Bhimrao Ambedkar Biography Hindi – डॉ भीमराव अम्बेडकर की जीवनी

Bhimrao Ambedkar Biography Hindi – संबिधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर भारत के महान विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, समाजसुधारक और भारत के प्रथम कानून मंत्री थे, इन्होंने ही दुनिया का सबसे बड़ा भारत का संबिधान लिखा था, इन्हीं के बनायें नियम कानून पर आज देश चल रहा है। इनका जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्य भारत प्रांत (अब मध्य प्रदेश में) में सैन्य छावनी महू में हुआ था। मधुमेह की लम्बी बीमारी से 6 दिसम्बर 1956 को दिल्ली भारत में इनका निधन हो गया था। (Dr. Bhimrao Ambedkar Jivani, age, bio in hindi, about, family, wife, son & more)

भीमराव अम्बेडकर का परिवार – इनके पिता का नाम रामजी सकपाल था, जो एक सूबेदार थे, माता का नाम भीमाबाई सकपाल था। बाला राव और आनंद राव इनके भाई थे, मंजुला, तुलसी, गंगाबाई लक्षगावडेकर और रामाबाई मालवनकर इनकी बहनें थी। मालोजी सकपाल इनके दादा थे जो एक सैनिक थे। रमाबाई अम्बेडकर (विवाह 1906 – निधन 1935) इनकी पत्नी थी। बाद में इन्होने डॉ सविता अम्बेडकर (विवाह 1948) से विवाह किया था। यशवंत राव अम्बेडकर (मीराबाई के बेटे) इनके बेटे है।

Bhimrao Ambedkar Biography Hindi – संछिप्त परिचय

Bhimrao Ambedkar Jivani Biography Hindi

  • वास्तविक नाम – भीमराव रामजी अम्बेडकर
  • उपनाम – बाबा साहेब, बोधिसत्त्व, भीम, भिवा
  • प्रोफेशन – भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, शिक्षाविद, समाजसुधारक और भारत के प्रथम कानून मंत्री
  • जन्म – 14 अप्रैल 1891
  • जन्म अस्थान – मध्य भारत प्रांत (अब मध्य प्रदेश में) में सैन्य छावनी महू
  • गृहनगर – मध्य प्रदेश में में सैन्य छावनी के पास महू
  • राशि – मेष
  • राष्ट्रीयता – भारतीय
  • धर्म – हिन्दू
  • बौद्ध (धर्म परिवर्तन)
  • जाति – अनुसूचित जाति (महार)
  • शौक – पुस्तकें पढ़ना, संगीत सुनना और यात्रा करना
  • पसंदीदा व्यक्ति – गौतम बुद्ध, हरिश्चंद्र, कबीरदास
  • जन्म एक मराठी परिवार में हुआ था।
  • बचपन से ही भीमराव गौतम बुद्ध की शिक्षा के कायल थे।
  • समाधि स्थल – चैत्यभूमि, मुंबई
  • भीमराव अम्बेडकर “सविंधान ड्राफ्टिंग कमेटी” के अध्यक्ष ही थे।

भीमराव अम्बेडकर की शिक्षा – (Education)

भीमराव अम्बेडकर ने अपनी शुरुआती शिक्षा सतारा स्कूल, महाराष्ट्र, भारत और सरकारी हाई स्कूल, एल्फिंस्टोन से की थी, बाद में इन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय, कोलंबिया विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क, लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स ग्रेसिन्न, लंदन, बर्लिन विश्वविद्यालय और ओस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद, भारत से पढ़ाई की थी। इनकी शैक्षिक योग्यता इस प्रकार है।

  • बॉम्बे यूनिवर्सिटी से स्नातक
  • बॉम्बे यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र, राजनीतिक शास्त्र, अर्थशास्त्र और मानव विज्ञान में परास्नातक
  • कोलंबिया यूनिवर्सिटी, न्यूयॉर्क से पीएच.डी
  • लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से एम.एससी
  • ग्रेसिन्न, लंदन से बैरिस्टर (Barrister-at-law)
  • लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से डी. एससी
  • कोलंबिया विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क से एलएल.डी
  • ओस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद, भारत से डी.लिट

9 मई को, भीमराव मानव विज्ञानी अलेक्जेंडर गोल्डनवेइज़र द्वारा आयोजित सेमिनार में “भारत में जातियां: प्रणाली, उत्पत्ति और विकास” पर एक लेख प्रस्तुत किया, जो उनका पहला प्रकाशित कार्य था।

भीमराव के प्रसिद्ध विचार –

  • बुद्धि का विकास मानव-अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।
  • शिक्षित बनो ! संगठित रहो ! संघर्ष करो !
  • शिक्षा शेरनी के दूध जैसी है, इसे जो पिएगा वह शेर की तरह दहाड़ेगा।
  • इतिहास बताता है कि जहां नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष होता है, वहाँ जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है।
  • किसी भी कौम का विकास उस कौम की महिलाओं के विकास पर निर्भर होता है।

भीमराव ने अपने जीवनकाल में प्रमुख काम किये –

  • इन्होंने अछूतों (दलितों) के खिलाफ सामाजिक भेद भाव के विरुद्ध अभियान चलाया।
  • अम्बेडकर ने भारतीय संविधान तथा राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

अम्बेडकर से जुडी रोचक जानकारी – (Bhimrao Ambedkar Biography Hindi)

  • अम्बेडकर के बारे में कहा जाता है की ये रामजी मालोजी (ब्रिटिश सेना में सूबेदार) और भीमाबाई की 14 वीं संतान थे।
  • अनुसूचित जाति का होने के कारण अम्बेडकर को सामाजिक प्रतिरोध का सामना भी करना पड़ता था।
  • स्कूली पढ़ाई में सक्षम होने के बाद भी छात्र भीमराव को अस्पृश्यता के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ा था।
  • वर्ष 1897 में, भीमराव अपने परिवार साथ मुंबई चले गए थे।
  • अप्रैल 1906 में, जब अम्बेडकर 15 वर्ष के थे, तभी उनका विवाह नौ वर्ष की लड़की रमाबाई से हुआ था।
  • अम्बेडकर जी जॉन डेवी के लोकतंत्र निर्माण कार्य से काफी प्रभावित थे।
  • अक्टूबर 1916 में, डॉ॰ भीमराव लंदन चले गए इन्होंने कानून की पढ़ाई और अर्थशास्त्र की डॉक्टरेट थीसिस पर काम करना शुरू किया था।
  • वर्ष 1917 जून में, अम्बेडकर अपना अध्ययन अस्थायी रूप से बीच में ही छोड़ कर भारत लौट आए।
  • भारत आने के बाद अम्बेडकर बड़ौदा राज्य के सेना सचिव के रूप में कार्य करने लगे थे।
  • कुछ ही दिनों में उन्हें पुनः भेदभाव का सामना करना पड़ा, जिसकी वजह से वो नौकरी छोड़ दिए थे।
  • वर्ष 1918 में, अम्बेडकर मुंबई में सिडेनहम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर बन गए थे।
  • उसी कॉलेज में प्रोफेसरों के साथ पानी पीने के जॉग को साझा करने के कारण उनको विरोध का सामना करना पड़ा था।
  • वर्ष 1920 में, भीमराव ने मुंबई में साप्ताहिक “मूकनायक” के प्रकाशन का कार्य शुरू किया।
  • वर्ष 1930 में, भीमराव ने कालाराम मंदिर सत्याग्रह को शुरू किया, जिसमे 15,000 से ज्यादा स्वयंसेवको ने प्रतिभाग लिया था।

वर्ष 1932 में, जब ब्रिटिश हुकूमत ने भीमराव के साथ सहमति व्यक्त करते हुए, अछूतों को “पृथक निर्वाचिका” पर घोषणा की थी, तब महात्मा गांधी ने इसका विरोध करते हुए, पुणे की यरवदा सेंट्रल जेल में आमरण अनशन शुरु किया था।

वर्ष 1936 में, भीमराव ने “स्वतंत्र लेबर पार्टी” को बनाया था , जिसने वर्ष 1937 में केन्द्रीय विधान सभा चुनावों मे 15 सीटें जीती थी।

वर्ष 1941 और 1945 के बीच में भीमराव ने कई विवादास्पद पुस्तकें और पर्चे प्रकाशित किए, जिनमे “थॉट्स ऑन पाकिस्तान” भी शामिल है। जिसमें वह मुस्लिम लीग के मुसलमानों के लिए एक अलग देश पाकिस्तान की मांग की आलोचना करते दिखे थे।

भीमराव इस्लाम और दक्षिण एशिया के रीति रिवाजों के बड़े आलोचक थे। उन्होने भारत विभाजन का तो पक्ष लिया, परन्तु मुस्लिमो में व्याप्त बाल विवाह की प्रथा और महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार की घोर निंदा की थी।

15 अगस्त 1947 को भारत की स्वतंत्रता के बाद, जब कांग्रेस की नई सरकार आयी तब कांग्रेस वालों ने भीमराव अम्बेडकर को देश के पहले कानून मंत्री के रूप में सेवा करने के लिए आमंत्रित किया था।

भीमराव ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 370 का विरोध किया था, जिसमें जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा दिया गया था।

डॉ भीमराव अम्बेडकर ने तीन पुस्तकें लिखीं थी –

  • एडमिनिस्ट्रेशन एंड फाइनेंस ऑफ दी इस्ट इंडिया कंपनी
  • द इव्हॅल्युएशन ऑफ प्रोविंशियल फाइनेंस इन ब्रिटिश इंडिया
  • द प्रॉब्लम ऑफ़ द रूपी : इट्स ओरिजिन एंड इट्स सोल्युशन

50 के दशक में अम्बेडकर बौद्ध धर्म के प्रति आकर्षित हुए बाद में वो बौद्ध भिक्षुओं के सम्मेलनों में भी भाग लिए थे जिसके लिए वो श्रीलंका (तब सिलोन) गए थे। 14 अक्टूबर 1956 को नागपुर शहर में भीमराव ने खुद का समर्थकों के लिए एक औपचारिक सार्वजनिक धर्मांतरण समारोह आयोजन किया था, जिसमें सबसे पहले डॉ॰ अम्बेडकर ने अपनी पत्नी सविता एवं कुछ सहयोगियों के साथ भिक्षु महास्थवीर चंद्रमणी द्वारा पारंपरिक तरीके से त्रिरत्न और पंचशील को अपनाते हुए बौद्ध धर्म ग्रहण किया।

इनको इनके अनुयायियों लोग बड़े आदर एवं सम्मान से ‘बाबासाहब’ (मराठी: बाबासाहेब) भी कहते है। इनके नाम पर देश के कई यूनिवर्सिटी है। जिनके बारे में नीचे जानकारी दी गयी है।

  • डॉ॰ बाबासाहेब अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र
  • डॉ॰ बी॰आर॰ अम्बेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जालंधर
  • अम्बेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली
  • भीमराव यूनिवर्सिटी लखनऊ

डॉ भीमराव को हिस्ट्री TV18 और CNN IBN द्वारा वर्ष 2012 में आयोजित एक चुनाव सर्वेक्षण “द ग्रेटेस्ट इंडियन” (महानतम भारतीय) में सर्वाधिक मत प्राप्त हुए थे। जिसमें लगभग 2 Cr. मत डाले गए थे, इसके आधार पर उन्हें उस समय का सबसे लोकप्रिय भारतीय व्यक्ति माना जाने लगा।

डॉ अम्बेडकर की 125 वीं जयंती संयुक्त राष्ट्र संघ में मनाई गई थी, जहां संघ ने उन्हें ‘विश्व का प्रणेता’ कहां था।

वर्ष 2000 में, फिल्म निर्देशक जब्बार पटेल ने बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के जीवन चरित्र को प्रदर्शित करते हुए, एक फिल्म बनाई जिसका शीर्षक “डॉ॰ बाबासाहेब अम्बेडकर” रखा गया था।

वर्ष 2015 में दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने अपने होमपेज डुडल के माध्यम से अम्बेडकर के 124 वें जन्मदिन का जश्न मनाया था। यह दृश्य दुनिया के और कई देशों में देखने को मिला था।

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Chanakya Biography in Hindi – महान राजनीतिज्ञ चाणक्य का जीवन परिचय

Chanakya Biography in Hindi – शिक्षक, दार्शनिक, अर्थशास्त्री, कूटनीतिज्ञ और चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री चाणक्य का जन्म अनुमानतः ईसापूर्व 376 – ईसापूर्व 283 में हुआ था। इनका वास्तविक नाम विष्णुगुप्त और कौटिल्य भी था। इनके बारे में अधिक जानकारी के लिए आप सभी यूट्यूब पर वीडियो देश सकते है। यह अपनी निति के लिए जाने जाते है इनकी चाणक्य निति काफी मशहूर रही आज भी लोग इनकी निति को फॉलो करते है। शास्त्रीय राजनीति शास्त्र और अर्थशास्त्र के जनक के रूप में आज भी यह काफी मशहूर है।

Chanakya Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

Chanakya Biography in Hindi

  • वास्तविक नाम – विष्णुगुप्त, कौटिल्य
  • उपनाम – चाणक्य और भारतीय मेकियावली
  • प्रोफेशन – शिक्षक, दार्शनिक, अर्थशास्त्री, कूटनीतिज्ञ और चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री
  • प्रसिद्ध थे – शास्त्रीय राजनीति शास्त्र और अर्थशास्त्र के जनक
  • जन्म – 375 ई
  • जन्म स्थान — तक्षशिला (अब जिला रावलपिंडी, पाकिस्तान)
  • गृहनगर – तक्षशिला
  • धर्म – हिन्दू
  • जाति – द्रविण ब्राह्मण
  • शौक – पुस्तकें पढ़ना, लेखन करना, भाषण देना
  • वैवाहिक स्थिति – विवाहित कुछ कुछ स्रोतों के अनुसार अविवाहित
  • पत्नी का नाम – ज्ञात नहीं
  • पिता का नाम – ऋषि कनक
  • माता का नाम – चनेश्वरी
  • मृत्यु – 275 ई.
  • मृत्यु की जगह – पाटलिपुत्र (वर्तमान में पटना), भारत
  • मृत्यु का कारण – कुछ विद्वानों के अनुसार, भोजन नहीं करने के कारण
  • मृत्यु के समय उम्र – 75 साल

चाणक्य की शिक्षा –

चाणक्य ने अपनी शुरुआती शिक्षा तक्षशिला या टैक्सिला विश्वविद्यालय, प्राचीन भारत (वर्तमान में रावलपिंडी, पाकिस्तान) से की थी, इन्होंने समाजशास्त्र, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, दर्शनशास्त्र आदि में अध्ययन किया था।

इनके द्वारा अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, अर्थनीति, कृषि, समाजनीति आदि महान ग्रंन्थ रचित किये गए है। यह राजसी ठाट-बाट से दूर एक छोटी सी कुटिया में रहते थे। कुछ लोगों की माने तो यह बड़े ही स्वाभिमानी एवं क्रोधी स्वभाव के व्यक्ति थे।

चाणक्य ने सम्राट चंद्रगुप्त और उनके बेटे बिंदुसारा दोनों के साथ मुख्य राजनीतिक और आर्थिक सलाहकार के रूप में कार्य किया।

अर्थशास्त्र के अलावा, चाणक्य की प्रसिद्ध पुस्तक “चाणक्य नीति” को भी चाणक्य नीती-शास्त्र कहा जाता है।

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Rajendra Prasad Biography in Hindi – देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जीवनी

Rajendra Prasad Biography in Hindi – स्वतन्त्र भारत के पहले राष्ट्रपति, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता डॉ राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसम्बर 1884 को जीरादेई, बंगाल प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत (अब बिहार में) में हुआ था। यह एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने सबसे ज्यादा समय तक भारत के राष्ट्रपति रहे थे। वर्ष 1962 में, इन्हें “भारत रत्‍न” की उपाधि से सम्मानित किया गया था।

डॉ राजेंद्र प्रसाद का परिवार – इनके पिता का नाम महादेव सहाय था जो एक अध्यापक थे, इनकी माता का नाम कमलेश्वरी देवी था, महेंद्र प्रसाद इनके भाई और भगवती देवी इनकी बहन थी। इनका विवाह वर्ष 1897 में राजवंशी देवी (वर्ष 1961 में मृत्यु) से हुआ था, इनके बेटे का नाम मृतुंजय प्रसाद है, बेटी कोई नहीं। इनका जन्म एक कायस्थ परिवार में हुआ था। भारतीय संविधान के लागू होने से एक दिन पहले 25 जनवरी 1950 को उनकी बहन भगवती देवी का निधन का निधन हो गया था।

Rajendra Prasad Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

Rajendra Prasad Biography in Hindi

  • नाम – डॉ राजेंद्र प्रसाद
  • उपनाम – देशरत्न
  • प्रोफेशन – भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता
  • राजनितिक दल – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी
  • जन्म – 3 दिसम्बर 1884
  • जन्म स्थान – जीरादेई, बंगाल प्रेसीडेंसी
  • धर्म – हिन्दू
  • जाति – कायस्थ ब्राह्मण
  • मृत्यु तिथि – 28 फ़रवरी 1963
  • मृत्यु – 78 वर्ष की उम्र में
  • मृत्यु का कारण – स्वाभाविक मृत्यु
  • मृत्यु स्थल – पटना, बिहार, भारत

डॉ राजेंद्र प्रसाद की शिक्षा –

डॉ राजेंद्र प्रसाद ने अपनी प्रांरभिक शिक्षा जिला स्कूल, छपरा, बिहार और टी० के० घोष अकादमी, पटना से शुरू की थी, बाद में इन्होंने प्रेसिडेंसी कॉलेज, कोलकाता और कोलकाता यूनिवर्सिटी से पढ़ाई किये, राजेंद्र प्रसाद अच्छे पढ़े लिखे थे, इन्होंने कोलकाता से स्नातक, कोलकाता विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में परास्नातक और कोलकाता विश्वविद्यालय से विधिशास्त्र में परास्नातक (एलएलएम) भी किया था।

राजेंद्र प्रसाद के बारे में बताया जाता है की यह पाँच वर्ष की आयु में एक मौलवी से फारसी में शिक्षा ली थी, उसके बाद यह प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए बिहार चले गए थे। वर्ष 1902 में, उन्होंने कोलकाता के प्रसिद्ध प्रेसिडेंसी कॉलेज में पढाई के लिए एडमिशन लिया था, इन्होंने गोपाल कृष्ण गोखले तथा बिहार-विभूति अनुग्रह नारायण सिन्हा जैसे विद्वानों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। राजेंद्र प्रसाद को अंग्रेजी, हिन्दी, उर्दू, फ़ारसी व बंगाली भाषा और साहित्य का अच्छा ज्ञान था। वर्ष 1909 में, राजेंद्र प्रसाद ने कोलकाता में विधिशास्त्र का अध्ययन करते हुए “कलकत्ता सिटी कॉलेज” में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर के रूप में भी कार्य किया था।

एक शिक्षक के रूप में राजेंद्र प्रसाद ने विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में अपना योग्यदान दिया था, वो अर्थशास्त्र में परास्नातक करने के बाद बिहार के लंगत सिंह कॉलेज (बिहार) में अंग्रेजी के प्रोफेसर और प्रिंसिपल भी बने थे।

डॉ राजेंद्र प्रसाद का राजनितिक सफर –

Dr.-Rajendra-Prasad

डॉ राजेंद्र प्रसाद कांग्रेस पार्टी के नेता थे, इनको वर्ष 1934 में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मुंबई अधिवेशन के लिए अध्यक्ष चुना गया था। वर्ष 1939 में, नेताजी सुभाषचंद्र बोस के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देने के बाद कांग्रेस ने अध्यक्ष का पदभार राजेंद्र प्रसाद जी को फिर से दिया था। अपने कैरियर के शुरुआती दौर में राजेंद्र प्रसाद भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक वकील के रूप में आये थे, जब चम्पारण में इन्होंने महात्मा गांधी सत्याग्रह आंदोलन कर रहे थे।

26 जनवरी 1950 को, भारत का संविधान लागू होने के इनको देश का पहला राष्ट्रपति बनाया गया था।

डॉ राजेंद्र प्रसाद से जुडी रोचक जानकारी – (Rajendra Prasad Biography in Hindi)

  • राजेंद्र प्रसाद हिन्दी में “देश” और अंग्रेजी में “पटना लॉ वीकली” समाचार पत्र का सम्पादन भी किया था।
  • राजेंद्र प्रसाद वर्ष 1916 में, बिहार और ओडिशा के उच्च न्यायालय में अध्ययन किया था।
  • वर्ष 1921 से 1946 के दौरान यह बिहार विद्यापीठ भवन में रहे थे।
  • 28 फ़रवरी 1963 में, पटना के निकट सदाकत आश्रम में राजेंद्र प्रसाद का निधन हो गया था।
  • भारत सरकार ने इनके जन्मदिवस पर डाक टिकट जारी किया था।
  • उनकी याद में कलकत्ता हाई कोर्ट में एक प्रतिमा को स्थापित किया गया है।

राजेंद्र प्रसाद ने कई किताबें भी लिखी है

  • “बापू के कदमों में” (1954),
  • “इण्डिया डिवाइडेड” (1946),
  • “सत्याग्रह ऐट चम्पारण” (1922),
  • “गांधी जी की देन”,
  • “भारतीय संस्कृति व खादी का अर्थशास्त्र”

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Rajiv Gandhi Biography in Hindi – पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जीवन परिचय

Rajiv Gandhi Biography in Hindi – राजीव गाँधी भारत के पूर्व प्रधानमंत्री थे, यह इन्दिरा गाँधी के पुत्र और सोनिया गाँधी के पति थे। इनका जन्म 20 अगस्त 1944 को बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत (वर्तमान मुंबई) में हुआ था। इन्होंने अपने प्रधानमन्त्री कार्यकाल में देश को नई दिशा दी इनके जमाने में ही देश में तकनीकी आयी थी। इन्होंने अपने देश के लिए बहुत कुछ किया, यह एक ऐसे नेता थे जिनको लोग खूब पसंद करते थे।

राजीव गाँधी का परिवार – इनके पिता का नाम स्वर्गीय फ़िरोज़ गांधी (पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ) था, और माता का नाम स्वर्गीय इंदिरा गांधी (पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ) था, स्वर्गीय संजय गांधी (पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ और प्रशिक्षित पायलट) इनके भाई थे। (यह खुद भी एक पायलट थे) सोनिया गांधी (विवाह तिथि 1968-1991) इनकी पत्नी है राहुल गांधी (भारतीय राजनीतिज्ञ) और प्रियंका गांधी (भारतीय राजनीतिज्ञ) इनकी दो संताने है। राजीव गाँधी स्वाभाव के काफी शर्मीले थे, चित्रकला के प्रति उनका लगाव काफी था।

Rajiv Gandhi Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

Rajiv Gandhi Biography in Hindi

  • वास्तविक नाम – राजीव रत्न गांधी
  • फेमस नाम – राजीव
  • प्रोफेशन – पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ
  • राजनितिक पार्टी – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी
  • जन्म – 20 अगस्त 1944
  • जन्म स्थान – बॉम्बे
  • शैक्षिक योग्यता – प्रशिक्षित पायलट
  • मृत्यु तिथि 21 मई 1991
  • मृत्यु के समय राजीव गाँधी की उम्र 46 वर्ष थी।
  • मृत्यु स्थल –  श्रीपेरंबदूर, चेन्नई, तमिलनाडु
  • मृत्यु का कारण हत्या

राजीव गाँधी की शिक्षा –

राजीव गाँधी ने अपनी शुरुआती शिक्षा शिव निकेतन स्कूल, वेलहेम बॉयज़ स्कूल, देहरादून और दून स्कूल, देहरादून से की थी, उसके बाद यह ट्रिनिटी कॉलेज, कैंब्रिज, इंपीरियल कॉलेज लंदन और दिल्ली फ्लाइंग क्लब, नई दिल्ली से प्रशिक्षित पायलट की पढ़ाई किये थे।

राजीव गाँधी का राजनितिक सफर –

वर्ष 1984 के लोकसभा चुनावों के बाद राजीव गांधी भारी बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बने थे, यह 31 अक्टूबर 1984 से दो दिसंबर 1989 तक प्रधानमंत्री पद पर रहे, बाद में वर्ष 1989 के आम चुनावों में कांग्रेस हार गई, 1991 में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में बम विस्फोट में राजीव गांधी की मौत हो गई थी।

अपनी मां स्वर्गीय श्री मती इंदिरा गांधी के कहने पर, ही राजीव अपने भाई संजय गांधी की मृत्यु के बाद वर्ष 1980 में अनिच्छा से राजनीति में कदम रखा था।

राजीव गाँधी ज्यादा समय तक राजनितिक दुनिया में नहीं रह सके, कारण उनकी हत्या कर दी गयी थी।

ऑपरेशन ब्लू स्टार के प्रतिशोध में उनकी माँ के अंगरक्षकों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, उसी दिन राजीव ने प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाल लिया था।

प्रधानमंत्री बनने के बाद राजीव ने सबसे पहले Anti-defection कानून को पारित किया था।

एक बार वर्ष 1987 में राजीव गाँधी ने श्रीलंका की अशांति को शांत करने के लिए भारतीय शांति सेना का गठन किया, विरोध में तमिल समर्थक लिट्टे के एक बंदूकधारी ने राजीव पर राजघाट जाते हुए, गोलियों से हमला कर दिया था।

राजीव गाँधी से जुडी रोचक जानकारी – (Rajiv Gandhi Biography in Hindi)

  • लोकप्रियता में राजीव गाँधी बहुत ही आगे थे।
  • राजीव गाँधी वर्ष 1966 में अपनी पढ़ाई पूरी करके भारत आये थे।
  • बाद में यह दिल्ली फ्लाइंग क्लब में शामिल हुए थे, जहाँ इन्होंने प्रशिक्षित पायलट की ट्रेनिंग ली।
  • वर्ष 1970 में, भारत की प्रतिष्ठित विमान कंपनी एयर इंडिया ने उन्हें पायलट के लिए नियुक्त किया था।
  • राजीव का मन राजनीति में आने का कभी नहीं था, मगर माँ के कहने पर यह राजनीति में आये।
  • वर्ष 1981 में, राजीव को भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था।

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Jaswant Singh Biography in Hindi – जसवंत सिंह की जीवनी (बायोग्राफी)

Jaswant Singh Biography in Hindi – जसवंत सिंह उर्फ़ मेजर जसवंत सिंह जसोल भारत के एक वरिष्ठ राजनीतिज्ञ थे। इनका जन्म 3 जनवरी 1938 को जसोल, राजपूताना एजेंसी, ब्रिटिश (अब राजस्थान, भारत) में हुआ था। इन्होंने 1980 से लेकर 2020 तक राजनितिक की दुनिया में अपने योग्यदान दिया, अभी हाल ही में इनका 82 वर्ष की उम्र में निधन (27 Sept 2020) हो गया। वर्ष 1960 से 2014 तक यह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में रहे थे।

किसी ज़माने में यह सेना में हुआ करते थे, बाद में यह सेना से सेवानिवृत्त हो गए और राजनीति में आये।

यह मई 16, 1996 से जून 1, 1996 के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्तमंत्री भी रहे। यह राजस्थान के बाड़मेर जिले के जसोल गांव के निवासी थे। जब तक राजनीति में रहे काफी नाम रहा इनका, लोग इनकी गिनती अच्छे नेताओं में किया करते थे।

Jaswant Singh Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

Jaswant Singh Biography in Hindi

  • वास्तविक नाम – जसवंत सिंह
  • उपनाम – मेजर जसवंत सिंह जसोल
  • जन्म – 3 जनवरी 1938
  • जन्म स्थान – जसोल, राजपूताना एजेंसी, ब्रिटिश भारत
  • ब्यवसाय – राजनेता, सेना से सेवानिवृत्त
  • राजनीति की दुनिया में शुरुआत – 1980
  • राजनितिक दुनिया का अंत – 2020
  • राजनीतिक पार्टी – भारतीय जनता पार्टी (1960-2014)
  • जाति – राजपूत
  • गांव – तमावा, ग्राम पंचायत-मेवा नगर, तहसील पचपद्र-जिला बाड़मेर, राजस्थान
  • शौक – लेखन, पढ़ना, यात्रा करना
  • पिता – ठाकुर सरदार सिंह राठौड़
  • माता – कुंवर बाईसा
  • वैवाहिक स्थिति – विवाहित
  • पत्नी – शीतल कंवर
  • बच्चे – मानवेंद्र सिंह (राजनेता)
  • कुल सम्पति 1.5 करोड़

जसवंत सिंह की शिक्षा –

जसवंत सिंह ने अपनी पढ़ाई मयो कॉलेज, राजस्थान से की थी, यह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी में भी पढ़ें थे। शैक्षणिक योग्यता के बारे में जानकारी ज्ञात नहीं है।

जसवंत सिंह का राजनितिक सफर –

जसवंत सिंह वर्ष 1980 से 2019 तक राजनीति की दुनिया में रहे, इनको वर्ष 1980 में पहली बार राज्यसभा के लिए चुना गया था। इनके बारे में कहा जाता है की यह राजनीति में आने से पहले सेना में थे। वर्ष 1986 में यह राज्य सभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए थे। वर्ष 1990 में यह 9वीं लोकसभा के लिए चुने गए। वर्ष 1991 में यह फिर से 10 वीं लोक सभा के द्वितीय कार्यकाल के लिए चुने गए।

  • वर्ष 1991 से 1996 तक यह Estimate Committee के अध्यक्ष के रूप में कार्य किये थे।
  • वर्ष 1996 में यह वित्त मंत्री बने थे।
  • वर्ष 1998 में यह योजना आयोग के उपाध्यक्ष भी रहे थे।
  • वर्ष 1998 से 2002 में जसवंत सिंह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विदेश मामलों के मंत्री के रूप में काम किये थे।
  • वर्ष 2001 में यह देश के रक्षा मंत्री भी बने।
  • वर्ष 2002 से 2004 तक जसवंत सिंह दूसरी बार देश के वित्त मंत्री बने।
  • वर्ष 2004 से 2009 तक यह राज्यसभा में विपक्ष के नेता रहे।
  • वर्ष 2009 में इनको 15 वीं लोकसभा (चौथी अवधि) के लिए पुनः चुना गया।
  • इसी वर्ष इनको बीजेपी से एक विवाद के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
  • वर्ष 2010 में यह पुनः बीजेपी ज्वाइन कर लिए थे।
  • वर्ष 2014 में इनको दार्जिलिंग से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुना गया था।
  • साल 2020 में इनके राजनितिक जीवन की समाप्ति हो गयी।

धन संबंधित विवरण –

जसवंत सिंह के पास टैफे 35 ट्रैक्टर, (आरजे -19 आर 0032), फिएट कार, (आरजे-क्यू-9849), टाटा सफारी, (डब्ल्यूबी-77-7771) और टाटा मरीना, (डीएल-3 सी एएफ-3331) है। चल अचल सम्पति के मामले में जसवंत सिंह के पास बैंक सावधि जमा: 1 करोड़ बांड, डिबेंचर, शेयर: 11 लाख, आभूषण: 23 लाख, कुल मूल्य: 2 करोड़ और कुल सम्पति 1.5 करोड़ है।

जसवंत सिंह से जुडी रोचक जानकारी – (Jaswant Singh Biography in Hindi)

  • भैरों सिंह शेखावत को यह अपना आदर्श मानते थे।
  • इनको भारत में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले सांसदों में गिना जाता है।
  • वर्ष 2001 में, जसवंत सिंह को उत्कृष्ट संसदीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
  • 7 अगस्त 2014 को, जसवंत सिंह को शौचालय में फिसलने से सिर में गंभीर चोट लग गई थी जिसकी वजह से ‘कोमा’ में चले गए थे।
  • इनके द्वारा लिखी पुस्तकें आज भी ईकॉमर्स वेबसाइट और बुक स्टाल पर मिलती है।

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने वर्ष 1998 के भारत परमाणु परीक्षणों पर संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ दीर्घकालिक वार्ता के लिए इनको अपना प्रतिनिधि चुना था।

एक राजनेता होने के बाद भी जसवंत सिंह ने Defending India (1999), Khankhana Nama (2006), A Call to Honor: In Service of Emergent India (2006), The Audacity of Opinion (2012), इत्यादि कई किताबें लिखी थी।

इनकी जीवनी भी पढ़ें –

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Arijit Singh Biography in Hindi – गायक अरिजीत सिंह की जीवनी

Arijit Singh Biography in Hindi – अरिजीत सिंह भारत के मशहूर गायक है, इनका जन्म 25 अप्रैल 1987 को जियागंज, मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल, भारत में हुआ था। इन्होंने गायन रियलिटी शो “फेम गुरुकुल” में भाग लेकर अपना गायन कैरियर शुरू किया था, दुर्भाग्य वश यह उस रियलिटी शो में 6वें स्थान पर रहे। वर्तमान में यह मुंबई में रहते है और गायन की दुनिया में सक्रिय है। इन्होंने बहुत कम उम्र में अपने को इस काबिल बनाया है जो किसी के लिए इतना आसान नहीं है।

अरिजीत सिंह की लाइफ – अरिजीत सिंह विवाहित है इनकी पत्नी का नाम कोयल राय सिंह (दूसरी पत्नी) है, इनकी एक सौतेली बेटी भी है। इनकी एक बहन भी है। माता पिता का नाम ज्ञात नहीं है

साइकिल चलाना, पढ़ना, फोटोग्राफी करना, बैडमिंटन खेलना, लेख लिखना, वृत्तचित्र बनाना अरिजीत का शौक है।

Arijit Singh Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

Arijit Singh Biography in Hindi

  • नाम – अरिजीत सिंह
  • प्रोफेशन – गायक (गायन)
  • जन्म – 25 अप्रैल 1987
  • जन्म अस्थान – जियागंज, मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल, भारत
  • राशि – वृषभ
  • राष्ट्रीयता – भारतीय
  • डेब्यू – पार्श्व गायक (फिल्म)- फिर मोहब्बत करने चला (मर्डर 2, 2011)
  • Arijit Singh Height – 168 Cm
  • Arijit Singh Net Worth – 52 Crores, 7 million USD
  • एक मूवी में गाने का 14 से 15 लाख रुपया लेते है अरिजीत

अरिजीत की पसंदीदा चीजें –

  • ब्यंजन में अरिजीत को माछेर झोल और मिष्टी, भात और आलू पोस्तो, दाल और आलू सिद्धो पसंद है।
  • सलमान खान, अक्षय कुमार और मनोज बाजपेयी इनके पसंदीदा हीरो है।
  • प्रियंका चोपड़ा और दीपिका पादुकोण इनकी पसंद की हीरोइन है।
  • गुलाम अली, जगजीत सिंह, मेहदी हसन, उस्ताद रशीद अली खान, उस्ताद अमजद अली खान, कृष्णकुमार कुन्नथ और माइकल जैक्सन इनके पसंदीदा संगीतकार है।

अरिजीत की शिक्षा – (Education)

अरिजीत ने अपनी शुरुआती शिक्षा राजा बिजय सिंह हाई स्कूल, मुर्शिदाबाद से की थी, उसके बाद यह श्रीपत सिंह कॉलेज, जियागंज से आगे की पढाई किये, कितना पढ़े है उसके बारे में जानकारी ज्ञात नहीं है।

अरिजीत का कैरियर –

अरिजीत ने अपने कैरियर की शुरुआत फिल्म फिर मोहब्बत करने चला (मर्डर 2, 2011) से की थी, उसके पहले यह एक रिअलिटी शो “फेम गुरुकुल” में भाग लिए थे। राजेंद्र प्रसाद हजारी, धीरेंद्र प्रसाद हजारी और बिरेंद्र प्रसाद हजारी इनके गुरु है, जिनसे इन्होंने सबकुछ सीखा है।

अरिजीत एक संगीत परिवार से है इनकी दादी, मां और बहन एक अच्छी गायिका हैं। जिसकी वजह से इनका भी रुझान संगीत में हुआ।

अरिजीत से जुडी रोचक जानकारी – (Arijit Singh Biography in Hindi)

  • अरिजीत ने रियलिटी शो “10 के 10 ले गए दिल” में प्रतियोगिता जीती थी।
  • इनका पसंदीदा गाना “फिर ले आया दिल” (बर्फी) है।
  • वर्ष 2014 में अरिजीत अपने बचपन की दोस्त कोयल रॉय से शादी कर ली, जो दोनों की दूसरी शादी थी।
  • अरिजीत एक गैर सरकारी संगठन “Let There Be Light” के संस्थापक भी हैं, जो गरीब लोगों के लिए काम करती है।

Arijit Singh Biography in Hindi से जुडी जानकारी कैसी लगी?