Pranab Mukherjee in Hindi – प्रणब मुख़र्जी कांग्रेस पार्टी के मशहूर नेता और देश के 13वें राष्ट्रपति रहे, इनका जन्म 11 दिसंबर 1935 को मिरति, बंगाल प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश इंडिया (वर्तमान में पश्चिम बंगाल) में हुआ था। इन्होने अपने जीवनकाल में कई सारे काम किये, यह इंदिरा के ज़माने से राजनीति में रहे। यह एक बरिष्ठ नेता भी रहे, इन्होने अपने जीवन के 50-60 साल राजनीति की दुनिया में बिताये, यह किसी भी राजनेता के लिए बहुत बड़ी बात है। प्रणब मुखर्जी की जीवनी, प्रणब मुखर्जी भारत रत्न, मृत्यु, किताब, आत्मकथा, जन्म, परिवार, राजनितिक कैरियर, अचीवमेंट (Pranab Mukherjee Biography in Hindi, Book, Birth Date, Bharat Ratna, Health, Death, Age) जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति थे।
प्रणव मुखर्जी – 11 दिसंबर 1935 – 31 अगस्त 2020 (सोमवार शाम 4:30 बजे सेना अस्पताल (Army Hospital Delhi)
Pranab Mukherjee in Hindi – संछिप्त परिचय
- नाम – प्रणब कुमार मुख़र्जी
- उपनाम – Poltu, Pranab Da and PKM
- प्रोफेशन – राजनेता और देश के 13th राष्ट्रपति
- Height – 152 Cm
- राजनितिक पार्टी – कांग्रेस
- जन्म – 11 December 1935 (Wednesday)
- जन्म स्थान – Mirati, Bengal Presidency (वर्तमान में पश्चिम बंगाल)
- मृत्यु – 31 Aug 2020
- मृत्यु का स्थान – Army’s Research and Referral hospital, New Delhi
- मृत्यु का कारण – lung infection & Earlier he had also tested positive for the COVID-19
- 84 साल की उम्र में निधन
- वर्तमान पता – बीरभूम, West Bengal
- Marital Status (at the time of death) – Widower
- Wife/Spouse – Suvra Mukherjee (died on 18 August 2015)
- विवाह तिथि – 1957
- संतान – 3 Abhijit Mukherjee (politician), Indrajit Mukherjee (politician) and Sharmistha Mukherjee (Kathak Dancer and Politician)
- पिता का नाम – Kamada Kinkar Mukherjee (Indian Freedom Fighter)
- माता का नाम – Rajlakshmi Mukherjee
- भाई – Pijush Mukherjee (elder; retired headmaster)
- बहन – Annapurna (elder)
- कुल सम्पति – 5 करोड़
प्रणव मुखर्जी की शिक्षा –
प्रणव मुखर्जी ने अपनी शुरुआती शिक्षा Kirnahar High School, Birbhum, West Bengal से की थी, उसके बाद इन्होने Suri Vidyasagar College in Suri (Birbhum), University of Calcutta से अपनी आगे की पढाई की, इन्होने MA in Political Science & History from University of Calcutta और LL.B. from University of Calcutta से किया था।
प्रणव मुखर्जी का राजनितिक सफर –
प्रणव मुखर्जी ने कांग्रेस पार्टी को वर्ष 1969 में ज्वाइन किया था, तब से वो कांग्रेस में ही रहे, यहीं से इनके कैरियर की शुरुवात हुई थी।
- इंदिरा गाँधी ने प्रणव मुखर्जी को पहली बार राज्यसभा भेजा था, तब इनकी उम्र महज 34 साल थी।
- वर्ष 2004 में प्रणव मुखर्जी पहली बार पश्चिम बंगाल के जंगीपुर से सीट से लोकसभा का चुनाव जीते थे।
- प्रणव मुखर्जी महज 47 साल की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के मंत्री बने थे।
- प्रणब मुख़र्जी का कैरियर लगभग पाँच दशक पुराना है।
- प्रणब मुख़र्जी वर्ष 1969, 1975, 1981, 1993 और 1999 में कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सदस्य चुने गये थे।
- 1973 में प्रणब को औद्योगिक विकास विभाग के केंद्रीय उप मन्त्री के रूप में मन्त्रिमण्डल में शामिल किया गया था।
- वर्ष 1982 से 1984 तक प्रणब दा कई कैबिनेट पदों के लिए चुने गए थे।
- वर्ष 1984 में प्रणब दा भारत के वित्त मंत्री बने।
- वर्ष 1984 में, यूरोमनी पत्रिका ने प्रणब मुखर्जी को विश्व का सबसे अच्छा वित्तमंत्री माना था।
- जब प्रणब वित्त मंत्री थे, उसी समय डॉ मनमोहन देश के प्रधानमंत्री बने थे।
- एक बार प्रणब मुखर्जी ने अपना राजनीतिक दल राष्ट्रीय समाजवादी कांग्रेस का गठन किया था, मगर वर्ष 1989 में राजीव गान्धी के साथ समझौता होने के बाद उन्होंने अपने दल का कांग्रेस पार्टी में विलय कर दिया।
- प्रणब ने राव के मंत्रिमंडल में 1995 से 1996 तक पहली बार विदेश मन्त्री के रूप में काम किया था।
- वर्ष 1985 के बाद से प्रणब कांग्रेस की पश्चिम बंगाल राज्य इकाई के भी अध्यक्ष रहे।
- प्रणब मुखर्जी अपने राजनितिक जीवनकाल में रक्षा, वित्त, विदेश विषयक मन्त्रालय, राजस्व, नौवहन, परिवहन, संचार, आर्थिक मामले, वाणिज्य और उद्योग, समेत कई पदों पर रहे थे।
- यह कांग्रेस संसदीय दल और कांग्रेस विधायक दल के नेता भी रहे।
प्रणब मुखर्जी की अन्तर्राष्ट्रीय भूमिका –
10 अक्टूबर 2008 को प्रणब दा ने अमेरिकी विदेश सचिव कोंडोलीजा राइस के साथ धारा 123 समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, यह एक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक और अफ्रीकी विकास बैंक के प्रशासक बोर्ड के सदस्य भी रहे।
सन 1984 में प्रणब दा आईएमएफ और विश्व बैंक से जुड़े ग्रुप-24 की बैठक की अध्यक्षता की, मई और नवम्बर 1995 के बीच उन्होंने सार्क मन्त्रिपरिषद सम्मेलन की अध्यक्षता भी की थी।
सम्मान और अवार्ड –
- प्रणब को वर्ष 1997 में सर्वश्रेष्ठ सांसद का अवार्ड मिला था।
- सन् 2008 के दौरान सार्वजनिक मामलों में योगदान के लिए प्रणब को भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से नवाजा गया था।
- प्रणव मुखर्जी को 26 जनवरी 2019 को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
प्रणब मुखर्जी का निधन –
प्रणब दा को 10 अगस्त 2020 को दोपहर 12:07 बजे गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उसी दिन उनके मस्तिष्क में जमे खून को हटाने के लिए उनकी सर्जरी की भी की गयी थी, बाद में इनके फेफड़े में संक्रमण हो गया था, सर्जरी से पहले प्रणब की कोरोना जांच भी कराई गई थी, जिसकी रिपोर्ट सकारात्मक आई थी। कुछ ही दिनों बाद 31 अगस्त 2020 को दिल्ली के आर्मी अस्पताल में इनका निधन हो गया, इनके निधन से देश ने एक बहुमूल्य नेता और भारत का रत्न खो दिया।
प्रणब मुखर्जी से जुड़े कुछ सवाल जिनके बारे में लोग सबसे ज्यादा जानना चाहते है।
Q: प्रणब मुखर्जी कौन थे ?
Ans: देश के 13वें पूर्व राष्ट्रपति एवं कांग्रेस पार्टी के नेता
Q : प्रणब मुखर्जी जी का जन्म कब हुआ ?
Ans: 11 दिसंबर, 1935
Q : प्रणब मुखर्जी जी की मृत्यु कब हुई ?
Ans: 31 अगस्त, 2020 (Army Hospital Delhi)
Q : प्रणब मुखर्जी की पत्नी कौन है ?
Ans: सुव्रा मुखर्जी
Q : प्रणब मुखर्जी जी की बेटी कौन है ?
Ans : शर्मिस्ठा मुखर्जी
Q : प्रणब मुखर्जी जी की उम्र क्या थी ?
Ans : 84 साल
प्रणब मुखर्जी से जुडी रोचक जानकारी – (Pranab Mukherjee in Hindi (Biography)
- पढ़ना, बागवानी करना और संगीत सुनना ये तीनों काम प्रणब दा का व्यक्तिगत शौक था।
- इनका विवाह 22 वर्ष की आयु में 13 जुलाई 1957 को शुभ्रा मुखर्जी के साथ हुआ था।
- इनके दो बेटे और एक बेटी है जिनके बारे में ऊपर जानकारी दी गयी है।
- 6 जुलाई 2009 को प्रणब ने सरकार का वार्षिक बजट पेश किया था।
- दुनिया के टॉप कॉरपोरेट अधिकारियों और अर्थशास्त्रियों ने भी प्रणब के काम को सराहा था।
- 2008 में प्रणब अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश से मिले थे।
- सोनिया गांधी और पूर्व प्रधान मन्त्री मनमोहन सिंह से इनके अच्छे सम्बन्ध थे।
- इनकी छवि हमेशा पाक-साफ रही।
Pranab Mukherjee in Hindi (Biography) से जुडी जानकारी आपको कैसी लगी?