Sourav Ganguly Biography in Hindi – सौरव गांगुली का जीवन परिचय (पूर्व क्रिकेटर)

By | July 16, 2021

सौरव गांगुली का जीवन परिचय (पूर्व क्रिकेटर और वर्तमान में BCCI के अध्यक्ष) – इंडिया बायोग्राफी हिन्दी ब्लॉग में आप का स्वागत है, आज आप इस बायोग्राफी पोस्ट में भारत के मशहूर क्रिकेटर और वर्तमान में BCCI के अध्यक्ष सौरव गांगुली के जीवन परिचय के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। इनके बारे में इंटरनेट पर लोग कई तरीके से सर्च करते है जैसे, सौरव गांगुली के कितने बच्चे हैं? सौरव गांगुली की बेटी? सौरव गांगुली फैमिली? सौरव गांगुली के शतक? सौरव गांगुली आयु? (क्रिकेटर सौरव गांगुली का जीवन परिचय, Sourav Ganguly Biography In Hindi)

Sourav Ganguly Biography in Hindi – जीवन परिचय

Sourav Ganguly Biography in Hindi

सौरव गांगुली का जन्म 8 जुलाई 1972 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में हुआ था, वर्तमान में (2021) यह 49 साल के हो चुकें हैं। इनके पिता का नाम चंडीदास और माता का नाम निरूपा गांगुली है, यह चंडीदास के छोटे पुत्र हैं। इनके पिता एक सफल छपाई का ब्यवसायी थे, जो कोलकाता के सबसे रईस व्यक्तियों में से थे। इनका एक संभ्रांत बचपन बिता था और इनको लोग महाराजा के उपनाम से बुलाते थे।

वास्तविक नाम – सौरव चंडीदास गांगुली
उपनाम – बंगाल टाइगर, दादा और प्रिंस ऑफ़ कोलकाता
प्रोफेशन – क्रिकेटर
क्रिकेट में मुख्य भूमिका – बल्लेबाजी
खेलने की शैली – बाएं हाथ के बल्लेबाज
वर्तमान में – BCCI अध्यक्ष
जन्म – 8 जुलाई 1972 को बेहला, कोलकाता में
माता पिता – चंडीदास और निरूपा गांगुली
पत्नी – डोना गांगुली Odissi Dancer (married 1997)
बेटी – सना गांगुली
कुल सम्पति – $58.5 million

सौरव गांगुली की शिक्षा –

सौरव गांगुली की शिक्षा के बारे में कहा जाता है कि इन्होने St. Xavier’s Collegiate School. Kolkata, West Bengal से शिक्षा ग्रहण की थी, उसके बाद यह क्रिकेटर बन गए। आज यह क्रिकेट की दुनिया की सबसे आमिर संस्था BCCI के अध्यक्ष हैं।

सौरव गांगुली का क्रिकेट कैरियर –

सौरव गांगुली के बारे में बताया जाता है कि यह ल के दिनों से ही अपने बल्ले की धमक को दिखाना शुरू कर दिए थे, ऐसे समय बीतता गया और गांगुली बड़े होते गए, इसी दौरान इनको बंगाल की अंडर 15 टीम में उड़ीसा के खिलाफ खेलने का मौका मिला और इन्होने उस मैच में शतक जड़ डाला, बताया जाता था की इस टीम में इनको १२वें नंबर पर रखा गया था मगर मौका मिला और यह काम कर गए। यहीं से गांगुली दादा ने अपने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत कर दी थी।

समय बीतने के बाद वर्ष 1996 में सौरव गांगुली का चयन इंग्लैंड दौरे के हो गया जहाँ इन्होने टेस्ट और वन डे मैच दोनों खेले इस दौरान सौरव को सिर्फ एक वन डे मैच में खेलने का मौका मिला, जहां इन्होने एक मैच में 46 रन बनाए थे। बाद में इनकी असल चुनौती टेस्ट मैच था, बाद में इनको 20 जून 1996 को इंग्लैंड के ऐतिहासिक लॉर्ड्स के मैदान पर अपने टेस्ट कैरियर का आगाज करने का मौका मिला जो एक ऐतिहासिक पल बनकर दुनिया के सामने आया इस मैच में गांगुली ने 131 रनों की शानदार पारी खेली थी। इसी के साथ गांगुली ने एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया, यह पहले दो टेस्ट मैचों में दो सेंचुरी बनाने वाले दुनिया के तीसरे बल्लेबाज बन गए। इसी समय के बाद से सौरव की भारतीय टीम में जगह पक्की मानी गयी थी।

रोचक जानकारी –

  • गांगुली काफी ऊँचाई से शॉट लगाकर बॉल को बाउंड्री लाइन से बाहर भेजने के लिए जाने जाते हैं।
  • गांगुली वर्ष 1997 में कनाडा के टोरंटो में खेले गए सहारा कप में पाकिस्तान के विरुद्ध शानदार पारी खेली थी।
  • गांगुली दादा को कई बार ‘मैन ऑफ़ दी मैच’ और ‘मैन ऑफ़ दी सीरीज’ से नवाजा जा चुका है।
  • यह बंगाल के काफी मशहूर क्रिकेटर रह चुकें हैं।
  • गांगुली को वर्ष 1999 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर के साथ ओपनिंग करने का मौका मिला था।
  • गांगुली ने श्रीलंका के विरुद्ध खेलते हुए सौरव ने 183 रन की शानदार पारी खेली थी

गांगुली के क्रिकेट कैरियर का सबसे शानदार वर्ष –

गांगुली के क्रिकेट कैरियर का सबसे शानदार समय था वर्ष 1999, वर्ष 2000 और वर्ष 2004, 1999 सौरव गांगुली ने न्यूजीलैंड के विरुद्ध खेले गए पांच वन डे मैचों की श्रृंखला और पेप्सी कप दोनों में ‘मैन ऑफ़ दी सीरीज’ का ख़िताब जीता था। वर्ष 2000 का वह वक्त आया जब भारतीय टीम पर मैच फिक्सिंग का साया मंडराने लगा था, उस समय सचिन कप्तानी छोड़ दिए और गांगुली को इंडिया टीम का कप्तान बनाया गया और वर्ष 2004 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय टीम फाइनल तक पहुंचने में गांगुली का काफी योग्यदान रहा था।

गांगुली से जुडी कुछ और रोचक जानकारी –

  • जहीर खान, हरभजन सिंह, युवराज सिंह, राहुल द्रविड़ और लक्ष्मण जैसे युवा खिलाड़ी इनके समय में ही फेमस हुए थे।
  • एक बार गांगुली को भारतीय टीम के कोच ग्रेग चैपल के साथ मनमुटाव के कारण टीम से बार-बार बाहर होना पड़ा था।
  • बाद में सौरव गांगुली ने आईपीएल टूर्नामेंट में कोलकाता की टीम केकेआर से खेलना शुरू कर दिया था।
  • इनको भारत सरकार ने वर्ष 2004 में पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया था।

 

सौरव गांगुली की बल्लेबाजी –

113 टेस्ट मैच
311 वनडे मैच
आईपीएल 59

उच्च स्कोर –

Test Match – 239 Runs
Oneday – 183 Runs
IPL – 91 Runs

सौरव गांगुली को मिले अवार्ड और सम्मान (Sourav Ganguly awards)

  • अर्जुन पुरस्कार – 1998
  • स्पोर्ट्स पर्सन ऑफ़ दी ईयर – 1998
  • बंगा विभूषण पुरस्कार – 2013
  • पद्म श्री पुरस्कार – 2004

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