Gama Pahalwan Biography in Hindi – गामा पहलवान की जीवनी

By | August 24, 2020

Gama Pahalwan Biography in Hindi – दुनिया में अजेय कहे जाने वाले गुलाम हुसैन बख्श उर्फ़ गामा पहलवान का जन्म 22 मई 1878 को गांव जब्बोवाल अमृतसर, पंजाब, (ब्रिटिश भारत) में हुआ था, पहलवानी में इनके मुकाबले आज तक कोई नहीं, यह एक पूर्व भारतीय पहलवान थे, इनके जन्म के बारे में एक बात और कही जाती है की इनका जन्म जब्बोवाल अमृतसर में कश्मीरी परिवार में हुआ था, इनके परिवार को विश्व स्तर के पहलवानों के नाम से भी जाना जाता है।

गामा पहलवान का परिवार – गामा पहलवान के पिता का नाम मोहम्मद अजीज बख्श पहलवान था, माता का नाम ज्ञात नहीं है। इनके भाई का नाम इमाम बख्श पहलवान था, यह विवाहित थे, पति का नाम वज़ीर बेगम थी, बताया जाता है की इनकी एक अन्य पत्नी भी थी, गामा के चार बेटी और पांच बेटा है, कलसूम नवाज शरीफ (नवाज शरीफ की पत्नी) इनकी पोती है।

Gama Pahalwan Biography in Hindi – संछिप्त परिचय

Gama Pahalwan Biography in Hindi

  • वास्तविक नाम – गुलाम हुसैन बख्श
  • उपनाम – रुस्तम-ए-हिंद, रुस्तम-ए-जमां, द ग्रेट गामा
  • जन्म – 22 मई 1878
  • जन्म स्थान – गांव जब्बोवाल अमृतसर, पंजाब, ब्रिटिश भारत
  • गृहनगर – अमृतसर, पंजाब, भारत
  • प्रोफेशन – पूर्व भारतीय पहलवान
  • लम्बाई – 173 Cm
  • वजन – 110 KG
  • मृत्यु तिथि 23 मई 1960
  • मृत्यु का स्थान – लाहौर, पंजाब, पाकिस्तान
  • मृत्यु का कारण – दिल की और अस्थमा की पुरानी बीमारी के कारण
  • आयु (मृत्यु के समय) – 82 वर्ष
  • धर्म – इस्लाम
  • जाति – कश्मीरी
  • शौक – कसरत करना
  • पसंदीदा भोजन – दूध और दुग्ध से बनने उत्पाद
  • पसंदीदा व्यंजन – देसी मुर्गी, मेवे

गामा पहलवान से जुडी रोचक जानकारी – (Gama Pahalwan Biography in Hindi)

  • बताया जाता है की गामा पहलवान जब ६ वर्ष के तभी इनके पिता का देहांत हो गया था जो उस ज़माने के सबसे मशहूर पहलवान हुआ करते थे।
  • पिता की मृत्यु के बाद इनकी देखभाल इनके नाना और नून पहलवान ने की थी।
  • नून पहलवान की मृत्यु के बाद उनके चाचा इदा ने भी इनकी देखभाल की थी।
  • इनको इनके चाचा ने ही पहली बार कुश्ती में प्रशिक्षण दिया था।
  • वर्ष 1888 में, 10 वर्ष की आयु में गामा को पहली बार दुनिया ने सार्वजनिक रूप में देखा था।
  • पहलवान गामा ने पहली बार जोधपुर में आयोजित एक प्रतियोगिता में भाग लिया था।
  • बाद में इनको दतिया के महाराजा ने प्रशिक्षण देने के लिए अपने साथ रख लिया।
  • गामा एक दिन में 5000 उठक-बैठक (squats) और 3000 दंड (pushups) किया करते थे।
  • गामा पहलवान की खुराक के बारे में बताएं तो वह एक दिन में छह देशी मुर्गियां, 10 लीटर दूध, आधा किलो घी और बादाम का टॉनिक लेते थे।
  • 17 वर्ष की उम्र में गामा ने रहीम बख्श सुल्तानीवाला को टक्कर दी थी।
  • 10 सितंबर 1910 को, लंदन के ‘जॉन बुल बैल्ट’ विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहलवान गामा ने विश्व चैंपियन ‘स्टेनिस्लस ज़िबेस्को’ का सामना किया था।

बताया जाता है की जब गामा पहवान लंदन में थे जब वह लंदन में थे तो इन्होने पहलवानों को चुनौती दी कि वह 30 मिनट के किसी भी वज़न वर्ग में 3 पहलवानों को फेंक सकते हैं।

गामा ने स्टैनिसलॉस जबिश्को और फ्रैंक गॉच को विशेष रूप से चुनौती दे डाली थी।

पहली बार अमेरिका के पहलवान ‘बैंजामिन रोलर’ ने स्वीकार था, की गामा ने रोलर को 1 मिनट 40 सेकेण्ड में पछाड़ दिया था।

बेंजामिन रोलर के साथ कुश्ती लड़ते हुए, गामा ने उन्हें 15 मिनट में 13 बार फेंका था।

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