ये लोग भी अभिनेता है। हीरो रणवीर कपूर इनके पुत्र है जो एक अच्छे स्टार है। इनके परिवार में सही लोग सिनेमा में अपना योग्यदान दिया है और आगे भी देते रहेंगे कपूर परिवार का बॉलीवुड में बहुत बढ़ा रोल रहा है। वर्ष 1970 के दशक में पहली मूवी बालकलाकार के रूप में (मेरा नाम जोकर अपने पिता के साथ ) किया था।

Rishi Kapoor Biography in Hindi – (जीवनी)

Rishi Kapoor Personal Life – 

Date of Birth (DOB) – 04 Sept 1952
Birthplace – Chembur, Mumbai India
Date of Death – 20 April 2020 (Thursday) at 8.45 am
Place of Date – Sir HN Reliance Foundation Hospital, Mumbai India
Death Cause – Leukaemia
Age 67 Years at the time of Death

Rishi Kapoor Biography Hindi

पिता का नाम – स्वर्गीय राज कपूर (अभिनेता)
माता– कृष्णा कपूर (गृहिणी)
पत्नी – नीतू कपूर
संतान – रणबीर कपूर और रिधिमा कपूर
वर्तमान पता – कृष्णा राज, 27, पाली हिल, बांद्रा (पश्चिम), मुंबई

शिक्षा/पढ़ाई (Education) –

ऋषि कपूर की प्रारंभिक शिक्षा कैंपियन स्कूल, मुंबई में उनके भाईयों के साथ हुई थी बाद में बड़े होने के बाद वो मेयो कॉलेज अजमेर चले गए, जहां वो अपनी आगे की पढाई किये। बताया जाता है की इन्होने स्नातक तक पढाई की थी।

शादी – ऋषि कपूर का विवाह 22 जनवरी 1980 को अभिनेत्री नीतू सिंह के साथ हुआ था। ऋषि कपूर और नीतू ने शादी से पहले एक दूसरे को 4-5 साल तक डेट किया किया था उसके बाद ही शादी की थी। बाद में इनके दो बच्चे हुई जो आगे चलकर अपने पिता का नाम रोशन कर रहे है एक तो हीरो है जिनको आप जानतें ही होगें रणवीर कपूर, और दूसरी इनकी बहन है जिनका नाम रिधिमा कपूर है जिन्होंने बिजनेस मैन भारत साहनी से विवाह किया। बॉलीवुड की दो महान अभिनेत्री करीना और करिश्मा कपूर इनकी भतीजी हैं।

Rishi Kapoor Biography in Hindi ऋषि कपूर कैरियर

फ़िल्मी परिवार में जन्में ऋषि कपूर हमेशा से फिल्मों में अभिनय करने के लिए अपनी रूचि रखते थे, इन्होने पहली बार वर्ष 1970 में अपने पिता के साथ मेरा नाम जोकर’ से डेब्यू किया था। उसके बाद बॉबी (1973) इनके जीवन की पहली फिल्म आयी जो सुपरहिट हुई यहीं से इन्होने अपने कैरियर की शुरुआत की थी।

इन्होने बतौर लीड एक्टर सैकड़ों फिल्मों में अभिनय किया, उन्होने बॉलीवुड की कई रोमांटिक हिट फ़िल्में दीं। इन्होंने अपनी पत्नी के साथ कई फिल्मों में काम किया था।

अभिनय की दुनिया में बेहतरीन काम करने के बाद ऋषि कपूर ने फिल्म निर्देशन में अपनी किस्मत को आजमाया उन्होंने वर्ष 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म का निर्देशन किया था। फिल्म अग्निपथ में इन्होंने खलनायक की भूमिका भी निभाई थी हमेशा से हीरो बनाने वाले ऋषि कपूर को लोगों ने खलनायक के रूप में देखा तो आश्चर्य में रह गए। इस फिल्म के लिए इनको आईफ़ा बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया था। कहा जाता है की लोग इनको बॉलीवुड में रोमांस का राजकुमार भी कहते थे।

फिल्म “Kapoor and Sons” की शूटिंग के दौरान ऋषि कपूर ने करन जौहर को कहा था की उन्हें बहुत मुश्किल भूमिका मिली है, जिसके मेकअप के लिए उन्हें 10 से 12 घंटे लग जाते हैं।

Jan 2017 में ऋषि कपूर ने बिना सेंसर की अनुमति के अपनी आत्मकथा “खुल्लम खुल्ला प्रसारित किया।

ऋषि कपूर पुरस्कार और सम्मान –

ऋषि कपूर एक ऐसे हीरो और अभिनेता थे जिन्होने अपने अभिनय के बल पर बहुत सारे अवार्ड हासिल किये।

  • 1970 में इनको बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन की तरफ से मेरा नाम जोकर मूवी में अच्छे अभिनय के लिए स्पेशल अवार्ड और नेशनल फिल्म अवार्ड मिला।
  • 1974 में बॉबी मूवी के लिए फिल्मफेयर अवार्ड फॉर बेस्ट एक्टर
  • 2008 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
  • 2009 में Russian Government ने इनको सिनेमा में अच्छी उपलब्धि के लिए सम्मानित किया था।
  • 2010 में इनको अप्सरा फिल्म एंड टेलीविज़न प्रोडूसर गिल्ड अवार्ड – बेस्ट एक्टर सपोर्टिंग रोले के लिए मूवी – लव आज कल।
  • 2011 में Zee Cinema Awards: Best Lifetime Jodi along with Neetu Singh, Filmfare Critics Award for Best Actor for Do Dooni Chaar
  • 2013 में मूवी अग्निपथ में बेस्ट एक्टर नेगेटिव रोल के लिए The Times of India Film Awards (TOIFA), से अवार्ड।
  • 2013 में इनको स्क्रीन लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड भी मिला।
  • 2013 में ऋषि कपूर को बहुत सारे अवार्ड मिले, मूवी कपूर एंड संस के लिए इनको Best Supporting Actor, Filmfare Award for Best Supporting Actor, Zee Cine Award for Best Actor

ऋषि कपूर से जुडी रोचक जानकारी –

  • इन्होंने अपने जीवन में बाल कलाकार से लेकर लाइफटाइम अचीवमेंट तक का सफर पूरा किया।
  • सत्तर के दशक में इन्होंने मेरा नाम जोकर मूवी से बाल कलाकार के रूप में अभिनय की शुरुआत की थी।
  • एक्टर के रूप में सबसे पहले ये 1973 में बानी मूवी बॉबी में नजर आये थे।
  • The Body (2019); as “SP Jairaj Rawal” इनके जीवन की अंतिम फिल्म थी।
  • इन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ बहुत साऱी फिल्में की थी।
  • बॉलीवुड की कई अभिनेत्री और अभिनेता के साथ ऋषि कपूर ने सैकड़ों मूवी की।

हिट फिल्मे –

1970 में बाल कलाकार के रूप में मेरा नाम जोकर में
1973 में बॉबी
1980 में क़र्ज़, आप के दीवाने, दो प्रेमी
1977 में अमर, अकबर, अन्थोनी
1979 में सरगम
1982 में प्रेम रोग सुपरहिट, ये वादा रहा
1985 में सागर
1986 में नगीना
1989 में घराना
1991-92 में हिना, दीवाना, बोल राधा बोल, बंजारन, घर परिवार
1993 में सुपरहिट दामिनी
1994 में साजन का घर, पहला पहला प्यार
1996 में दरार
102 Not Out

ऋषि कपूर की मृत्यु –

ऋषि कपूर की मृत्यु 30 अप्रैल 2020 को सुबह 8.45 पर मुंबई के एक अस्पताल में हुई। इनकी मृत्यु से पुरे बॉलीवुड में शोक की लहार छा गयी। पूरा देश इनकी मृत्यु पर शोक प्रकट किया। न्यूज़ और समाचार से जानकारी मिली की उनको कैंसर की बीमारी थी। एक दिन पहले 29 April 2020 को अभिनेता इरफ़ान खान की मृत्यु हुई थी।

ऋषि कपूर के बारे में इंग्लिश में यहां पढ़ें

Rishi Kapoor Biography Hindi से जुडी जानकारी कैसी है ?