शरद अरविन्द बोबडे भारत के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश हैं इनका जन्म 24 अप्रैल 1956 में महाराष्ट्र के नागपुर में हुआ था , यह भारत के 47 वें मुख्य न्यायाधीश है, इन्होने 18 नवम्बर 2019 को अपना पद ग्रहण किया था। इसके पहले भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई थे, वर्ष 1950 से चल रहे अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद पर फैसला देकर चल रहे विवाद का पटाक्षेप करने वाली 5 जजों की बेंच में जस्टिस बोबडे भी थे।
Sharad Arvind Bobde Biography in Hindi – संछिप्त परिचय
- वास्तविक नाम – शरद अरविन्द बोबडे
- पद – भारत के मुख्य न्यायाधीश
- जन्म – 24 अप्रैल 1956 में महाराष्ट्र के नागपुर में
- राष्ट्रीयता – भारतीय
- व्यवसाय – न्यायाधीश
- वर्तमान पता – नई दिल्ली
शरद अरविन्द बोबडे की शिक्षा –
इन्होने नागपुर विश्वविद्यालय से कला एवं कानून में स्नातक की उपाधि ली थी, उसके बाद यह वर्ष 1978 में यह महाराष्ट्र बार परिषद में बतौर अधिवक्ता अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था, यहीं से इनके जीवन की शुरुआत हुई थी, जो वर्तमान में भारत के मुख्य न्यायधीश के रूप में चल रही है।
रोचक जानकारी –
- 16 अक्टूबर 2012 को शरद अरविन्द बोबडे मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश भी बने थे।
- 12 अप्रैल 2013 इनको पदोन्नति करके सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति के रूप बनाया गया था।
- न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी और न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा भी इनके काफी करीबी माने जाते हैं।
इन्होने मुम्बई उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ में 21 साल तक प्रैक्टिस किया था जिसमे इन्होने कई सारे केसेस हैंडल किये थे, समय के साथ पॉपुलर होते गए और एक दिन देश के सबसे बड़े जज के रूप में आये।
राम मंदिर वाले केस में यह भी उन 5 जजों की बेंच में थे जिन्होंने मिलकर राम मंदिर के फैसले को सुनाया था, इनका नाम इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा, जब भी कभी राम मंदिर निर्माण के फैसले की चर्चा होगी इनका नाम जरूर लिया जाएगा। भारत देश में अभी तक आजादी के बाद से 47 मुख्य न्यायधीश बन चुकें हैं इनका नंबर 47वें नंबर पर आता है।
शरद अरविन्द बोबडे की जीवनी आपको कैसी लगी ?