सदगुरु महाराज, योगी, दिव्य पुरुष, जग्गी वासुदेव अध्यात्म की दुनिया में शीर्ष और विशिष्ट स्थान रखते हैं। यह एक लेखक भी है जिसके बारे में सभी लोग नहीं जानतें है। सदगुरु के जीवन का उद्देश्य लोगों की आध्यात्मिकता को प्रकट करने में मदद करना है, आज इनके दुनिया के कई देशों में योग केंद्र हैं, जो कि भारत के विभिन्न शहरों और USA में भी स्थापित किए गए हैं।
सद्गुरु जग्गी वासुदेव संछिप्त जीवन परिचय
नाम – सद्गुरु जग्गी वासुदेव
जन्म – 3 Sept 1957 (आयु 62) मैसूर, कर्नाटक, भारत
पिता का नाम – B.V. Vasudev
माता का नाम – Susheela Vasudev
राष्ट्रीयता – इंडियन
धर्म – हिंदू
पत्नी – विजया कुमारी
पुरस्कार – पद्म विभूषण, इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार
वेबसाइट – isha.sadhguru.org
ईशा फाउंडेशन की स्थापना
Jaggi Vasudev Biography in Hindi –
जग्गी वासुदेव का जन्म 5 सितम्बर, 1957 को मैसूर, कर्नाटक, भारत में हुआ था, इनके पिताजी एक डॉक्टर थे, सतगुरु को बचपन से ही प्रकृति से बहुत लगाव था, अक्सर ऐसा होता था जब जग्गी महाराज कुछ दिनों के लिए जगलों में गायब हो जाते थे वहां वो पेड़ों पर बैठकर प्राकृत का आनंद लेते थे, और अनायास ही गहरे ध्यान में चले जाते थे। जब वो वहां से वापस लौटे तो उनकी झोली झोली सांपों से भरी होती थी जिनको पकड़ने में उन्हें महारत हासिल है। 11 वर्ष में ही जग्गी महाराज ने योग करना शुरू कर दिया था। श्री राघवेन्द्र राव इनके योग गुरु थे, जो इनको योग की शिक्षा देते थे इनके गुरु को मल्लाडिहल्लि स्वामी के नाम से भी जाना जाता था। सदगुरु महाराज की पत्नी का नाम विजया कुमारी है।
शिक्षा दीक्षा –
जानकारी के मुताबिक सतगुरु महाराज मैसूर विश्वविद्यालय से स्नातक की पढाई किये है। २५ साल की उम्र में सतगुरु ने असामान्य घटना देखी जिसके बाद उन्होंने जीवन और भौतिक वस्तुओं से अपनी दूरी बना ली वहीं से इन्होने सबकुछ त्याग दिया।
कुछ दिनों बाद जग्गी वासुदेव चामुंडी पहाड़ियों पर चले गए थे वहां उन्होंने किसी विशाल पत्थर पर बैठ गये, वहां वे आध्यात्मिक अनुभव लेने लगे। उसके बाद उन्होंने अपने बिज़नेस को छोड़ दिया और पूरी दुनिया के घूमने के लिए निकल पड़ें। एक साल पूरी दुनिया घूमने के बाद उन्होंने दुनिया को योग सिखाने का फैसला किया।
ईशा फाउंडेशन –
सदगुरु महाराज, 1992 में ईशा फाउंडेशन की स्थापना किये, उसके बाद उन्होंने कई ईशा योग केंद्र और आश्रम की स्थापना की। जग्गी महाराज का भारत सहित संयुक्त राज्य अमेरिका, इंग्लैंड, लेबनान, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया में योग कार्यक्रम चलता रहता है जिसमे सैकड़ों की संख्या में लोग भाग लेते है, आज दुनिया के बहुत सारे देशों में लोग इनको देखते है वैसे तो अमेरिका में इनका सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिलता है ये विदेशों में ज्यादा कार्यक्रम करते है भारत में लोग इनको यूट्यूब पर ज्यादा देखते है।
सद्गुरु जग्गी वासुदेव से जुडी कुछ और जानकारी –
- सद्गुरु जग्गी वासुदेव महाराज को संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद ECOSOC में विशेष सलाहकार की पदवी प्राप्त है।
- वर्ष 2017 में भारत सरकार ने इनको सामाजिक सेवा के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया था।
- यह एक ऐसे गुरु है जिनको पूरी दुनिया के लोग यूट्यूब के माध्यम से सुनते है। आप भी इनको Youtube पर सुन सकते है।
- इन्होने ईशा फाउंडेशन की स्थापना की थी।
- वर्ष 2006 में तमिलनाडु के 27 जिलों में एक साथ 8.52 लाख पौधे रोपकर गिनीज विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
- अभी सद्गुरु रैली फ़ॉर रिवर नदियों के संरक्षण के लिए अभियान चला रहे हैं।
- यह एक ऐसे गुरु के रूप में पूरी दुनिया में आये जिन्होंने पूरी दुनिया को धार्मिक मतभेदों से ऊपर उठकर जीवन जीने की शिक्षा और कला को बताया।
Jaggi Vasudev Biography in Hindi से जुडी जानकारी आप को कैसी लगी ?