PV Narasimha Rao Biography in Hindi – पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव का जीवन परिचय

By | January 28, 2021

PV Narasimha Rao Biography in Hindi – पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव भारत के मशहूर भूतपूर्व प्रधानमंत्री, वकील, स्वतंत्रता संग्रामी एवम राजनीतिज्ञ थे। इनका जन्म 28 जून 1921को आंध्रप्रदेश के छोटे से गाँव करीम नगर में हुआ था, यह राजनितिक दुनिया में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे। यह दक्षिण भारत के पहले प्रधानमन्त्री थे, साथ में असंख्य प्रतिभा के धनी भी थे, इनके बारे में कहा जाता कि यह कई भाषा का ज्ञान भी रखते थे।

पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव वर्ष 1991 से 1996 के बीच भारत के महान प्रधानमंत्री रहे थे, यह संगीत, साहित्य एवम कला में विशेष रूचि भी रखते थे। इनको स्पेनिश और फ़्रांसिसी भाषाओँ का काफी अच्छा ज्ञान था। इनके बारे में कहा जाता है की यह एक ऐसे नेता थे जो डींगे हांकने में नहीं बल्कि करने में विश्वास करते थे।

PV Narasimha Rao Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

PV Narasimha Rao Biography in Hindi

पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव जीवन परिचय
P V Narasimha Rao biography in hindi
नरसिम्हा राव आरंभिक जीवन (P V Narasimha Rao early life) –

  • वास्तविक नाम – पामुलापार्ती वेंकट नरसिम्हा राव
  • पार्टी – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • प्रोफेशन – राजनीतिज्ञ
  • जन्म – 28 जून 1921
  • जन्म अस्थान – करीम नगर गाँव, हैदराबाद
  • माता – पिता – रुकमनीअम्मा – पी रंगा राव
  • पत्नी – सत्याम्मा राव (मृत्यु 1970)
  • संताने – 3 बेटे व् 5 बेटियां
  • मृत्यु – 23 दिसम्बर 2004 दिल्ली

पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव शिक्षा –

इन्होने अपनी शिक्षा उस्मानिया विश्वविद्यालय से ली थी, बाद में यह उच्चतम शिक्षा बॉम्बे एवम नागपुर से लिए थे। अपने ज़माने में इन्होने लॉ में मास्टर डिग्री प्राप्त की थी, बाद में यह राजनीति में आये और देश के प्रधानमंत्री बने।

पी वी नरसिम्हा राव का राजनैतिक सफ़र (P V Narasimha Rao Political Career) –

पी वी नरसिम्हा राव भारत की राजनीति में अपना महत्वपूर्ण रोल अदा किया था, इन्होने अपने समय में देश में कई सारे आर्थिक परिवर्तन भी किये जो आगे चलकर देश और समाज के लिए मिल के पत्थर साबित हुए। इनको “भारतीय आर्थिक सुधारों के जनक” (Father of Indian Economic Reforms) का जनक भी कहा जाता है। इनके द्वारा लिए गए गंभीर फैसलों को अभी तक के प्रधानमंत्रियों ने जारी रखा रखा है। यही पहले महानुभाव थे जिन्होंने डॉ मनमोहन सिंह को वित्त मंत्री बनाया था, इन्हीं के आदेश पर डॉ मनमोहन ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष नीति प्रारंभ (International Monetary Fund policy) की थी, जिसके कारण हीबैंकों में होने वाले भ्रष्टाचार में काफी कमी देखने को मिली है।

भारत के पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने इनके बारे में कहा था कि यह ऐसे देशभक्त है जो देश की राजनीति में हमेशा से सर्वोपरी रहेंगे।

पी वी नरसिम्हा राव से जुडी रोचक जानकारी –

  • कहा जाता है कि इनके शासनकाल में देश में हिन्दू मुस्लिम लड़ाई जोरो पर थी।
  • बाबरी मस्जिद और राम मंदिर को लेकर देश में बहुत अशांति हुआ करती थी, जिसका समाधान अब हो चुका है।
  • एक बार इनको भ्रष्ट्राचारी होने का आरोप भी झेलना पड़ा था।
  • बताया जाता है कि किसी ज़माने में हर्षद मेहता ने इन पर 1 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप भी लगाया था।
  • इनको एक साथ 17 भाषा बोलने में महारथ हासिल थी।
  • इनकी मातृभाषा – तेलगु थी।
  • इनके राजनितिक जीवन को दी इनसाइडर नावेल (The Insider novel) में पूरा लिखा गया है।

वर्ष 1996 में कांग्रेस को election में का सामना करना पड़ा था, जिसकी वजह से नरसिम्हा राव ने सन्यास ले लिया था, समय बीतने के साथ इनके स्वास्थ में गिरावट आने लगी और 23 December 2004 को इनको श्वास लेने में काफी तकलीफ के कारण इनका निधन हो गया था।

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