Anna Hazare Biography in Hindi – अन्ना हजारे एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता हैं इन्होने 20 अगस्त 2011 को भारत सरकार द्वारा लोकपाल और लोकायुक्त बिल पास करने के लिए दिल्ली के जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन उपवास किया था, जिसके बाद देश दुनिया में लोग इनको जानने लगे, उस समय एक ऐसा माहौल बन गया था कि लोगों ने इनको सेकंड गाँधी तक की उपाधि भी दे दी थी। यही वो दौर था जब अन्ना को लोग जानने लगे, बाद में समय के साथ इनके नाम की ख्याति धीरे – धीरे कम होने लगी, आज यह रालेगण सिद्धी, महाराष्ट्र में रहते है। इस पोस्ट के माध्यम से आप अन्ना हजारे के जीवन परिचय से जुडी जानकारी प्राप्त करेंगे।
Anna Hazare Biography in Hindi – जीवन परिचय
अन्ना हजारे का जन्म 15 जून 1937 को भिंगार, बॉम्बे प्रांत, ब्रिटिश भारत में हुआ था, वर्तमान में यह 84-85 साल के होने वाले हैं, और रालेगण सिद्धी, पार्नर, अहमदनगर, महाराष्ट्र, भारत में रहते हैं। इनका उपनाम अन्ना है और यह एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो भारत में कुछ सामाजिक कार्यों में अपनी भूमिका निभा चुकें हैं। इनके पिता का नाम बाबूराव हजारे था, जो एक आयुर्वेद आश्रम फार्मेसी में एक मजदूर थे। माता का नाम लक्ष्मीबाई हजारे था, मारुती हजारे और 3 अन्य इनके भाई बहन हैं। अन्ना ने विवाह नहीं किया है यह अभी तक अविवाहित हैं।
वास्तविक नाम – किसान बाबूराव हजारे
प्रचलित नाम – अन्ना हजारे
उपनाम – अन्ना
जन्म – 15 जून 1937
जन्म स्थान – भिंगार, बॉम्बे प्रांत, ब्रिटिश भारत (वर्तमान महाराष्ट्र)
गृहनगर – रालेगण सिद्धी, महाराष्ट्र
गावं का पता – रालेगण सिद्धी, पार्नर, अहमदनगर, महाराष्ट्र
शौक – योग करना और पुस्तकें पढ़ना
वैवाहिक स्थिति – अविवाहित
पिता का नाम – बाबूराव हजारे
माता का नाम – लक्ष्मीबाई हजारे
भाई – मारुती हजारे और 3 अन्य
बहन – 2
आंदोलन – जनलोकपाल के लिए
आंदोलन से निकले नेता – अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसोदिया
पसंदीदा नेता – स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी
अन्ना हजारे की शिक्षा –
अन्ना के बारे में बताया जाता है की यह केवल 7वी पास हैं, उसके बाद यह आर्मी में भर्ती हो गए थे, बाद में यह सामाजिक कार्यों में लिप्त रहे थे। उस ज़माने में शिक्षा का उतना बिस्तार नहीं था जिसकी वजह से लोगों में पढाई को लेकर उतना उत्साह नहीं रहता था।
अन्ना हजारे के जीवन की कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं –
- बताया जाता है की इनके माता पिता बहुत गरीब थे, उन दिनों परिवार लालन पालन करना बहुत कठिन होता था जिसकी वजह से अन्ना हजारे ठीक से पढाई लिखाई नहीं कर पाए थे।
- इनके पिता उस ज़माने में एक आयुर्वेद आश्रम फार्मेसी में एक मजदूर हुआ करते थे।
- बताया जाता है कि जब अन्ना हजारे ने मुंबई में दादर रेलवे स्टेशन पर अपने सपनों को पूरा करने के लिए फूलों की बिक्री करनी शुरू की थी, जहाँ इन्होने दो फूलों की दुकान खोली थी।
- वर्ष 1963 में अन्ना भारतीय सेना में शामिल हो गए, जहाँ वो एक ट्रक चालक थे।
- वर्ष 1965 में हुए, भारत-पाक युद्ध के दौरान, वह एक बम हमले में बच गए थे।
बताया जाता है कि अन्ना हजारे अपनी युवावस्था में काफी निराश और हतास रहते थे, कई बार तो यह आत्महत्या करने का भी प्रयास भी किये थे, बाद में इनको नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्वामी विवेकानंद की एक पुस्तक मिली जिसने इनको मानव जाति के सुधार के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित किया यहीं से यह अपनी सामाजिक यात्रा शुरू किये थे।
- भारतीय सेना में 15 साल की सेवा देने के बाद, अन्ना ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने का निर्णय किया और अपने घर रालेगण सिद्धी लौट आए थे।
- बाद में इन्होने अपने गांव- रालेगण सिद्धी को गरीबी और सूखे की मार से उबारकर एक आदर्श गांव में परिवर्तित किया।
- कुछ सालों बाद इन्होने युवाओं और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से शराब के खिलाफ आंदोलन शुरू किया।
- इन्होने गांव में केंद्र बिंदु के रूप में एक स्थानीय मंदिर भी बनवाया था।
- वर्ष 1980 में, अन्ना ने सूखे के समय गरीब किसानों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक अनाज बैंक को शुरू करवाया था।
अन्ना ने पहली बार 9 अगस्त 2003 को आमरण अनशन किया था, जिसमें इन्होने कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन वाली सरकार के चार एनसीपी मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
20 अगस्त 2011 को, वह सुर्ख़ियों में तब आए, जब इन्होने सरकार द्वारा लोकपाल और लोकायुक्त बिल पास करने के लिए नई दिल्ली के जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन उपवास शुरू किया था, जिसमे समाज के कुछ ब्यक्तियों जैसे प्रशांत भूषण, अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, इत्यादि सहित बड़ी संख्या में लोग उनके आंदोलन में शामिल हुए थे।
यही आंदोलन अन्ना का सबसे बड़ा आंदोलन था, जिसके बाद अरविन्द केजरीवाल तो अपना काम करके मुख्यमन्त्री बन गए और जनलोकपाल ठन्डे बस्ते में चला गया, अन्ना भी अपने गावं चले गए सबकुछ खत्म हो गया।
अन्ना हजारे के बारे में और अधिक जानकारी के लिए आप गूगल और यूट्यूब में देख सकते हैं।