Baba Ramdev Biography in Hindi – योग गुरु रामदेव का जीवन परिचय (जीवनी)

By | April 25, 2020

Baba Ramdev Biography in Hindi, बाबा रामदेव को आज कौन नहीं जानता है, आज पुरे भारत में योग की शिक्षा देने में इनका सर्वोपरि स्थान है, रामदेव का जन्म 26 दिसम्बर 1965 को महेंद्रगढ़. हरियाणा भारत में हुआ था, इनके पिताजी का नाम राम यादव और माताजी का नाम गुलाबो देवी है। आज के समय में देश विदेश सभी जगह रामदेव को जाना पहचाना जाता है, इन्होने विदेशों में भी लोगों को योग की शिक्षा दी है। दुनिया के कई देश के लोग इनके सिखाये गए योग शिक्षा को फॉलो करते है। दुनिया इनको आध्यात्म गुरु, नेता और बिज़नेस मैन के नाम से भी जानती है। रामदेव जी आयुर्वेद, राजनीति में भी विशेष ज्ञान रखते है। यह एक ऐसे योग गुरु है जिन्होंने लोगों को स्वदेशी चीजों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। योग गुरु, आधात्म गुरु के साथ – साथ रामदेव जी एक अच्छे कथावाचक भी है।

Baba Ramdev Biography in Hindi – रामदेव की संछिप्त जीवनी

Baba Ramdev Biography in Hindi

नाम – राम कृष्ण यादव
उपनाम – योग गुरु रामदेव
जन्म – 26 दिसम्बर 1965
जन्म स्थान – महेंद्रगढ़. हरियाणा भारत
पिता का नाम – राम यादव
माता का नाम – गुलाबो देवी
पत्नी Wife/Spouse – शादी नहीं किये,सन्यासी है
जीवन – सन्यासी, योग गुरु
ज्ञान – घर्म, वेद, ग्रंथों, योग और साहित्य
स्वामी रामदेव दीक्षा ली – शंकरदेव जी महाराज से
स्थापना – हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट और दिव्य योग्यपीठ ट्रस्ट (Divya yogpeeth Trust)
निवास स्थान – पतंजलि योगपीठ, हरिद्धार उत्तराखंड, भारत
काम, कार्य ब्यवसाय – लोगों को योग की शिक्षा देना

योग गुरु रामदेव और पतंजलि इंटरनेट पर – 

रामदेव और पतंजलि का भारत में क्या क्या है उसके बारे में भी आप को जानना जरुरी है।

Aastha TV Channel Owned By: Acharya Balkrishna
Sister Channel (s): Aastha Bhajan; Vedic
Ramdev Patanjali Official Website
Patanjali Online Shopping Official Website
Yog Guru Ramdev Patanjali Youtube Channel
Ramdev Founder of Patanjali Ayurved, Patanjali Yogpeeth & Bharat Swabhiman Trust

रामदेव का बचपन और स्कूली शिक्षा –

बचपन में इनका नाम रामकृष्ण यादव था, बाद में सन्यासी का जीवन जीने के बाद इन्होने अपना नाम रामदेव रख लिया, रामदेव ने स्कूली शिक्षा केवल 8वी तक ही पढ़ी उसके बाद उन्होंने अलग अलग गुरुकुल और गुरुओं के आश्रम में जाकर घर्म, वेद, ग्रंथों, योग और साहित्य के बारे में गहन अध्ययन और चिंतन किया। उसके बाद वो हरियाणा के एक गांव खानपुर के आश्रम में रहने के दौरान लोगों को मुफ्त में योग की शिक्षा दिया करते थे। बताया जाता है की रामदेवजी हिमालय में जाकर कई सालों तक तप करते रहे इसके बाद वे हरिद्धार चले गए जहाँ इन्होंने अपने जीवन को बुलन्दियों पर पहुंचाया, रामदेव हरिद्धार के कांगरी विश्वविद्यालय एवं गुरुकुल में प्राचीन भारतीय शास्त्र का ज्ञान कई सालों तक अर्जित किया था।

अध्यात्म और ब्यवसाय –

दिव्य योग्यपीठ ट्रस्ट (Divya Yogpeeth Trust) वर्ष 1995 में रामदेव बाबा ने दिव्य योग्य मंदिर ट्रस्ट की शुरुवात की, टीवी पर आस्था चैनल पर रोज सुबह इनका प्रोग्राम आता है। जिसे देश विदेश के लोग देखते और सुनते है साथ में योग भी करते है। इस कार्य में आचार्य करमवीर व आचार्च बालकृष्ण ने भी अपना सहयोग दिया है। इनके ट्रस्ट का हेड ऑफिस हरिद्धार के कृपालु बाग आश्रम में स्थित है, यहीं पर रामदेव जी ज्यादातर लोगों को योग की शिक्षा देते है। इनके अथक प्रयासों के बाद ही भारत में योग शिक्षा को बल मिला, आज पूरी दुनिया में इनकी वजह से ही 21 June को “अन्तराष्ट्रीय योग दिवस” मनाया जाता है। इनके योग कार्यक्रम में देश के महान अभिनेता अमिताभ बच्चन व अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी भी शामिल हो चुके है।

अध्यात्म और गुरुकुल की शिक्षा लेने के बाद रामदेव दुनियादारी छोड़ कर सन्यास लेने का फैसला कर लिया और वो एक सन्यासी की तरह अपना जीवन बिताने लगे अब उनके जीवन का एक ही मकसद था लोगों को योग की शिक्षा देना बाद में इन्होंने विदेशों कंपनियों की लूट खसोट की वजह से स्वदेशी सामानों को बनाए का प्लान किया जिसके बाद पतंजलि योगपीठ की अस्थापना की गयी जिसके जरिये स्वदेशी उत्पाद को भारत में उतारा गया। आज पतंजलि के प्रोडक्ट्स पूरी दुनिया के बाज़ारों में बिकते है, अपने देश में तो पतंजलि पूरी तरीके से छा गयी है।

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बाबा रामदेव के ट्रस्ट पतंजलि में कई तरीके के उत्पाद बनते है कई तरह की आयर्वेदिक दवाईओं का भी उत्पादन होता है। आज पतंजलि अपने सामानों को अमेज़न फिलिपकार्ट जैसी कंपनी की तरह ऑनलाइन भी सेल्ल करती है दुनिया में इसके प्रोडक्ट की बहुत मांग है लोग भारी संख्या में रामदेव के प्रोडक्ट को खरीदते है। साबुन सर्फ़, बिस्कुट नमकीन से लेकर खाने पीने तक की चीजों को पतंजलि बनाती है। आप ने देखा होता आज हर जगह पतंजलि का स्टोर और दुकाने है जो इसके सामान को सेल्ल करती है। आचार्य बालकृष्ण और रामदेव की कड़ी मेहनत के कारण ही आज अपने देश में ऐसा हो पाया है अब हमारे देश में भी अच्छे प्रोडक्ट बनते है लोग इसका उपयोग भी कर रहे है करना भी चाहिए अगर देश के लोग ही अपने देश के प्रोडक्ट को वैल्यू नहीं देगें तो कौन देगा।

वर्तमान में बाबा योग गुरु रामदेव जी देश में लोगों को योग की शिक्षा देते है और पतंजलि के प्रोडक्ट्स की ब्रांडिंग करते है। भारत देश के लिए ऐसे गुरु का होना गर्व की बात है। इनके कार्यों की हर किसी को प्रशंसा करना चाहिए क्योंकि इन्होने अपने योग से कईओं की जिन्दगी को फिर से रोशन किया है।

रामदेव से जुडी कुछ और जानकारी – Baba Ramdev Biography in Hindi

  • रामदेव ऐसे गैर-मुस्लिम समुदाय के है, जिन्होंने UP के देवबंद जिले के मुस्लिम मौलवियों को योग की शिक्षा दी थी।
  • इनको दुनिया योग गुरु के रूप में जानती है।
  • भारत के गुरुओं में इनका भी एक अहम् स्थान है।
  • वर्ष 2006 में कोफ्फी उन्नान के द्वारा रामदेव को सयुंक्त राष्ट्र सम्मलेन में गरीबी उन्मूलन पर एक व्याख्यान देने के बुलाया गया था।
  • पाकिस्तान के योग गुरु योगी हैदर भी रामदेव के योग का अनुसरण करते है।
  • भारत में बाबा रामदेव के 2 बड़े संस्थान है। पतंजलि योगपीठ 1 और पतंजलि योगपीठ 2
  • ये संस्थान USA, UK, Canada, मौरिशिश व नेपाल में भी है. UK में 2006 में इसकी शुरुवात हुई थी।
  • पतंजलि आयुर्वेद Company की शुरुवात रामदेव व बालकृष्ण ने हरिद्धार में 2006 में की थी, शुरुवात में ही कंपनी का टर्नओवर 45 करोड़ पार कर गया था। आज पतंजलि का टर्नओवर अरबों में है।
  • पतंजलि के आने से India में बाहर की दूसरी कंपनियों की कमर टूट गयी, कोलगेट, डाबर इससे अत्याधिक प्रभावित हुए है।
  • बाबा रामदेव पतंजलि चिकत्सालय की भी शुरुवात की है, जहाँ अब पतंजलि के डॉक्टर भी बैठते है जो लोगों को आयुर्वेद की दवाई के लिए बताते है।
  • अब देश भर में पतंजलि का मेगा स्टोर भी खुलने लगे है।
  • योग गुरु रामदेव जी योग शिविरों का आयोजन करते रहते है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन –

बात उन दिनों (27 Feb 2011) की है जब देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ रामदेव ने दिल्ली के रामलीला मैदान में जनसभा की थी, उस जनसभा में स्वामी अग्निवेश के साथ-साथ अन्ना हजारे भी पहुँचे थे। इसके बाद फिर से अन्ना हजारे ने जन्तर मन्तर पर April 2011 से सत्याग्रह के साथ आमरण अनशन की घोषणा की थी, जिसमे एक दिन के लिए रामदेव जी भी आये थे। 4 June 2011 को प्रात: सात बजे सत्याग्रह प्रारम्भ हुआ, रात को बाबा रामदेव पांडल में बने विशालकाय मंच पर अपने सहयोगियों के साथ सो रहे थे, की उसी समय लोगों की चीख-पुकार सुनकर वे मंच से नीचे कूद पड़े और भीड़ में घुस गये। ऐसा माना जाता है कि पुलिस ने उनका अनसन ख़त्म करवाने के लिए रात में हमला बोल दिया था। उसके बाद से रामदेव का कुछ पता नहीं चल रहा था 5 June को Morning में 10 बजे तक बाबा को लेकर अफ़वाहों का बाजार गर्म रहा, सिलसिला दोपहर तब जाकर रुका जब बाबा ने हरिद्धार पहुँचने उनको जहाज के जरिये हरिद्धार लाया गया था जहाँ उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने बच कर निकलने की पूरी कहानी सुनाई, यह घटना रामदेव के जीवन का सबसे बुरा समय था।

बाबा रामदेव राजनितिक कैम्पेन (Baba Ramdev Politics) –

रामदेव ने वर्ष 2010 में भारत स्वाभिमान नाम की राजनितिक पार्टी बनाई, वो आने वाले चुनाव में हिस्सा लेना चाहते थे. लेकिन कुछ समय बाद ही उन्होंने अपना यह फैसला बदल दिया और सीधे तौर पर राजनीति में ना आने को कहा। 2014 के बाद वे नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री कैम्पेन में जुड़ गए, और उनका समर्थन करने लगे, बाद में जब (2014) में मोदी देश के प्रधानमंत्री बन गए तब वो उनका समर्थन करने लगे। 2011 में रामदेव ने भारत को भ्रष्टाचार मुक्त करने और जन लोकपाल बिल को लागु करवाने के लिए रामलीला मैदान में अनशन किया था, जिसके बारे में आप ऊपर पढ़ चुके है।

रामदेव अवार्ड व सम्मान (Yog Guru Baba Ramdev Achievements)

  • योग गुरु रामदेव को वर्ष 2007 में भुवनेश्वर की कलिंगा यूनिवर्सिटी के द्वारा डोक्टरेट की उपाधि दी गयी थी।
  • वर्ष 2011 में महाराष्ट्र सरकार ने भी रामदेव को सम्मानित किया था।
  • April 2015 में Haryana Govt ने बाबा रामदेव को योगा व आयुर्वेद का ब्रांड एम्बेसडर बनाया था।
  • आईआईटी व एमिटी के द्वारा मानद डोक्टरेट की उपाधि भी रामदेव को मिली है।

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रामदेव के बारे में विकिपीडिया पर इंग्लिश में पढ़ें

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