इंडिया बायोग्राफी ब्लॉग में आपका स्वागत है, आज इस पोस्ट में आप भारत के राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के जीवन परिचय (Draupadi Murmu Biography in Hindi) से जुड़ी जानकारी प्राप्त करेंगे, तो चलिए जानतें हैं की कौन हैं द्रौपदी मुर्मू?
जीवन परिचय-
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओड़िशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में हुआ था (विकिपीडिया पर इनके जन्म के बारे में दो जगह बताया गया है) एक जगह इनके जन्म का स्थान देवरिया, उत्तर प्रदेश, भारत भी बताया गया है। इनका जन्म संथाल परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम बिरंचि नारायण टुडु था, माता जी का नाम ज्ञात नहीं है , इनके दादाजी और पिता दोनों लोग ग्राम प्रधान थे। इन्होने श्याम चरण मुर्मू से विवाह किया था। इनके दो बेटे और एक बेटी हैं। दुर्भाग्यवश इनके दोनों बेटों और पति तीनों की अलग -अलग समय पर अकाल मृत्यु हो गयी। अब इनके पास एक बेटी हैं जो विवाहिता हैं और भुवनेश्वर में रहतीं हैं।
इन्होने एक अध्यापिका के रूप में अपना कैरियर शुरू किया था, बाद में यह धीरे – धीरे राजनीति की दुनिया में आयीं और आज राष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेने जा रही हैं । द्रौपदी मुर्मू आगामी भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति हो सकती हैं वर्तमान में यह झारखण्ड राज्य की राज्य थीं अभी इन्होने राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन किया है ।
Draupadi Murmu Biography in Hindi
वास्तविक नाम – द्रौपदी मुर्मू
जन्म – 20 जून 1958 (आयु 64)
प्रोफेशन – राजनेता
पूर्व में – झारखण्ड की राज्यपाल
देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति
राजनीतिक दल – भारतीय जनता पार्टी
राजनीति की शुरुआत – 1997 में राइरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद चुनाव से।
अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।
आदिवासी मोर्चा के लिए भी कार्य किया।
पिता का नाम – बिरंचि नारायण टुडु
माता का नाम – ज्ञात नहीं
पति का नाम – स्वर्गीय श्याम चरण मुर्मू
बच्चे – तीन
शिक्षा – रमा देवी महिला विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर से
चुनाव-क्षेत्र – नुनखार
द्रौपदी मूर्मू की शिक्षा –
द्रौपदी मूर्मू ने अपनी शुरुवाती शिक्षा अपने गावं से ही ली थी, बाद में इन्होने भुवनेश्वर से ग्रेजुएशन किया था। उसके पहले इन्होने रामा देवी महिला कॉलेज से पढाई की थी। यहीं से इन्होने ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी पूरी की थी। इनके समाज में माना जाता है की लोग ज्यादा पढ़ते लिखते नहीं है उसके बावजूद भी इन्होने इतनी अच्छी शिक्षा प्राप्त करी और आज भारत जैसे देश की राष्ट्रपति हैं।
जब यह ग्रेजुएशन की शिक्षा प्राप्त कर लेती हैं तो इन्होने कुछ समय के लिए बिजली विभाग में जूनियर असिस्टेंट के तौर कार्य किया था। वो 1979 का दौर था, बाद में इन्होने वर्ष 1994 में रायरंगपुर में मौजूद अरविंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर में बतौर टीचर की नौकरी करना शुरू किया था। इस सेण्टर में नौकरी करते इनको वर्ष 1997 तक का समय लगा था।
द्रौपदी मुर्मू का राजनीतिक सफर –
ये उन दिनों की बाद है जब द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा गवर्नमेंट में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर वर्ष 2000 में ट्रांसपोर्ट और वाणिज्य डिपार्टमेंट में कार्य करना शुरू किया था, इसमें इन्होने वर्ष 2004 तक कार्य किया यहीं इनके जीवन की पहली राजनितिक पारी थी, इसी बीच इन्होने ने राज्य मंत्री के तौर पर पशुपालन और मत्स्य पालन डिपार्टमेंट में भी कार्य किया था।
द्रौपदी मुर्मू जी वर्ष 2009 तक यह बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मेंबर भी रह चुकी हैं। इन्होने वर्ष 2006 से लेकर के साल 2009 तक एसटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया था। वर्ष 2013 से लेकर के साल 2015 तक द्रौपदी मुर्मू जी एसटी मोर्चा के साथ ही साथ बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मेंबर भी रहीं थीं। बाद में समय बीतने के साथ ही इनको एक बड़ा पद मिला जिसके बाद यह प्रकाश में आयीं वो समय था वर्ष 2015 का, जब द्रौपदी मुर्मू को झारखंड के राज्यपाल के पद के लिए चुना गया था इन्होने वर्ष 2021 तक वहां की राज्यपाल रहीं और बाद में यह देश की दूसरी और भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी।
द्रौपदी मुर्मू जी का परिवार –
द्रौपदी मुर्मू के जीवन में एक ऐसी घटना हो चुकी है जिसका जिक्र किसी को भी झकझोर देगा, इन्होने अपने पति और 2 बेटों को खो दिया। श्याम चरण मुर्मू से द्रौपदी मुर्मू जी का विवाह हुआ था, विवाह के पश्चात इनके 3 संताने हुई जिसमे से 2 संतान और इनके पति अब इस दुनिया में नहीं रहे। मात्र इनकी बेटी इतिश्री ही इस समय हैं, जिनका विवाह गणेश हेम्ब्रम से हुआ है।
द्रौपदी मुर्मू जी से जुडी रोचक जानकारी –
- वर्ष 1997 में द्रौपदी मुर्मू जी जिला पार्षद के लिए चुनी गयी थीं।
- इनको वर्ष 2007 में नीलकंठ पुरस्कार [सर्वश्रेष्ठ विधायक] से नवाजा गया था। यह ओडिशा विधानसभा के द्वारा इनको दिया गया था।
- यह झारखंड राज्य की पहली महिला राज्यपाल रह चुकीं हैं।
- यह एक आदिवासी समुदाय से तालुक रखती हैं।
- वर्तमान में यह भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं।
- 25 जुलाई 2022 को यह भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनी।
- इन्होने 24 जून 2022 में अपना नामांकन किया, जिसमे पीएम मोदी इनके प्रस्तावक और राजनाथ सिंह अनुमोदक बने थे।
- एक आदिवासी महिला का देश के सर्वोच्च शिखर आसीन होना गर्व की बात है।
Draupadi Murmu Biography in Hindi से जुडी जानकारी आपको कैसी लगी?