Amma Amritanandamayi Biography Hindi – माता अमृतानंदमयी साउथ इंडिया की एक हिन्दू आध्यात्मिक नेत्री व गुरु हैं, इनका जन्म 27 सितम्बर 1953 को पर्यकडवु अलप्पढ़ पंचायत, जिला कोलम, केरल में हुआ था। इनके बचपन का नाम सुधामणि इदमन्नेल था। बहुत कम आयु में इनका विद्यालय जाना बंद हो गया था, इन्होने शुरुवाती समय अपने भाई – बहन की देखभाल और घरेलू काम करने में बिताया था, आज यह अमृतापुरी के नाम से जानी जाती हैं।
इनके बारे में कहा जाता है की इनका बचपन अत्यधिक निर्धनता और अन्य लोगों के कष्टों के कारण अत्यधिक दुःख से गुजरा था, इनके परिवार के लोग ज्यादा धनी नहीं थे इनके बारे में एक बात और कही जाती है की इनके घरवाले इनको दण्डित किया करते थे। ऐसे ही जीवन में कई परेशानियों का सामना करने के बाद एक समय बाद यह एक आध्यात्मिक नेत्री व गुरु बन गयीं।
Amma Amritanandamayi Biography Hindi
वास्तविक नाम – माता अमृतानंदमयी देवी
प्रचलित नाम – “अम्मा “, “अम्माची” या “मां” के नाम से
जन्म – 27 सितम्बर 1953 केरल
हिन्दू संत
माता अमृतानंदमयी मठ के उपाध्यक्ष स्वामी अमृतास्वरुपनन्द पुरी कहते है की अम्मा के लिए दूसरों के दुःख को दूर करना उतना ही स्वाभाविक है जैसे कि अपनी आंखों के आंसू पोछना, दूसरों की खुशी में ही अम्मा की खुशी रहती हैं, ऐसा इनके बारे में कहा और सुना जाता है।समय के साथ वर्ष 1981 में अम्मा एक विश्वस्तरीय संगठन, के साथ जुड़ीं और उसकी अध्यक्ष बनी जिसका नाम आगे चलकर माता अमृतानंदमयी मठ की स्थापना की गयी। बाद में माता अमृतानंदमयी मठ अनेकों आध्यात्मिक और धर्मार्थ गतिविधियों में संलग्न रहीं थी।
वर्ष 1987 में अम्मा एक प्रसिद्ध हिन्दू आध्यात्मिक नेत्री व गुरु के रूप में उभरने लगीं, उस समय इन्होने अपने श्रद्धालुओं के अनुरोध पर विश्व के सभी देशों में कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया और ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चिली, दुबई, इंग्लैंड, फिनलैंड, फ़्रांस, जर्मनी, होलैंड, आयरलैंड, इटली, जापान, केन्या, कुवैत, मलेशिया, मॉरिशस, रीयूनियन, रशिया, सिंगापूर, स्पेन, श्रीलंका, स्वीडेन, स्विटज़रलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देशों में प्रतिवर्ष अपना कार्यक्रम शुरू किया जो आज भी जारी है।
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